समय अवधि बीतने के बाद भी टोकन पर धान खरीदने का मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश,केशकाल के किसानों को मिला डड़े खाने का इनाम,पढ़े पूरी खबर
कांकेर | जिले के केशकाल में जिन किसानों के पास टोकन है, उन किसानों के धान की खरीदी की जाएगी। धान खरीदी किए जाने की मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्य सचिव आर पी मंडल को निर्देश दिए है। लेकिन बस्तर संभाग के बाकी किसानों के धान खरीदने का निर्देश नही दिये गये हैं। केशकाल किसानों को पुलिस के डड़े खाने का ईनाम मुख्यमंत्री से मिलने की बात किसान कर रहे हैं। बाकी बस्तर संभाग के किसानों को भी पुलिस के डड़े खाने की व्यवस्था करनी पड़ेगी इसके बाद ही उनके धान खरीदने का निर्देश मिलेगा, यह यक्ष प्रश्र है?
ज्ञात हो कि बस्तर संभाग के लगभग सभी क्षेत्रों के किसानों की यही मांग थी कि बारदाने की कमी के कारण 20 फरवरी से पहले किसानों के धान की खरीदी लगभग थप्प पड़ गई थी। दक्षिण बस्तर में तो और भी हालत अधिक खराब थी यहां लगभग 01 महीने पहले से ही बारदाने की कमी के कारण धान की खरीदी लगभग ठप्प कर दी गई थी। दक्षिण बस्तर के किसानों का यह भी कहना है कि यदि किसानों के पूरे धान नहीं खरीदे गए तो धान खरीदी केंद्रों में रखे गए थान को परिवहन नहीं करने दिया जाएगा। ऐसी हालत में धान खरीदी का मामला आगे और भी तूल पकड़ते देखा जा सकता है। कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए भाजपा को एक अच्छा मुद्दा मिल गया है, जिसे लेकर भाजपा सड़कों पर है। केशकाल की किसानों के धान खरीदी के निर्देश मुख्यमंत्री के द्वारा दिए जाने के बाद इस मुद्दे को और तूल पकड़ते देखा जा सकता है।
उल्लेखनिय है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अब 1500 किसानों को राहत मिलेगी। ये किसान अभी तक धान नहीं बेच पाए थे। 24 फरवरी सोमवार को 1500 किसानों से धान खरीदी की उम्मीद जताई जा रही है। केशकाल कांग्रेस विधायक संतराम नेताम से बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने यह निर्देश दिया है। यह सर्वविदित है कि 20 फरवरी से प्रदेश भर में धान खरीदी बंद कर दी गई है। यह व्यवस्था सिर्फ केशकाल के किसानों के लिए किया गया है। बता दें कि कांकेर जिले के केशकाल में मंगलवार (18 फरवरी) को बारदानों की कमी के चलते किसान धान नहीं बेच पा रहे थे। धान बेचने के लिए दो दिन का समय शेष रहने से बेचैन किसानों का गुस्सा फूट पड़ा और किसानों ने केशकाल में नेशनल हाईवे में चक्काजाम कर दिया था। जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर जमकर लाठियां भांजी थी।