अग्रसेन महाविद्यालय में सिंगल यूज प्लास्टिक पर व्याख्यान आयोजित
रायपुर/ अग्रसेन महाविद्यालय, पुरानी बस्ती, में आज सिंगल यूज प्लास्टिक पर व्याख्यान आयोजित हुआ. व्याख्यान के मुख्य वक्ता टॉपर्स एजुकेशन सोसाईटी के सचिव नागेन्द्र रहे. उन्होने महाविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुआ कहा कि वर्तमान समय में हम शार्टकट के चलते सुविधाभोगी होते जा रहे हैं. चाहे कोई भी काम हो उसे आसान और सुविधाजनक बनाने का हमारा प्रथम प्रयास होता है. किन्तु हम यह नहीं समझ पाते की जाने-अनजाने ऐसे प्रयासों से हम अपना ही नुकसान कर रहे हैं. ठीक वैसे ही जैसे कि हम बाजार जाते समय घर से कपड़े का थैला ले जाना स्वयं के लिए असुविधाजनक समझते हैं और इसके बदले बाजार से खरीदारी में प्लास्टिक थैले के रूप में अपने ही जीवन के लिए जहर खरीद लेते है. आज जरूरत है अपने जीवन में प्लास्टिक रुपी जहर को इंकार करने की. उन्होंने कहा कि हमें इसकी शुरुआत सबसे पहले अपने ही जीवन से करनी चाहिए. व्याख्यान में महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. वी. के अग्रवाल ने कहा कि हम समाज के पढ़े-लिखे नागरिक कहलाते हैं, तो यह हमारा प्रथम कर्तव्य है कि हम न केवल प्लास्टिक का उपयोग करना बंद करें. बल्कि समाज को भी इस विषय में जागरूक करें, ताकि समाज का बड़ा हिस्सा प्लास्टिक रुपी भयावाह बीमारी से बच सके. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने आभार प्रदर्शन करते हुए कहा कि हमें ऐसे अभियानों को भाषण और चंद कार्यक्रमों तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए. बल्कि स्वयं इससे जुड़ना चाहिए. क्योकि हम अगर स्वयं को इसका हिस्सा नहीं बनायेंगे तो समाज को कैसे जागरूक करेंगे? उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुये कहा कि ऐसे अभियानों को सोशल मीडिया की सहायता से प्रचारित और प्रसारित कर अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करना चाहिए. महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर प्रो. अमित अग्रवाल ने आमंत्रित वक्ताओं को उनके सारगर्भित सम्बोधन के लिए साधुवाद दिया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने सिंगल यूज प्लास्टिक के सन्दर्भ में मुख्य वक्ता से अनेक सवाल-जवाब भी किया. कार्यक्रम का संचालन समाजकार्य विभाग की प्राध्यापक कविता अग्रवाल ने किया. साथ ही पत्रकारिता विभाग के प्रभारी विभास झा व अन्य शिक्षकगण प्रशांत दुबे, चैताली पाण्डेय, बॉबी राजपूत और कनिष्क दुबे आदि कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित रहें.