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भाजपा और संघ का यह रिश्ता क्या कहलाता है ?

भाजपा और संघ का यह रिश्ता क्या कहलाता है ?

रायपुर, भाजपा की दिनोदिन बिगड़ती स्थिति से चिंतित संघ प्रमुख मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ दौरे को लेकर कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि भाजपा और संघ का यह रिश्ता क्या कहलाता है ? संघप्रमुख मोहन भागवत का दौरा और भाजपा में चल रहा बयानबाजी का दौर अपनेआप बहुत कुछ स्पष्ट कर देता है ! संघ कितना भी कह ले कि वो गैर राजनीतिक संगठन हैं सबको सच्चाई पता है। अगर संघ गैर राजनैतिक संगठन होता तो संघ प्रमुख के दौरे को लेकर भाजपा के अधिकृत प्रवक्ताओं को क्यो उत्कंठित होकर बार-बार बयानबाजी करना पड़ रहा है ? दरअसल संघ छत्तीसगढ़ में भाजपा की दुर्दशा के कारण चिंतित है। इसीलिये संघ प्रमुख को छत्तीसगढ़ आना पड़ा है। संघ इसीलिए सक्रिय हुआ है।


कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि अब मोहन भागवत जी ही बता दे कि संघ तो खुद को गैर राजनीतिक संगठन कहता हैं । लेकिन अब स्वयं संघ प्रमुख भाजपा की मदद के लिए क्यों छत्तीसगढ़ आये है ? ये रिश्ता क्या कहलाता है?
शुरू से कांग्रेस कह रही थी कि संघ प्रमुख मोहन भागवत यहाँ भाजपा की गिरती हुई हालत पर विचार करने के लिए यहां पर आ रहे है और यही बात सच निकली और भाजपा प्रवक्ताओं के आज के बयानों से इसकी पुष्टि भी हो गयी है। दरअसल संघ कितना भी कह लें कि वो गैर राजनीतिक संगठन है। संघ का राजनीति से चोली दामन का साथ है। अब भाजपा ने पराक्रम और परिश्रम की जगह परिक्रमा को महत्व दिया जाता है।

कांग्रेस के संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा प्रवक्ताओं ने आज भाजपा और संघ के संबंधों की कलई खोल कर रख दी है। भाजपा ने 15 साल तक छत्तीसगढ़ की हितो की उपेक्षा की, लोकहित की उपेक्षा की और सिर्फ आरएसएस के हितों को बढ़ावा देने का काम छत्तीसगढ़ में किया। इसी का परिणाम है कि भाजपा15 सीटों तक सिमट कर रह गई। भाजपा ने चुनाव हारने के बाद जिस प्रकार हार का ठीकरा भाजपा कार्यकर्ताओं के सिर पर फोड़ा और जिस तरीके से भाजपा ने किसानों के हित के खिलाफ केन्द्र की भाजपा सरकार से आदेश पारित कराये और छत्तीसगढ़ की जनभावनाओं के खिलाफ जाकर मोदी सरकार का समर्थन किया, उससे पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा के खिलाफ गहरी नाराजगी का वातावरण है। इसीलिए भाजपा लगातार हाशिये में जा रही है। संघ प्रमुख की बैठक से छत्तीसगढ़ में भाजपा का कुछ नही होने वाला है।
 

कौशल्या माता के सालों-साल उपेक्षा पर आरएसएस प्रमुख की चुप्पी राम भक्तों को चुभ रही है : विकास तिवारी

कौशल्या माता के सालों-साल उपेक्षा पर आरएसएस प्रमुख की चुप्पी राम भक्तों को चुभ रही है : विकास तिवारी

रायपुर, छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के छत्तीसगढ़ आगमन पर सवाल पूछते हुवे कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य माता कौशल्या का मायका और भगवान मर्यादा पुरुषोत्तम राम का ननिहाल है और माता कौशल्या के जन्म भूमि विवाद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत को राम भक्तों को जवाब देना चाहिये संघ प्रमुख की चुप्पी समूचे विश्व के राम भक्तों को चुप रही है। प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पूर्व धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल जो कि संघ के ही स्वयंसेवक हैं उन्हें बुलाकर क्या वह पूछेंगे कि किन कारणों से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम की माता कौशल्या के विश्व के एक मात्र मंदिर के गर्भ गृह में सालों-साल से ताला लगा हुआ रखा था और माता के भक्तों उनका दर्शन नहीं कर पा रहे थे क्या ऐसे कारण थे कि एक ओर पूरे देश में अयोध्या के राम मंदिर पर भाजपा और आरएसएस राजनीति कर रही थी वहीं दूसरी ओर अपने संघ समर्थित और स्वयंसेवक पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की सरकार के तीन कार्यकाल बीत जाने के बाद भी भगवान श्री राम की माता कौशल्या का मंदिर विवाद नहीं सुलझाया जा सके।कौशल्या माता के मंदिर के गर्भ गृह में इक्कीस वर्षों तक ताला लगाकर रखा गया था क्या इन्हीं कारणों के चलते संघ प्रमुख मोहन भागवत माता कौशल्या के मंदिर चंदखुरी जाने से हिचक रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत से प्रश्न करते हुए कहा कि जहां एक और भाजपा और आरएसएस गौ माता,गौ सेवा का ढिंढोरा पिटती है और जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल गोधन न्याय योजना जो विश्व की एकमात्र महती योजना जिसमें किसानों और पशुपालकों से दो रुपया किलो में गोबर खरीदा जाएगा और उसका वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर खेतों में उपयोग किया जाएगा जिससे कि आने वाली पीढिय़ों को शुद्ध अनाज और फल सब्जी प्राप्त हो सकेगा। इस योजना पर डॉ मोहन भागवत क्या कहेंगे और क्या वह पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल सहित पूर्व गौ सेवा आयोग और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बड़े नेता विश्वेश्वर पटेल से पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के अंतिम कार्यकाल के सालों में आठ हजार से अधिक गोवंश की भूख से मौत पर प्रश्न करने के क्या वह पता करेंगे कि किन कमीशनखोरो के कारण गोवंश की भूख से मौत होती थी और संघ समर्थित रमन सरकार पर आरएसएस प्रदेश ईकाई चुप्पी साधे रखी थी। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने संघ प्रमुख डॉ मोहन भागवत से विनम्रता पूर्वक प्रश्न करते हुए पूछा है कि जहां एक और कोरोना कोविड-19 महामारी संक्रमण के कारण गरीब एवं मध्यमवर्गीय परिवारो के करोड़ो लोगों का रोजगार छीन गया है और खाने कमाने के लाले पड़ गए हैं इस हेतु कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार को अनुरोध करते हुए कहा था कि देश के गरीब लोगों के बैंक खातों में सात हजार पाँच सौ रुपया प्रति आगामी छह माह तक ट्रांसफर करें जो की कुल राशि तिरसठ हजार करोड़ रुपयों की होती है जिससे कि गरीब एवं मध्यम वर्गीय लोगों को इस कोरोना महामारी के समय जबकि उनके पास कोई भी रोजगार नहीं है जीवन यापन के लिए मदद मिलती बावजूद बीस लाख करोड़ कि हवा हवाई घोषणा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ढेला भर रुपया इन गरीब और जरूरतमंदों को नहीं दिया गया क्या हिंदू और हिंदुत्व की बात मुखरता से करने वाले संघ प्रमुख डॉक्टर मोहन भागवत गरीब एवं मध्यमवर्गी परिवार जिनकी नौकरियां छीन गई और रोजगार के साधन बर्बाद हो गए उनकी मदद के लिए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह करेंगे। क्या संघ प्रमुख मोहन भागवत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहकर केंद्र के तीस लाख से अधिक रिक्त पदों में से तीन लाख पदों पर प्रदेश के बेरोजगार युवा और युवतियों को देने के लिए अनुरोध करेंगे। 

स्वास्थ्य, कानून सेवाएं ,योजनाएं सब ठप्प, सरकार कर्ज पे कर्ज लेकर मस्त : साय

स्वास्थ्य, कानून सेवाएं ,योजनाएं सब ठप्प, सरकार कर्ज पे कर्ज लेकर मस्त : साय

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को ‘हर मोर्चे पर बुरी तरह विफल सरकार’ बताते हुए तीखा हमला बोला और कहा है कि यह प्रदेश सरकार छत्तीसगढ़ के लिए एक राजनीतिक आपदा से ज़रा भी कम नहीं है। श्री साय ने कहा कि कर्ज़ के बोझ से प्रदेश दबा जा रहा है, क़ानून-व्यवस्था सरेआम दम तोड़ रही है, कोरोना का संक्रमण विस्फोटक हो चला है और लोग अब क्वारेंटाइन सेंटर्स ही नहीं, इलाज के दौरान कोविड अस्पतालों में आत्महत्या करने के लिए विवश हो रहे हैं और शराब के गोरखधंधे में भी ग़बन होना प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा कर रहा है। इन सबके बावज़ूद, राज्य सरकार और कांग्रेस को अपनी विफलताओं पर ज़रा भी कोफ़्त नहीं होना बेहद शर्मनाक है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि कर्ज़ पर कर्ज़ लेकर प्रदेश सरकार राज्य को कंगाली की अंधी सुरंग में धकेल रही है। 18 महीनों में ही रिकॉर्ड तोड़ कर्ज लेकर राज्य सरकार ने यहाँ के अर्थतंत्र को पस्त कर दिया है। कर्ज़ लेकर राज्य सरकार जिन योजनाओं को लागू करने का ढोंग रच रही है, वे योजनाएँ भी इक साल में ही दम तोड़ रही हैं। श्री साय ने कहा कि किसानों के पिछले खरीफ सत्र के धान-मूल्य की अंतर राशि की दूसरी किश्त देने तक के लिए सरकार के खजाने में पैसे नहीं हैं, जब अंतर राशि के भुगतान के लिए कर्ज़ लिया ही तो सरकार अब किसानों की शेष अंतर राशि का किश्तों के बजाय एकमुश्त भुगतान करे। दूसरी तरफ चालू खरीफ सत्र की धान खरीदी के लिए पंजीयन की प्रक्रिया सरकार शुरू करने जा रही है। पिछला भुगतान नहीं कर पाने वाली सरकार अगली खरीदी के लिए राशि कहाँ से जुटा पाएगी, यह भी साफ नहीं है। श्री साय ने कटाक्ष किया कि दम तोड़तीं नरवा-गरुवा-घुरवा-बारी, गौठान, रोका-छेका, गौ-धन न्याय योजना, लाउड स्पीकर से पढ़ाई जैसी तमाम योजनाओं के लिए तो सरकार के पास न तो फंडिंग का स्रोत दिख रहा है, न ही सरकार इन योजनाओं के लिए आर्थिक प्रावधान को लेकर गंभीर नज़र आ रही है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि केंद्र और भाजपा की पूर्ववर्ती राज्य सरकार की कई कल्याणकारी योजनाओं को राजनीतिक प्रतिशोध के चलते बंद कर देने वाली इस कांग्रेस सरकार ने सिवाय राजनीतिक नौटंकियों के अपनी ओर से प्रदेश की बेहतरी के लिए एक काम तक नहीं किया। सारे विकास कार्य या तो बंद पड़े हैं या फिर पूरा होने की बाट जोह रहे हैं। बेरोजगारों को भत्ता देना तो दूर, प्रदेश के हज़ारों रिक्त पदों पर नई भर्तियाँ तक इस सरकार ने अपनी सनकमिज़ाजी के चलते रोक रखी है। श्री साय ने कहा कि सरकार ने शराब बेचने का काम ज़रूर किया है, लेकिन जिस काम को करने के लिए सरकार ज़रूरत से अधिक ललकती दिखी और कोरोना संक्रमण काल में भी जिसका परहेज करने को सरकार तैयार नहीं है, उसमें सरकार की बदनीयती साफ झलक रही है. ओवररेट शराब बिक्री करके सरकार ने शराब को गोरखधंधे में तब्दील करने में कोई क़सर नहीं छोड़ी, शराब की अवैध बिक्री करके प्रदेश के खजाने की आय पर राजनीतिक डाका डाला और अब शराब दुकानों से लाखों रुपए का ग़बन होने लगा है! पुलिस के जवान सरेआम वर्दी पहने हुए शराब के जाम छलका रहे हैं। श्री साय ने कहा कि यह राज्य सरकार की प्रशासनिक नासमझी का परिचायक है। प्रदेश सरकार का प्रशासन पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है और अफ़सरशाही लोगों की प्रताड़ना में जुटी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने क़ानून-व्यवस्था के मुद्दे पर भी प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज प्रदेश में कहीं भी कोई सुरक्षित नहीं है। सरेआम महिलाओं और नाबालिग किशोरियों की अस्मिता से खिलवाड़ करके दरिंदे खुलेआम घूम रहे हैं। कोरोना काल में ही महिलाएँ घरेलू हिंसा और बलात्कार के मामलों की संख्या सरकार के महिला सशक्तिकरण और सुरक्षा के दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त हैं। श्री साय ने कहा कि ख़ुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के गृह ज़िले में बेमेतरा के बाद मंगलवार को एक ही दिन में सामने आया भिलाई में नंदिना थाना क्षेत्र के अहिवारा में एक किशोरी को बंधक बनाकर दुष्कर्म करने का मामला हो या फिर भिलाई के ही खुर्सीपार थाना क्षेत्र में एक मासूम बच्चे के सामने उसके माता-पिता को चाकू-तलवार से काटकर मार डालने का मामला, ये घटनाएँ प्रदेश सरकार के कार्यकाल को कलंकित साबित करने वाली हैं। श्री साय ने कहा कि राह चलते लूट, हत्या, मारपीट जैसी वारदातों ने भी नागरिक सुरक्षा के तमाम सरकारी दावों की धज्जियाँ उड़ रखी है। सरकार और कांग्रेस के राजनीतिक संरक्षण में अपराधियों के हौसले बुलंदी पर हैं, वहीं रेत, शराब और ज़मीन माफियाओं का आतंक सिर चढ़कर बोल बोल रहा है और वे सरेआम आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में प्रदेश सरकार नाकारा साबित हुई है। प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली और कोरोना संक्रमण की रोकथाम व दीग़र व्यवस्थाओं में सरकार की विफलता को लेकर प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधते हुए श्री साय ने कहा कि प्रदेश सरकार पूरी तरह संवेदनशून्य हो चली है। प्रदेश में स्मार्ट कार्ड से लोगों का इलाज तो बंद कर दिया गया है, अब सरकार अपने वादे के बावज़ूद राशन कार्ड से भी ग़रीबों को इलाज की सहूलियत मुहैया नहीं करा रही है। अब प्रदेश में सामान्य रूटीन के इलाज के लिए ग़रीब परिवार के मरीज परेशान हो रहे हैं जबकि कोरोना मरीज अब या तो आत्महत्या के लिए विवश हो रहे हैं या फिर सरकार की बदइंतज़ामी के चलते वे तड़प-तड़पकर मरने को विवश हो रहे हैं। श्री साय ने कहा कि अपने 20 महीने के शासनकाल में प्रदेश सरकार ने केवल निकम्मापन प्रदर्शित किया है और यही कारण है कि अब प्रदेश में महज़ दो फ़ीसदी लोग ही इस सरकार को भरोसे के क़ाबिल मान रहे हैं। हर मोर्चे पर नाकामियों की मिसाल पेश करती सरकार आख़िर किसी एक मोर्चे पर तो सफल नज़र आती।
 

महज़ चार दिनों का मानसून सत्र रखे जाने पर भाजपा प्रवक्ता व विधायक शिवरतन ने प्रदेश सरकार पर दागे तीखे सवाल

महज़ चार दिनों का मानसून सत्र रखे जाने पर भाजपा प्रवक्ता व विधायक शिवरतन ने प्रदेश सरकार पर दागे तीखे सवाल

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र महज़ चार दिनों का रखे जाने पर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करते हुए पूछा है कि क्या प्रदेश सरकार अपनी नाकामियों की पोल खुलने से इतनी भयभीत हो गई है कि अब वह विधानसभा में भी चर्चा करने के बजाय मुँह चुराने को विवश हो गई है? श्री शर्मा ने कहा कि हर मोर्चे पर विफल प्रदेश सरकार एक गहरे अपराध-बोध से जूझ रही है, ऊपर से हाल के एक सर्वे ने सरकार और सत्तारूढ़ दल की ज़मीन खिसका दी है। इतनी कम अवधि का सत्र रखकर सरकार ने साफ कर दिया है कि प्रदेश के हित में कोई सार्थक चर्चा करने को वह तैयार नहीं है।

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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि विधानसभा मे चर्चा करने और प्रतिपक्ष के सवालों का ज़वाब देने से सरकार डर रही है और इसीलिए वह सिर्फ़ चार दिनों का सत्र बुला रही है; अन्यथा कोई कारण नहीं है कि सत्र की अवधि इतनी कम रखी जाए। जब सरकार कोरोना संक्रमण के नज़रिए से रोज़ हर विधायक को टेस्ट कराके ही विधानसभा में प्रवेश करने देगी तो फिर यह व्यवस्था तो लंबी अवधि के सत्र के लिए भी संभव थी। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश को हज़ारों करोड़ रुपए के कर्ज़ से लाद चुकी प्रदेश सरकार अपनी तमाम योजनाओं की मिट्टी-पलीद कर चुकी है। कोरोना के मोर्चे पर निकम्मेपन का परिचय दे चुकी है। क्वारेंटाइन सेंटर्स और अब कोविड अस्पताल तक अस्वाभाविक मौत के केंद्र बनते जा रहे हैं। कोरोना की जाँच रिपोर्ट संबंधित संदिग्ध मरीज की मौत के बाद भी नहीं मिल रही है। कोरोना से मृत मरीजों का तीन-चार दिनों तक अंतिम संस्कार तक नहीं किया जा सक रहा है।

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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता अब यह कुतर्क करने की चेष्टा न करें कि पूर्ववर्ती भाजपा शासनकाल में भी विस मानसून सत्र छोटा होता रहा है। उस समय भी विस सत्र कम-से-कम सात दिनों का होता था। और, मानसून सत्र की यह अवधि भी तब इसलिए छोटी होती थी क्योंकि तब बज़ट सत्र तब कम-से-कम 20-22 बैठकों का होता था लेकिन इस बार तो कोरोना संकट के कारण विस बज़ट सत्र ही कुल 08-10 बैठकों का ही हुआ था। इसलिए इस बार मानसून सत्र को लंबी अवधि का रखा जाना आवश्यक है ताकि बहुत-से गंभीर और विचारणीय मुद्दों पर सार्थक चर्चा हो सके। श्री शर्मा ने इस बार विधानसभा की कार्यवाही की रिपोर्टिंग के लिए मीडिया को प्रतिबंधित किए जाने पर भी ऐतराज़ जताया है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में बुलाकर मीडिया से चर्चा करते समय जिस कांग्रेस और सरकार को कोरोना का भय नहीं सताता, उसे अब विस में मीडिया की उपस्थिति से किस बात का भय सता रहा है? प्रदेश सरकार वैकल्पिक व्यवस्था कर मीडिया को विस कार्यवाही की रिपोर्टिंग की अनुमति प्रदान करे।


कोरोना की आड़ लेकर चार दिनों का सत्र रखने पर भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने सवाल किया कि जब सरकार के मंत्री, नेता अपने जन्मदिन का जश्न सैकड़ों लोगों की मौज़ूदगी में रखते हैं, सरकारी कार्यक्रमों में बिना मास्क पहने मुख्यमंत्री और उनके मंत्री, सत्तापक्ष के जनप्रतिनिधि सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाते हैं, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी पीएल पुनिया निगम-मंडलों में नियुक्ति के नाम पर सियासी ड्रामा रचने जब-तब प्रदेश के दौरे पर आते रहते हैं और सैकड़ों लोगों का हुज़ूम जब वहाँ उनके इर्द-गिर्द मंडराता है तब उन मौक़ों पर प्रदेश सरकार को कोविड की गाइडलाइन याद क्यों याद नहीं आती? श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना का तो बहाना है, असल बात यह है कि प्रदेश सरकार बुरी तरह डरी हुई है और प्रतिपक्ष से चर्चा करने व उसके धारदार सवालों का सामना करने का उसमें अब लेशमात्र भी साहस नहीं रह गया है।


भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि क़दम-क़दम पर कोरोना गाइडलाइन का खुला मखौल उड़ाती सरकार और कांग्रेस विधानसभा में विपक्ष का सामना करने इसलिए भी डर रही है, क्योंकि यूँ तो प्रदेश सरकार सियासी लफ़्फ़ाजियाँ करके झूठे आँकड़ों से प्रदेश को भरमाने में लगी रहती है, लेकिन विधानसभा में प्रदेश सरकार की आँकड़ेबाजी का झूठ ज़रा भी नहीं चलने वाला है। श्री शर्मा ने कहा कि अपने नाकारापन को ढँकने और प्रदेश के सामने अपने झूठ-फरेब और छलावों के पर्दाफाश से बचने के लिए ही प्रदेश सरकार सिर्फ़ चार दिनों का विधानसभा सत्र बुलाकर अपनी ज़िम्मेदारी से मुँह चुराने में लगी है।
 

माल्या की तरह रमन सिंह के फाइल भी हो सकती है गुम : रमन सिंह सरकार के भ्रष्टाचार की काली कमाई का भाजपा के केंद्रीय नेताओं तक पहुंचता था हिस्सा

माल्या की तरह रमन सिंह के फाइल भी हो सकती है गुम : रमन सिंह सरकार के भ्रष्टाचार की काली कमाई का भाजपा के केंद्रीय नेताओं तक पहुंचता था हिस्सा

रायपुर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और भाजपा विधायक दल के नेता धरमलाल कौशिक के रमन सिंह के बचाव में दिये गये बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल में भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी में भागीदार रहे भाजपा के नेता ही रमन सिंह को बचाने में लगे हैं। रमन सिंह सरकार की काली कमाई, काले कारनामों में पर्दा डालने में लगे है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ना खाऊंगा ना खाने दूंगा कहा था। आज मोदी जी के ही शासनकाल में भ्रष्टाचार में शामिल लोगों की जांच की फाइल गायब हो जा रही है। इस बात से भी इंकार नही किया जा सकता की माल्या की फाइल की तरह ही कल कही पनामा मामले में फंसे रमन मेडिकल कवर्धा निवासी अभिषाक सिंह की जांच फाइल भी गायब ना हो जाये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि विष्णुदेव साय बतायें चुनाव आयोग को दिये शपथ पत्र के अनुसार ही रमन सिंह की आय के अधिक अनुपात में संपत्ति कैसे बढ़ रही है? विष्णुदेव साय यह भी बतायें कि रमन सिंह ऐसा कौन सा व्यापार, ठेकेदारी या उद्योग चला रहे थे जिससे उनकी संपत्ति में इतनी अनुपातहीन वृद्धि हुई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय में जरा भी नैतिकता है तो रमन सिंह एवं उनके परिवार की संपत्ति कहाँ-कहाँ पर है एवं बेनामी संपत्ति कितनी और कहाँ है इसकी जानकारी सार्वजनिक करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने पूछा है कि भाजपा कांग्रेस के इस सवाल का जवाब क्यों नहीं देती कि रमन सिंह की संपत्ति 10 गुना कैसे हो गई? कांग्रेस ने रमन सिंह जी द्वारा हर चुनाव में दिए गए शपथ पत्रों के आधार पर उनसे साफ सुस्पष्ट सवाल पूछे हैं जिसका भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है। दस्तावेज सहित सप्रमाण आरोपों पर भाजपा खोखली बयानबाजी से खारिज नहीं कर सकती है। रमन सिंह के खिलाफ दस्तावेजी सबूत के सामने आने से भाजपाई बौखला गये है। इसी बौखलाहट में भाजपाने झूठे एवं निराधार आरोप का सहारा लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय और भाजपा के नेता रमन सिंह पर लगाये गये दस्तावेजों, सबूतो के साथ लगाये गये आरोपों को ऐसे खारिज कर रहे जैसे इंकम टैक्स विभाग, सीबीआई, ईडी या न्यायालय सब कुछ भाजपा के नेता ही बन गये है। भाजपा नेताओं में नैतिकता हो तो पहले डॉ रमन सिंह पर लगे आरोप की जांच पूरी होने तक उन्हें भाजपा से बाहर करें और जांच में सहयोग करने कहे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की लोकप्रियता पर सवाल करने से पहले खुद की लोकप्रियता का आंकलन कर ले तो बेहतर होगा। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं कार्यकर्ताओं का ही समर्थन नही है। लोकसभा चुनाव में पार्टी ने विष्णु देव साय को सांसद की टिकट के लायक नही माना वो लोकप्रियता की बात कर रहे है। विष्णु देव साय पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह एवं उनकी पत्नी की काली कमाई पर पर्दा डालने लोक हितकारी किसान हितकारी कांग्रेस सरकार पर उंगली उठाना बंद करें।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि भाजपा का चरित्र ही आर्थिक अपराधियों को संरक्षण देना है। भाजपा के बड़े नेताओं के संरक्षण में बैंकों को अरबों रुपए का चूना लगाने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी, सुशील मोदी सहित कई नामी-गिरामी बैंक डिफाल्टर देश से बाहर निकल चुके हैं। भाजपा अपराधियों के लिए पनाहगाह है और भाजपा के नेता अपराधियों को देश से बाहर भेजने के लिए ट्रैवल एजेंट की भूमिका निभाते हैं।
 

केन्द्र की भाजपा सरकार कर रही है एनआईए का दुरुपयोग, नहीं चाहती झीरम के षडयंत्र का पर्दाफ़ाश होः शैलेश नितिन त्रिवेदी

केन्द्र की भाजपा सरकार कर रही है एनआईए का दुरुपयोग, नहीं चाहती झीरम के षडयंत्र का पर्दाफ़ाश होः शैलेश नितिन त्रिवेदी

रायपुर, झीरम मामले में एनआईए कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि इस निर्णय ने साबित किया है कि झीरम नरसंहार के षडयंत्र की अलग से जांच करने का भूपेश सरकार का फ़ैसला एकदम सही है। उन्होंने कहा है यह भी स्पष्ट हो गया है कि केंद्र की भाजपा सरकार दूसरी केंद्रीय एजेंसियों की तरह एनआईए का भी दुरुपयोग कर रही है और वह नहीं चाहती कि झीरम का सच सामने आये।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा लगातार झीरम षड़यंत्र का पर्दाफाश होने से रोकने में लगी रही है। यह भाजपा के नेता ही बता सकते हैं कि वे ऐसा क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा है कि एनआईए की प्रथम रिपोर्ट में माओवादियों के शीर्ष नेताओं गणपति, रमन्ना और गुड्सा उसेंडी झीरम घटना में भागीदारी की बात थी। लेकिन जब चालन पेश हुआ तो इनके नाम हटा दिए गए। तो किसके कहने से यह नाम हटे ?

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एनआईए की अदालत ने निर्देश दिए थे कि एनआईए गुड्सा उसेंडी का बयान दर्ज करे। लेकिन गिरफ़्तार हो चुके गुडसा उसेंडी से आज तक बयान तक नहीं लिया।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है की अदालत में एनआईए ने झीरम मामले की फाइनल रिपोर्ट दाखिल की और कहा कि एनआईए की झीरम की जांच पूर्ण हो गयी। एनआईए की वेबसाइट पर यह सूचना भी प्रदर्शित होती रही। लेकिन राज्य में भाजपा की हार के बाद जब कांग्रेस की सरकार आई और उसने झीरम के षडयंत्र की जांच के लिए एस आई टी के गठन की घोषणा की तो अचानक एनआईए को याद आ गया कि उसकी जांच पूरी नहीं हुई है। शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि एनआईए की आड़ में केंद्र की भाजपा सरकार षडयंत्र की जांच को रोक रही है।
 
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख ने कहा है कि सीबीआई जांच के मामले में भी भाजपा की मंशा स्पष्ट हो गई थी। राज्य में कांग्रेस के दबाव में तत्कालीन रमन सरकार ने मामला सीबीआई को सौंपने की घोषणा तो कर दी लेकिन केंद्र सरकार के दबाव में सीबीआई ने जांच हाथ में लेने से इनकार कर दिया। रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ की जनता को यह क्यों नहीं बताया कि सीबीआई ने जांच करने से इनकार कर दिया है??
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने पूछा है कि जो लोग जांच का विरोध कर रहे है वे ऐसा क्यों कर रहे? झीरम के शहीदों के परिजनों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की जनता भी जानना चाहती है कि षडयंत्र का पर्दाफ़ाश हो पर भाजपा के नेता इसे रोक रहे हैं। यह तो जनता भी समझ रही है कि ऐसा क्यों हो रहा है। पर यह जानना ज़रूरी है कि रमन सिंह और उनके कहने पर केंद्र सरकार किसे बचाना चाहते हैं? उन्होंने कहा कि एनआईए जांच के नाम पर जो लीपापोती शुरु हुई वह बेहद पीड़ा पहुंचाती है। न तो एनआईए ने इस षडयंत्र की जांच की और न रमन सिंह सरकार ने जांच आयोग के जांच के दायरे में षडयंत्र को रखा है। राज्य सरकार जांच करना चाहती है तो अडंगे अटकाए जा रहे हैं।
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं सहित कार्यकर्ताओं और सुरक्षा कर्मियों की जान क्यों गई और इसका षडयंत्र किसने रचा यह जानने का हक़ छत्तीसगढ़ की जनता को है। इसे भाजपा के नेता छीनना चाहते हैं। अदालत के फ़ैसले ने साबित किया है कि राज्य सरकार का फैसला जनहित और जन भावना का फैसला है।
 
मुख्यमंत्री रहते डॉ रमन सिंह शराब की कमीशनखोरी में मस्त थे, सत्ता जाते ही भाजपाई शराब चोरी तस्करी में व्यस्त है- धनंजय सिंह

मुख्यमंत्री रहते डॉ रमन सिंह शराब की कमीशनखोरी में मस्त थे, सत्ता जाते ही भाजपाई शराब चोरी तस्करी में व्यस्त है- धनंजय सिंह

रायपुर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री रहते विधायक दल की बैठक में विधानसभा चुनाव भले ही हार जाएंगे लेकिन नोटबंदी की तरह ही शराबबंदी करने की घोषणा किए थे। लेकिन शराबबंदी तो नहीं किए बल्कि ज्यादा से ज्यादा कैसे शराब बेचा जाए इसके लिए अन्य राज्यों में कमेटी भेजकर प्रस्ताव बुलाते हैं और शराब के ज्यादा बिक्री करने से मिलने वाली 1500 करोड़ की कमीशनखोरी में व्यस्त रहे हैं। उस दौरान डॉ रमन सिंह शराब को कल्चर कहा था। और हकीकत यही है भाजपा के लिए शराब तस्करी और शराब के अवैध कार्य करना कल्चर की तरह ही है। पूरे प्रदेश में भाजपा के नेताओं के शराब तस्करी और शराब के अवैध धंधों में संलिप्ता उजागर हो रही है। लॉकडाउन के दौरान नारायणपुर के भाजपा के मंडल अध्यक्ष सहित महामंत्री और तीन लोगों को की गिरफ्तारी शराब खोरी करते होती है और भाजपा नेता पुलिस के अधिकारियो को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में ट्रांसफर करा देने का धौंस जमाते है। कांकेर बलौदाबाजार राजनांदगांव में भी भाजपा के नेता शराब तस्करी करते पकड़े जाते हैं। पाटन विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सांसद के नेतृत्व में शराब का विरोध करने के बहाने पहुंचे भाजपा के नेता गाड़ी में लदी शराब की बोतल लूट ले कर अपनी शराबखोरी की तृष्णा की पूर्ति करते है।20 से अधिक भाजपा नेताओं पर शराब लूट की अपराध दर्ज है।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री रहते डॉ रमन सिंह ने शराब से कमीशनखोरी कर शराब की ज्यादा से ज्यादा बिक्री की योजना बनाकर भारत माता वाहिनी,महिला कमांडो और गुलाबी गैंग के माध्यम से चलाये जा रहे शराबबंदी और नशा मुक्ति अभियान में शामिल माता एवं बहनों के साथ दगाबाजी किया था। एक ओर राज्य की महिलाओं को शराबबंदी का सपना दिखाएं वही दूसरी ओर भाजपा के विधायकों को छत्तीसगढ़ के बाहर अन्य राज्य में भेज कर ज्यादा से ज्यादा शराब कैसे बेचा जाए ? बीयर पीने प्रोत्साहित किया जाए? और शराब को सहूलियत और आसानी से बेचने के लिए शराब के काउंटर बढ़ाने की योजना पर काम किया।


प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असफल नोटबंदी जिसके कारण देशभर को आर्थिक क्षति हुआ है व्यापार व्यवसाय तबाह हो गया।जानमाल की क्षति हुई है उस नोटबन्दी के हिमायती बन रहे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जो सत्ता रहते नोटबंदी की तरह शराबबंदी करने की दावा करते थे क्यों नहीं अब मोदी सरकार से नोटबंदी की तरह देशभर में शराबबंदी लागू कराते है?
 

कांग्रेस प्रवक्ता के बयान पर पलटवार करते भाजयुमो नेता अनुराग अग्रवाल ने पूछे 10 सवाल

कांग्रेस प्रवक्ता के बयान पर पलटवार करते भाजयुमो नेता अनुराग अग्रवाल ने पूछे 10 सवाल

रायपुर, भाजयुमो नेता द्वय अनुराग अग्रवाल व उमेश घोरमोड़े ने संयुक्त बयान जारी कर कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजयुमो नेता द्वय अनुराग अग्रवाल व उमेश घोरमोड़े ने कहा कि भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़ा करने वाले आज राम नाम जप रहे है, यह अच्छी बात है। इतिहास गवाह है अपने अंत समय में रावण ने भी जय श्री राम कहा था, क्योंकि मुक्ति का द्वार भी यही है। उन्होंने कांग्रेस से 10 सवाल पूछा है कि-

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1. "राम डस नॉट एक्सिस्ट" कह कर राम के अस्तित्व को नकारने का दुस्साहस किसके कहने पर किया था?
कहां थे विकास तिवारी सहित तम्माम कांग्रेस के नेता जब सुप्रीम कोर्ट में बाकायदा हलफ़नामा देकर कहा जा रहा था कि भगवान श्री राम कभी पैदा ही नहीं हुए थे । यह केवल कल्पना है। ऐसा कर क्या कांग्रेस ने व्यवसायिक हित के लिए देश के करोड़ो हिंदुओं की आस्था पर कुठाराघात की तैयारी नहीं कि थी?

2 राम मंदिर शिलान्यास पर राम नाम जपने वाली कांग्रेस को यह भी बताना चाहिए कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जब कहा था कि अच्छा हिंदू राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहता तब कांग्रेस के मित्रों के मुह में दही जम गया था क्या?

3. जब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम श्री राम मंदिर पर अध्यादेश को असंवैधानिक बता रहे थे तब कांग्रेस के नेता कहाँ थे? तब क्यों इन्हें सांप सूंघ गया था?

4.राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट का गठन हुआ तब क्यों कांग्रेस के नेताओं ने इसपर आपत्ति की थी? आपत्ति करने वाले आज शिलान्यास का जश्न मनाते राम राम रटते नहीं थक रहे है क्यों?


5.तब कहां थे कांग्रेस के राम भक्त नेता जब कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने राम मंदिर के निर्णय को 2019 लोकसभा चुनाव तक टालने की मांग की थी? तब प्रभु राम याद नहीं आ रहे थे क्या?

6. तब कहां थे कांग्रेस के नेता जब ताजा बयान में कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम के पुत्र ने कहा कि भारत में किसी नये पूजा स्थल की जरूरत नहीं?

7. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के पिता भगवान राम को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करते है क्या यह राम भक्त कांग्रेस के मित्रों को सुनाई नहीं पड़ता?

8.कांग्रेस के नेता में है इतनी हिम्मत की भगवान राम पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले नंद कुमार बघेल जी के खिलाफ एक शब्द भी बोल सकें?
राम के हितैषी बनने का ढोंग करने वाले कांग्रेस नेता में है इतनी हिम्मत की नंदकुमार बघेल मुर्दाबाद कहे?

9.क्या नंद कुमार बघेल के खिलाफ कार्यवाही की मांग करेंगे कांग्रेस के नेता?

10. जो मंदिर जाते है वह लड़की छेड़ते है किसने कहा था? क्या इस वक्तव्य का किसी कांग्रेस के नेता ने कभी विरोध किया?

भाजयुमो नेता द्वय अनुराग अग्रवाल व उमेश घोरमोड़े ने कहा कि कांग्रेस लगातार राम मंदिर के विषय पर राजनीति करते रही है, यह दुर्भाग्यजनक है। कांग्रेस नेताओं को आज किस प्रकार 400 सीटों से 44 पर आते ही राम याद आने लगे देश ने देखा है।आज श्रेय के लिए राम राम जपने वाली कालनेमि(कांग्रेस) को जनता भली भांति पहचानती है।


उत्तर प्रदेश, गुजरात, कर्नाटक चुनाव हो राहुल गांधी ने मंदिर मंदिर माथा टेका जनेऊ दिखाया जनता ने नकार दिया। आज पुनः मंदिर निर्माण शिलान्यास पर राजनीति करने और कांग्रेस नेताओं के बयान से स्पष्ठ हो जाता है कि प्रभु श्री राम इनके लिए सिर्फ राजनीति का विषय है ऐसी राजनीति इन्हें मुबारक।
 

भाजयुमो अध्यक्ष शर्मा का कटाक्ष : पकौड़े की खिल्ली उड़ाने वाली युकां क्या गोबर के लिए झँवा के इंतज़ाम में जुटी है?

भाजयुमो अध्यक्ष शर्मा का कटाक्ष : पकौड़े की खिल्ली उड़ाने वाली युकां क्या गोबर के लिए झँवा के इंतज़ाम में जुटी है?

रायपुर, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा ने प्रदेश सरकार के सालभर प्रदेश के लोगों को रोज़गार मुहैया कराने के दावे पर कटाक्ष कर कहा है कि आज शासन ने 46000 गौपालकों को 1करोड़ 67 लाख का भुगतान किया है। 15 दिन में प्रति गौपालक 350 रुपये मतलब प्रतिदिन 23 रुपये देकर भूपेश सरकार अपनी पीठ धपथपा रही है। जिन लोगों को पकौड़ा बेचने की सलाह में रोज़गार नज़र नहीं आ रहा था, वे अब प्रदेश की तरुणाई को गोबर बिनवाकर सालभर रोज़गार मुहैया कराने की बातें कर रहे हैं! श्री शर्मा ने सवाल किया कि पकौड़े में रोज़गार की खिल्ली उड़ाने वाली युवक कांग्रेस के तमाम मुखर युवा नेताओं की इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार के दावे पर बोलती क्यों बंद है? क्या वे गोबर बीनने के लिए झँवा के इंतज़ाम में जुटे हुए हैं?


भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि रोज़गार के अवसरों की बेहतरी का दावा करने वाली प्रदेश सरकार क़दम-क़दम पर झूठ-फ़रेब से भरे आँकड़ों का खेल रच रही है। प्रदेश सरकार का दावा है कि छत्तीसगढ़ में बेरोज़गारी का प्रतिशत 13 से घटकर 09 फीसदी रह गया है। श्री शर्मा ने जानना चाहा है कि यदि प्रदेश सरकार ने रोज़गार के बेहतर अवसर मुहैया कराए हैं तो वह यह भी बताए कि मुख्यमंत्री निवास के सामने एक बेरोज़गार युवक आत्मदाह के लिए विवश क्यों हुआ? पुलिस विभाग और शिक्षाकर्मियों की भर्ती रोक कर बैठी सरकार आख़िर प्रदेश के युवा व शिक्षित बेरोज़गारों के साथ कब तक भद्दा मज़ाक करती रहेगी और कब तक गुड गवर्नेंस के ‘प्रायोजित अवार्ड’ दिखाकर प्रदेश को भरमाती रहेगी?

भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम हो या फिर प्रदेश के विकास व लोगों की कल्याणकारी सुविधा का मसला हो, प्रदेश सरकार हमेशा पैसों का रोना रोती रहती है जबकि सियासी नौटंकियों पर वह प्रदेश का खजाना लुटाने में ज़रा भी नहीं हिचकिचाती। प्रदेश सरकार के राज्य की बेहतर आर्थिक स्थिति के दावों को भी श्री शर्मा ने झूठा बताया और कहा कि जब प्रदेश की आर्थिक स्थिति बेहतर है तो फिर प्रदेश सरकार कर्ज़ क्यों ले रही है और क्यों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केंद्र सरकार को चिठ्ठी लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छत्तीसगढ़ के लिए 06 प्रतिशत कर्ज़ की सीमा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं? श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं और राज्य को भरमाने से बाज आकर ईमानदारी से काम करे।
 

साय का कटाक्ष : मंदिर निर्माण विरोधी अब मंदिर निर्माण के शुभारंभ की तारीख़ 05 अगस्त 2020 अच्छी तरह नोट कर लें

साय का कटाक्ष : मंदिर निर्माण विरोधी अब मंदिर निर्माण के शुभारंभ की तारीख़ 05 अगस्त 2020 अच्छी तरह नोट कर लें

रायपुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री साय ने पूर्व उपप्रधानमंत्री व तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष श्री आडवाणी को श्री राम मंदिर निर्माण के आंदोलन को निर्णायक राजनीतिक नेतृत्व देकर सोमनाथ से अयोध्या तक की राम रथयात्रा के माध्यम से भारतीय राजनीति को हिन्दुत्व-केंद्रित करने के क्रांतिकारी सूत्रधार के रूप में विशेष रूप से बधाई दी और कहा कि उन्होंने भारतीय राजनीति को तुष्टिकरण की व्याधि से मुक्त कर इस रथयात्रा-आंदोलन के माध्यम से देश में हिन्दुत्व-निष्ठ जिस वैचारिक अवधारणा को प्रतिष्ठित करने का काम किया, उनका वह लक्ष्य उनके समक्ष ही दशकों की संघर्ष-यात्रा के बाद कल 05 अगस्त को साकार होने जा रहा है। श्री साय ने कहा कि समूचा देश और हिन्दू समाज आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-परिवार, संत-महंत-धर्माचार्यों, भाजपा व हिन्दूवादी संगठनों के संघर्षों को सम्मान देने और भव्य मंदिर निर्माण के संजोए गए लक्ष्य को साकार करने और राजनीतिक सूझबूझ व दृढ़ इच्छा शक्ति प्रदर्शित कर मंदिर निर्माण के मार्ग की सारी बाधाओं को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह और उप्र के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को साधुवाद दे रहा है।

श्री साय ने कटाक्ष किया कि मंदिर निर्माण के विरोधी अब मंदिर निर्माण के शुभारंभ की तारीख़ 05 अगस्त, 2020 अच्छी तरह नोट कर लें क्योंकि वे बार-बार इस तारीख़ की घोषणा के लिए काफ़ी उतावले हो रहे थे।  

मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर भाजपा कार्यकर्ता व सभी हिन्दू पूजा-पाठ कर भगवा ध्वज फहराएंगे, दीप प्रज्जवलित करेंगे : भाजपा

मंदिर निर्माण के शुभारंभ पर भाजपा कार्यकर्ता व सभी हिन्दू पूजा-पाठ कर भगवा ध्वज फहराएंगे, दीप प्रज्जवलित करेंगे : भाजपा

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कल 05 अगस्त को अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होने जा रहे भूमिपूजन व शिलान्यास कार्यक्रम के अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर प्रदेश के सभी भाजपा कार्यकर्ता और सभी हिन्दू सुबह अपने-अपने घरों व प्रतिष्ठानों में पूजन के साथ-साथ रामायण, सुंदरकांड, बजरंग बाण, हनुमान चालीसा, रामरक्षा स्तोत्र आदि का पाठ करेंगे और भगवा ध्वज फहराएंगे। संध्याकाल में सभी कार्यकर्ता अपने घरों व प्रतिष्ठनों में दीप प्रज्जवलित करके इस अवसर को अविस्मरणीय बनाकर श्री रामलला के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करेंगे।


भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री साय ने कहा कि कल 05 अगस्त को भव्य राम मंदिर निर्माण के शुभारंभ की बेला कोटि-कोटि हिन्दुओं की आकांक्षाओं की विजय का पर्व और सैकड़ों वर्षों की ग़ुलामी के कलंक के धुलने की अविस्मरणीय बेला है। श्री साय ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के प्रति छत्तीसगढ़ भाजपा की ओर से कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए कहा कि मंदिर निर्माण के कार्य में लगातार अवरोध पैदा करने वाले अब जिस तरह दोहरे राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन करने पर उतारू हुए हैं, वह नितांत हास्यास्पद है। श्री साय ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी, पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. मुरलीमनोहर जोशी, विहिप के पूर्व अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष स्व. अशोक सिंघल, पूर्व राज्यपाल व उप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी उमा भारती सहित समस्त संत-महंतों व धर्माचार्यों और हिन्दूवादी संगठनों के मंदिर निर्माण आंदोलन में उल्लेखनीय योगदान को याद कर उन सबका प्रदेश भाजपा की ओर से अभिनंदन भी किया है।
 

भाजपा ने श्री राम मंदिर के नाम पर हिन्दुओ का भावनात्मक शोषण किया- सुशील आनंद शुक्ला

भाजपा ने श्री राम मंदिर के नाम पर हिन्दुओ का भावनात्मक शोषण किया- सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर, कांग्रेस ने भगवान श्री राम मंदिर के शिलान्यास का स्वागत किया है । प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह अवसर देश के सभी धर्मावलम्बियों के हर्ष और उल्लास का है। श्री राम मंदिर के निर्माण के साथ ही देश मे अमन चैन और भाई चारे के एक नए युग का सूत्र पात भी होगा। उच्चतम न्यायालय के आदेश से यह सम्भव हुआ । श्री राम मंदिर के नाम पर राजनीतिक रोटी सेंकने वाली भारतीय जनता पार्टी तो कभी चाहती ही नही थी कि श्री राम का मंदिर बने वह तो श्री राम के मंदिर को जबरिया विवादों में घसीटने की जुगत में लगी रहती थी ताकि राम मंदिर के नाम पर हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कर अपनी राजनैतिक जमीन मजबूत की जा सके ।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि श्री राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का योगदान शून्य रहा है । प्रधानमंत्री होने के अपने रसूख का फायदा उठा कर मोदी मंदिर का शिलान्यास करने जा रहे है जबकि मंदिर का शिलान्यास हिन्दू साधु संतों ,मठाधीशों शंकराचार्यो के कर कमलों से होना था ।

कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि श्री राम मंदिर निर्माण के लिए पहला प्रयास 1949 में हुआ था तब देश के प्रधानंत्री पं जवाहर लाल नेहरू थे और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री गोविंद वल्लभ पन्त थे तब 22 और 23 दिसम्बर को पूजा अर्चना कर श्री राम लला की प्रतिमा को गर्भ गृह के अंदर पहुचाया गया था। इसके बाद जब देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी और यूपी के मुख्यमंत्री बीरभद्र सिंह थे तब 1986 में जिला न्यायालय फैजाबाद के आदेश से राजीव गांधी ने श्री राममंदिर का ताला खोलवाया था। इसके बाद श्री राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते हुए ही 1989 में जब यूपी के मुख्यमंत्री नारायणदत्त तिवारी थे तब श्री राम मंदिर का शिलान्यास राजीव गांधी ने साधु संतों के हाथों करवाया था । श्री राजीव गांधी ने 1989 में अपनी चुनावी सभा की शुरुआत भी अयोध्या से करते हुए कहा कि देश मे राम राज्य लाना आवश्यक है उन्होंने श्री राम मंदिर के विवाद के मसले पर कहा था कि यह मामला हल होना देश के समग्र विकास के लिए भी जरूरी है। जब देश के प्रधानमंत्री कांग्रेस के नरसिम्हा राव बने तब उन्होंने श्री राम मंदिर परिसर की जमीन मंदिर के पक्ष में अधिग्रहित करवाया ताकि मंदिर बनने के मार्ग की बाधा दूर हो सके

कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राम के नाम पर फर्श से अर्श पर पहुचने वाली भारतीय जनता पार्टी के लिए श्री राम मंदिर हमेशा से एक राजनैतिक मुद्दा रहा यही कारण है कि केंद्र में 1996 तथा 1998 फिर 1999 में सरकार बनाने के बाद भाजपा ने पूर्ण बहुमत का बहाना बना कर मंदिर बनाने से पल्ला झाड़ लिया 12014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनने के बाद भी भाजपा राम मंदिर बनाने के नाम पर बंगले झांकती थी ।2019 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा श्री राम मंदिर के नाम का भी उल्लेख नही करना चाहती थी ।साधु संतों श्री राम लला मंदिर कमेटी के प्रयासों से उनके द्वारा प्रस्तुत तर्को से सहमत हो कर सुप्रीम कोर्ट ने श्री राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया है ।सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को मंदिर निर्माण की कमेटी बनाने के आदेश दिए है तब केंद्र सरकार ने मंदिर निर्माण समिति का गठन किया ।मोदी और भाजपा का मंदिर निर्माण में कोई योग दान नही है ।भाजपा ने तो राम मंदिर के नाम पर देश भर से हजारों करोड़ का चंदा एकत्रित किया जिसका आज तक कोई हिसाब नही दिया ।

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मोदी भाजपा ,आरएसएस के किसी भी नेता का यह नैतिक अधिकार नही की वे श्री राम मंदिर का शिलान्यास करे ।श्री राम मंदिर के शिलान्यास का अधिकार राम भक्तो ,साधु संतों का है भाजपा और मोदी अपनी राजनीति चमकाने सन्तो का हक छीन रहे है।
 

रमन सिंह के पास युवाओं को 500 रुपया महीना बेरोजगारी भत्ता देने पैसा नही था लेकिन आरएसएस भाजपा के लोगो को 25 हजार महीना देते थे- धनंजय सिंह ठाकुर

रमन सिंह के पास युवाओं को 500 रुपया महीना बेरोजगारी भत्ता देने पैसा नही था लेकिन आरएसएस भाजपा के लोगो को 25 हजार महीना देते थे- धनंजय सिंह ठाकुर

रायपुर, प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह ने भाजपा के 2003 के विधानसभा चुनाव घोषणा पत्र के 12वीं पास बेरोजगार युवाओं को 500 रुपया प्रति महीना बेरोजगारी भत्ता देने के वादा को पूरा नहीं किया 15 साल में एक आना भी बेरोजगार युवाओं को नहीं दिया।लेकिन आर एस एस भाजपा से जुड़े लोगों को उपकृत करने के लिए मीसा बंदियों को योजना बनाकर 25000 महीना देकर छत्तीसगढ़ के खजाने पर चोट पहुंचाया प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि तथाकथित लोकतंत्र सेनानी संघ को लोकतंत्र की चिंता नहीं है।बल्कि लोकतंत्र सेनानी होने का चोला पहनकर आर एस एस भाजपा के अनुवांशिक संगठन की तरह काम कर रहे हैं। आर एस एस के विचारधारा को फैलाने में लगे हुए हैं। पूर्व की रमन सरकार के दौरान अंतागढ़ के उपचुनाव में काला धन और बंदूक के दम पर लोकतंत्र की हत्या की गई इस दौरान भी तथाकथित लोकतंत्र सेनानी मौन थे। बीते 6 साल से देश में अघोषित आपातकाल लगा है । लोगों के मौलिक अधिकारो का हनन किया जा रहा है । ऐसे समय में स्वयंभू लोकतंत्र के सेनानी बीते 6 साल से कहां गायब है ? मोदी भाजपा की सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है । काले धन की थैलियों से खरीदफरोख्त कर निर्वाचित राज्य सरकारों को अस्थिर किया जा रहा है। देश के नवरत्न महारत्न मिनिरत्न सरकारी कंपनियों को बेचा जा रहा है । रेलवे स्टेशन लाल किला एयरपोर्ट हवाई अड्डे विमानन सेवा भेल गेल सहित अनेक सरकारी कम्पनियों संपत्तियों को बेचा जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी का हनन किया जा रहा है मीडिया पर दबाव बनाया जा रहा है सवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। ऐसे में तथाकथित स्वयम्भू लोकतंत्र के सेनानी क्या मात्र पेंशन लेने के लिए प्रगट होते रहेंगें ? मोदी सरकार के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाने से ये तथाकथित सेनानी क्यों डर रहे है? मोदी भाजपा के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों को सफल बनाने में तथाकथित सेनानी क्यों जुटे हैं?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खुद को लोकतंत्र के रक्षक होने की दुहाई देने वाले तथाकथित लोकतंत्र के सेनानियों के चेहरे से नकाब उतर चुका है । जनता इनको पहचान चुकी है । असल मे ये लोकतंत्र के सेनानी नही बल्कि आरएसएस भाजपा के एजेंट है। जो चुनाव के दौरान भाजपा को लाभ पहुँचाने जनता के बीच भ्रम का मायाजाल बुनते है । मनगढ़ंत और झूठी कहानियां गढ़कर भाजपा से मिलने वाले नोट के बदले वोट दिलाते हैं।
 

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम भाजपा की बपौती नहीं, सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति के है आराध्य - घनश्याम तिवारी

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम भाजपा की बपौती नहीं, सनातन धर्म को मानने वाले हर व्यक्ति के है आराध्य - घनश्याम तिवारी

रायपुर, देश के सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट निर्णय के बाद अयोध्या में प्रभु श्री राम जी के मंदिर निर्माण पर हर भारतीय को हर्ष, प्रसन्नता और गर्व की अनुभूति हो रही है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी हमारी आस्था का प्रतीक हैं मगर भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार इस निर्माण भूमिपूजन कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने में लगी है।


छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी वरिष्ठ प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि, भारत मे सनातन धर्म को मानने वाला देश का हर नागरिक श्री राम भक्त है, भाजपा राम भक्त होने का प्रमाण पत्र बांटने की कोशिश ना करे। छत्तीसगढ़ प्रभु श्री राम जी का ननिहाल माता कौशल्या की धरती है। भगवान श्री राम जी वनवास के 14 साल में 12 साल छग से जुड़े हैं। 15 वर्षों तक भाजपा सत्ता पर रही रमन सिंह मुख्यमंत्री रहे उनके मंत्री मंडल में बृजमोहन अग्रवाल जी पर्यटन, संस्कृति धर्मस्व जैसे विभिन्न विभागों के मंत्री रहे परंतु कभी भी छत्तीसगढ़ की पहचान माता कौशल्या की धरती, श्री राम वनपथ गमन को राष्ट्रीय पटल पर पहचान दिलाने कोई प्रयास नहीं किये और आज समूची भाजपा प्रभु श्री राम के नाम पर राजनीति पर उतारू है। छत्तीसगढ की जनता इसे लेकर पूर्ववर्ती रमन सरकार और भाजपा को कभी माफ नही करेगी।
 

आबकारी विभाग में युकां नेता की ज़बरिया दख़लंदाज़ी सत्तावादी अहंकार और बदमिज़ाज़ी का शर्मनाक प्रदर्शन : भाजयुमो

आबकारी विभाग में युकां नेता की ज़बरिया दख़लंदाज़ी सत्तावादी अहंकार और बदमिज़ाज़ी का शर्मनाक प्रदर्शन : भाजयुमो

रायपुर, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा ने आबकारी विभाग में युवक कांग्रेस नेता की ज़बरिया दख़लंदाज़ी की निंदा करते हुए इसे कांग्रेस के सत्तावादी अहंकार और बदमिज़ाज़ी का शर्मनाक प्रदर्शन बताया है। श्री शर्मा ने कहा कि जबसे प्रदेस में कांग्रेस सत्ता में आई है, प्रदेश में कांग्रेस के लोग प्रशासन में घुसपैठ कर अधिकारियों को धमकाने व उन पर दबाव बनाकर अपनी मनमानी चलाने की अनधिकृत चेष्टा करने में लगे हैं, जिसके कारण प्रदेश में एक अलग तरह की अराजकता का माहौल बनने लगा है।


भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि अभनपुर आबकारी वृत्त की प्रभारी अधिकारी द्वारा युवक कांग्रेस नेता लोकेश वशिष्ठ के ख़िलाफ़ शासकीय कार्य में बाधा डालने और फोन पर धमकी देने की रिपोर्ट दर्ज़ कराना यह साबित करता है कि कांग्रेस के लोग सत्तावादी अहंकार में कितना चूर हैं! ज़ाहिर है, पानी जब सिर से ऊपर गुजरने लगा, तब अधिकारी ने संत्रस्त होकर यह रिपोर्ट पुलिस में दर्ज़ कराई है। श्री शर्मा ने कहा कि एक तो प्रदेश की कांग्रेस सरकार और कांग्रेस सत्ता में आने के बाद से ही बदनीयती, कुनीतियों और नेतृत्वहीनता के दौर से गुज़र रही है, ऊपर से कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता ख़ुद को प्रदेश का भाग्यविधाता मानने की ग़लतफ़हमी पालकर बैठ गए हैं और गाहे-ब-गाहे अपनी ऐसी अनधिकृत चेष्टाओं से प्रदेश में राजनीतिक अराजकता का माहौल बना रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व और प्रदेश सरकार का अपने बे-लग़ाम होते जा रहे कार्यकर्ताओं पर कोई नियंत्रण ही नहीं रह गया है और वे प्रदेश की प्रशासनिक व्यवस्था को अपनी मर्ज़ी के मुताबिक चलाने को उतावले हुए जा रहे हैं।


भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि एक तो प्रदेश सरकार और कांग्रेस के नेतृत्व में प्रदेश में राजनीतिक प्रतिशोध और मनमानी की नित-नई मिसालें गढ़ी जा रही हैं, विरोध में आवाज़ उठाने पर भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ताओं व मीडिया कर्मियों पर क़ानून का डंडा घुमाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के लोग पूरे प्रदेशभर में जो तांडव मचाए बैठे हैं, उस पर न तो कांग्रेस, न प्रदेश सरकार और न ही प्रशासन की ओर से कोई अंकुश लगाया जा रहा है। श्री शर्मा ने प्रदेश सरकार और प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को नसीहत दी है कि वे अपने कार्यकर्ताओं के आचरण को मर्यादित करने की चेष्टा करें, अन्यथा प्रदेश में इसके चलते जो अराजकता का नज़ारा पेश होगा उसके लिए प्रदेश सरकार और कांग्रेस नेतृत्व ही पूरी तरह ज़िम्मेदार रहेगा।
 

15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोगों को सरकारी खजाने से दूधभात खिलाते रहे

15 साल मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोगों को सरकारी खजाने से दूधभात खिलाते रहे

रायपुर, मीसा बंदी पेंशन योजना बन्द किये जाने पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि मीसा बंदी पेंशन योजना बन्द करना छत्तीसगढ़ हित और जनहित में लिया गया फैसला है। पूर्व की रमन सरकार ने 2008 में भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोगों को पालने पोषने सरकारी खजाने का दुरुपयोग किया।बीते 12 साल में सरकारी खाजने पर 100 करोड़ से अधिक की राशि का बंदरबाट किया।100 करोड़ की राशि जो छत्तीसगढ़ के किसानों नोजवानो मजदूरों महिलाओं के स्वास्थ शिक्षा रोजगार सुरक्षा पर खर्च किया जाता। रमन सिंह के 15 साल के शासनकाल में प्रतिदिन फसल खराब होने उपज की सही कीमत नही मिलने से हताश परेशान कर्ज से दबे प्रतिदिन दो किसान आत्महत्या करते थे। किसान के बच्चे भूख प्यास से तड़पते रहे किसान के बुजुर्ग माता-पिता को दवाई नहीं मिल पाती थी ,किसान के बेटे बेटियों को सही शिक्षा नहीं मिल पाई अस्पतालों में दवाइयां स्वास्थ सुविधाओं की कमी रही स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर होती गई और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह आरएसएस और भाजपा से जुड़े लोगों को सरकारी खजाने से दूधभात खिलाते रहे।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि बीते 6 साल से देश में अघोषित आपातकाल लगा है । लोगों के मौलिक अधिकारो का हनन किया जा रहा है । ऐसे समय में स्वयंभू लोकतंत्र के सेनानी बीते 6 साल से कहां गायब है ? मोदी भाजपा की सरकार लोकतंत्र की हत्या कर रही है । काले धन की थैलियों से खरीदफरोख्त कर निर्वाचित राज्य सरकारों को अस्थिर किया जा रहा है। देश के नवरत्न महारत्न मिनिरत्न सरकारी कंपनियों को बेचा जा रहा है । रेलवे स्टेशन लाल किला एयरपोर्ट हवाई अड्डे विमानन सेवा भेल गेल सहित अनेक सरकारी कम्पनियों संपत्तियों को बेचा जा रहा है। अभिव्यक्ति की आजादी का हनन किया जा रहा है मीडिया पर दबाव बनाया जा रहा है सवैधानिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है। ऐसे में तथाकथित स्वयम्भू लोकतंत्र के सेनानी क्या मात्र पेंशन लेने के लिए प्रगट होते रहेंगें ? मोदी सरकार के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों के खिलाफ आवाज उठाने से ये तथाकथित सेनानी क्यों डर रहे है? मोदी भाजपा के लोकतंत्र विरोधी कृत्यों को सफल बनाने में तथाकथित सेनानी क्यों जुटे हैं?

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खुद को लोकतंत्र के रक्षक होने की दुहाई देने वाले तथाकथित लोकतंत्र के सेनानियों के चेहरे से नकाब उतर चुका है । जनता इनको पहचान चुकी है । असल मे ये लोकतंत्र के सेनानी नही बल्कि आरएसएस भाजपा के एजेंट है। जो चुनाव के दौरान भाजपा को लाभ पहुँचाने जनता के बीच भ्रम का मायाजाल बुनते है । मनगढ़ंत और झूठी कहानियां गढ़कर भाजपा से मिलने वाले नोट के बदले वोट दिलाते हैं| 

कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री का ‘मोदी विरोध’ का एजेंडा राजनीतिक कृतघ्नता की शर्मनाक मिसाल है : डॉ. रमन

कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री का ‘मोदी विरोध’ का एजेंडा राजनीतिक कृतघ्नता की शर्मनाक मिसाल है : डॉ. रमन

रायपुर, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को अब ओछी राजनीति छोड़कर देश व प्रदेश के हित को सर्वोपरि मानकर काम करने की नसीहत दी है। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को संघीय ढाँचे का सम्मान करते हुए केंद्र सरकार के साथ समन्वय बनाकर काम करना चाहिए और हर मामले में ‘विरोध के लिए विरोध’ की मानसिकता त्यागकर अनर्गल राजनीतिक प्रलाप से बचना चाहिए। यही उनके पद की गरिमा के अनुकूल राजनीतिक आचरण का तकाजा है।


भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार के निवेदन पर हसदेव अरण्य क्षेत्र में प्रस्तावित आठ में से पाँच कोल ब्लॉक की नीलामी रोकने की घोषणा करके केंद्र सरकार ने जिस तरह छत्तीसगढ़ के हितों को ध्यान में रखने के उदार दृष्टिकोण का परिचय दिया है, मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आचरण से यह सीख हृदयंगम कर लेना चाहिए। डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल ने अपने पूरे कार्यकाल में राजनीतिक प्रतिशोध, झूठी वाहवाही कराके अपने मुँह मियाँ मिठ्ठू बनने और अनर्गल प्रलाप की जो मिसाल पेश की है, उससे परे होकर अब राज्य के हित को सामने रखकर उन्हें केंद्र के साथ मिलकर काम करने का अभ्यास करना चाहिए। इस मामले में उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी सीख ले लेनी चाहिए जो गंभीर राजनीतिक मतभेदों के बावज़ूद कुछ विषयों पर केंद्र सरकार के निर्णयों की सराहना करने में ज़रा भी कृपणता नहीं दिखाते।


भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल ने कोरोना संकट के मद्देनज़र ग़रीबों को तीन माह के लिए मुफ़्त राशन देने की मांग केंद्र सरकार से की और केंद्र सरकार ने पाँच माह तक मुफ़्त राशन देने की घोषणा की है, अब यह प्रदेश सरकार की नाकामी है कि न तो वह पूरा राशन तक उठा पा रही है और न ही ग़रीबों को उसका समय पर वितरण करा पा रही है। राज्य की समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय मुख्यमंत्री का पूरा ध्यान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर ज़्यादा रहता है। क्या उन्हें अपनी कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की राजनीतिक समझ पर संदेह है? डॉ. सिंह ने कहा कि चाहे कश्मीर का मुद्दा रहा हो या राफेल विमान सौदे का या फिर चीन के साथ विवाद का, मुख्यमंत्री के इन विषयों पर बयानों से यही प्रतिध्वनित होता रहा है कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के हित में प्रदेश सरकार की बातों को चाहे जितनी संज़ीदगी से ले, प्रदेश के कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री मिलकर जिस तरह ‘मोदी विरोध’का एजेंडा चला रहे हैं, वह राजनीतिक कृतघ्नता की शर्मनाक मिसाल है।
 

 आम आदमी पार्टी 1 अगस्त से 10 अगस्त तक करेगी डिजिटल युवा आंदोलन

आम आदमी पार्टी 1 अगस्त से 10 अगस्त तक करेगी डिजिटल युवा आंदोलन

रायपुर। आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ 1 अगस्त से 10 अगस्त तक डिजिटल युवा आंदोलन करने जा रही है। आपको बता दे की आम आदमी पार्टी विगत 24 जून से 14580 चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों की मांगों को लेकर आंदोलनरत है। प्रदेश के नेताओं द्वारा आमरण अनशन किया गया लेकिन इस विषय पर सरकार द्वारा किसी प्रकार का कोई भी ठोस आश्वासन नही दिया गया और उल्टा आमरण अनशन कर रहे नेताओं को पुलिस बल के दम पर गिरफ्तार कर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। इसके लिए आम आदमी पार्टी अनशन समाप्त अब आंदोलन होगा तेज करने का निश्चय किया है ।

जिला अध्यक्ष कमल नारायण नायक ने कहा की आम आदमी पार्टी 1 अगस्त से 10 अगस्त तक डिजीटल युवा संवाद करेगी। वही अन्य स्थानीय नेता एकांत अग्रवाल ने कहा है कि हमने गांधी जी के सिद्धांतों पर चलकर आंदोलन किया लेकिन, अब हम भगत सिंग के सिद्धांतों से  इस कांग्रेस की सरकार को जगायेंगे। 

छत्तीसगढ़ प्रदेश के युवाओं के रोजगार एवं 14580 चयनित शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आम आदमी पार्टी के डिजिटल युवा आंदोलन की रूपरेखा 1 अगस्त से 10 अगस्त तक- 

1 अगस्त को टि्वटर ट्रेंड होगा, 2 अगस्त को फेसबुक लाइव, 3 अगस्त को फेसबुक पर आंदोलन की मांगों पर वीडियो अपलोड, 4 अगस्त को अब तक की मीडिया कवरेज को  वायरल करना, 5 अगस्त को आंदोलन की अगली रणनीति को वायरल, 6 अगस्त को  प्रदेश अध्यक्ष का बहुत महत्वपूर्ण इंटरव्यू का फेसबुक से सीधा प्रसारण, 7 अगस्त से  9 अगस्त तक आपका युवा चौपाल और सोशल मीडिया पर उसका वायरल, 10 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी जी का छत्तीसगढ़ के युवाओं के नाम खुला पत्र और वायरल करना

प्रदेश उपाध्यक्ष-यूथ विंग 
डागेश्वर भारती ने डिजिटल युवा आंदोलन में सभी युवा साथियों को ज्यादा से ज्यादा भागीदारी करने की अपील की।
पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा पत्र, जानिये क्या है पत्र में ...

पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को लिखा पत्र, जानिये क्या है पत्र में ...

रायपुर, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को प्रधानमंत्री आवास योजना के संदर्भ में पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए डा. सिंह ने राज्य सरकार पर गरीबों की अनदेखी का आरोप लगाया है।

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पूर्व मुख्यमंत्री डा. सिंह ने पत्र में लिखा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक सभी को घर देने का लक्ष्य रखा है। उनकी सरकार में इस योजना का ठीक क्रियान्वयन हो रहा था, लेकिन सरकार बदलते ही इस योजना का पर ग्रहण लग गया। राज्य ने अपने हिस्से की राशि केंद्र को देनी बंद कर दी। 2018-19 का 792 करोड़ और 2019-20 का 762 करोड़ यानि कुल 1554 करोड़ रुपये की हिस्से की राशि नहीं दिया है, जिसके कारण केंद्र सरकार ने आगामी किस्त की राशि राज्य सरकार को जारी नहीं की है। इसके साथ ही वर्ष 2020-21 की राशि का प्रावधान भी प्रदेश के बजट में नहीं किया गया है। इसके साथ ही वर्ष 2020-21 की राशि का प्रावधान भी प्रदेश के बजट मंड नहीं किया गया है। डा. सिंह ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि राज्य अपना अंश तत्काल उपलब्ध कराये, वहीं प्रदेश के बजट में भी प्रर्याप्त राशि का प्रावधान करें।


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भूपेश बघेल की सरकार वादे पूरे करने वाली सरकार- शैलेश नितिन त्रिवेदी

भूपेश बघेल की सरकार वादे पूरे करने वाली सरकार- शैलेश नितिन त्रिवेदी

रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शिक्षाकर्मियों के संविलियन का आदेश जारी किए जाने का स्वागत करते हुए कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार वादे पूरे करने वाली सरकार है। करोना संक्रमण के कारण तमाम वित्तीय परेशानियों के बावजूद शिक्षाकर्मियों का संविलियन का आदेश जारी करके मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने बहुत बड़ा कदम उठाया है। 2003 में भाजपा की सरकार शिक्षाकर्मियों के संविलियन का वादा करके बनी थी लेकिन भाजपा ने 2003 से लेकर 2018 तक शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिए एक रुपए की राशि का भी प्रावधान नहीं किया। शिक्षाकर्मियों के संविलियन की घोषणा तो की गई लेकिन बिना किसी वित्तीय प्रावधान के। 2018 में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद शिक्षाकर्मियों के संविलियन के लिए राशि की व्यवस्था भी की गई और शिक्षाकर्मियों का संविलियन भी किया जा रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात विपरीत आर्थिक परिस्थितियों में भी कांग्रेस सरकार का अपने वादे पूरे करने के प्रति प्रतिबद्धता है।

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कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के लोग अभी भी रमन सिंह सरकार की वादाखिलाफी और मतदाताओं से धोखाधड़ी को भूले नहीं है।रमन सिंह सरकार के 15 साल धोखाधड़ी से भरे रहे और 5 हॉर्स पावर पंपों की मुफ्त बिजली, 5 साल तक 300 बोनस, धान का 2100 रुपए समर्थन मूल्य, हर आदिवासी परिवार से एक युवा को नौकरी, बेरोजगारी भत्त, हर आदिवासी परिवार को 10 लीटर दूध देने वाली जर्सी गाय जैसे वादों को नहीं निभा कर भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ के मतदाताओं के साथ 15 साल तक धोखाधड़ी की जिसके परिणाम स्वरूप ही छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने भाजपा को 15 सीटों पर सीमित कर दिया।


शिक्षाकर्मियों के संविलियन का स्वागत करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि तत्कालीन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कांग्रेस के नेता लगातार शिक्षाकर्मियों की लड़ाई का समर्थन करते रहे और आज अंतत: कांग्रेस की सरकार भूपेश बघेल की सरकार ने शिक्षाकर्मियों से किया गया वादा पूरा कर दिखाया।


कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जिस तरह से भूपेश बघेल की सरकार ने किसानों की कर्ज माफी, किसानों को 2500 समर्थन मूल्य और शिक्षाकर्मियों के संविलियन, तेंदुपत्ता का दाम 2500 से बढ़कर 4000 करना, बस्तर के किसानों की जमीन वापसी जैसे महत्वपूर्ण वादों को तमाम वित्तीय कठिनाइयों के बावजूद पूरा किया है।उससे इस बात का पूरा भरोसा राज्य की जनता को है कि नौकरियों में भर्ती की जो प्रक्रिया शुरू की गई थी और करोना संकट के कारण आई कठिनाइयों के बावजूद उस प्रक्रिया को भी पूरा करने की दिशा में भूपेश बघेल सरकार प्रभावी कदम उठाएगी।