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कई बड़े बैंकों में बदले मिनिमम बैलेंस और लेनदेन के नियम, एक अगस्त से होंगे लागू

कई बड़े बैंकों में बदले मिनिमम बैलेंस और लेनदेन के नियम, एक अगस्त से होंगे लागू

नईदिल्ली। कई बड़े बैंकों ने अपनी नकदी संतुलन और डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ाने के लिए मिनिमम बैलेंस और लेनदेन के नियम बदल दिए हैं। अगस्त महीने की पहली तारीख से ये सभी नियम लागू हो जाएंगे। इन बैंकों में 1 अगस्त से न्यूनतम बैलेंस पर चार्ज लगाने की घोषणा भी की गई है। साथ ही इन बैंकों में तीन मुफ्त लेनदेन के बाद शुल्क भी वसूला जाएगा। बैंक ऑफ महाराष्ट्र, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक और आरबीएल बैंक में यह चार्ज एक अगस्त से प्रभावी हो जाएंगे। 


बैंक ऑफ महाराष्ट्र में बचत खाता धारकों को मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में अपने अकाउंट में न्यूनतम राशि 2,000 रुपए रखनी होगी जो पहले 1,500 रुपए था। 2,000 रुपए से कम बैलेंस होने पर बैंक मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में 75 रुपए, अर्ध-शहरी क्षेत्र में 50 रुपये और ग्रामीण क्षेत्र में 20 रुपए प्रति माह की दर से शुल्क लेगा। बैंक ऑफ महाब के एमडी और सीईओ, एएस राजीव ने कहा कि बैंक इस समय कोरोना संक्रमण के कारण डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने और बैंक में कम से कम लोगों के आने के लिए यह सब कर रहा है। बैंक सर्विस चार्ज में भी कुछ बदलाव किए हैं। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की सभी ब्रांच में एक महीने में तीन मुफ्त लेनदेन के बाद जमा और निकासी पर 100 रुपए तक का शुल्क लगेगा। साथ लॉकर के लिए जमा की राशि को कम कर दिया गया है लेकिन लॉकर पर पेनाल्टी को बढ़ा दिया गया है। 

एक्सिस बैंक खाताधारकों को अब ईसीएस ट्रांजेक्शन पर 25 रुपए हर ट्रांजेक्शन पर देना होगा। ईसीएस ट्रांजेक्शन पर पहले कोई शुल्क नहीं लगता था। निजी बैंक ने 10 रुपए/20 रुपए और 50 रुपए के बंडल पर 100 रुपए प्रति बंडल हैंडलिंग शुल्क पेश किया है।

कोटक महिंद्रा बैंक में बचत और कॉर्पोरेट वेतन खाताधारकों को डेबिट कार्ड-एटीएम से महीने में पांच बार पैसे निकालने के बाद 20 रुपए प्रति नकद निकासी और गैर-वित्तीय लेनदेन पर 8.5 रुपए शुल्क लगेगा। यदि अकाउंट में बैलेंस कम होने पर ट्रांजेक्शन असफल होता है तो 25 रुपए का शुल्क लगाया जाएगा। कोटक महिंद्रा बैंक में खाताधारकों को खाता श्रेणी के आधार पर न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर पेनाल्टी देनी होगी। इसके अलावा, हर चौथे लेनदेन के लिए प्रति लेनदेन 100 रुपए का नकद आहरण शुल्क पेश किया गया है।
 कोरोना वैक्सीन के जल्दी आने और रिलायंस की एजीएम में बड़ी घोषणाओं की आशा में शेयर बाजार झूमे

कोरोना वैक्सीन के जल्दी आने और रिलायंस की एजीएम में बड़ी घोषणाओं की आशा में शेयर बाजार झूमे

मुंबई। कोरोना वैक्सीन की रिपोर्ट और रिलायंस एजीएम में बड़ी घोषणाओं की उम्मीदों के बीच देश के शेयर बाजारों ने बुधवार को लंबी छंलाग भरी।

बीएसई का सेंसेक्स आज 282 अंक ऊंचा खुलकर फिलहाल 36730 अंक पर 700 अंक ऊपर कारोबार कर रहा है। एनएसई का निफ्टी 10802 अंक पर 195 अंक ऊपर है। अमेरिका में मॉडर्ना इंक के कोरोना वायरस की वैक्सीन के पहले दो परीक्षण हो चुके हैं । रिपोर्ट है कि इस परीक्षण के परिणाम से वैज्ञानिक खुश हैं। अब इस वैक्सीन का अंतिम परीक्षण होना है।

रिलायंस की आज एजीएम है जिसमें बड़ी घोषणाएं होने की उम्मीद है। बीएसई में रिलायंस का शेयर 1959 रुपये पर दो प्रतिशत से अधिक ऊपर है। देश की दूसरी बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के तिमाही नतीजे आज आने वाले हैं। इन्फोसिस के शेयर में दो फीसदी से अधिक की तेजी बनी हुई है।
सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 अंक नीचे, बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट

सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 अंक नीचे, बैंक और वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट

मुंबई। वैश्वकि बाजारों में बिकवाली निकलने से बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स भी मंगलवार को कारोबार के शुरुआती दौर में 300 अंक से अधिक गिर गया। इस दौरान वित्तीय कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही। कारोबार के शुरुआती दौर में 36,339.07 अंक का निम्नस्तर छूने के बाद 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स पिछले दिन के बंद के मुकाबले 277.05 अंक यानी 0.76 प्रतिशत गिरकर 36,416.64 अंक पर चल रहा था।

इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक भी 74.85 अंक यानी 0.69 प्रतिशत गिरकर 10,727.85 अंक रहा। एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड दोनों के शेयरों में तीन प्रतिशत तक गिरावट रही। एचडीएफसी बैंक के लंबे समय तक वाहन कर्ज का कामकाज देखने वाले अधिकारी के तौर तरीकों को लेकर जांच शुरू की गई है। यह अधिकारी 31 मार्च को सेवा निवृत हो चुका है। 

इसके साथ ही इंडसइंड बैंक, बजाज फिनसर्व, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस, मारुति और स्टेट बैंक के शेयरों में भी गिरावट रही। इसके विपरीत एचसीएल टेक, इन्फोसिस, नेस्ले इंडिया, अल्ट्रा टेक सीमेंट और आईटीसी के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। इससे पिछले सत्र सोमवार को बीएसई सेंसेक्स 99.36 अंक यानी 0.27 प्रतिशत बढ़कर 36,693.69 अंक और निफ्टी 34.65 अंक बढ़कर 10,802.70 अंक पर बंद हुआ था। 

इस दौरान शेयर बाजार द्वारा उपलब्ध कराये गये अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में 221.76 करोड़ रुयये की शुद्ध लिवाली की। शंघाई, हांग कांग, टोक्यो और सोल के बाजारों में भी मंगलवार को शुरुआत गिरावट के साथ हुई। अमेरिका ने एक अहम नीतिगत फैसले में सोमवार को दक्षिण चीन सागर क्षेत्र में चीन के दावे को सिरे से खारिज करते हुये कहा कि इस क्षेत्र पर चीन का एकतरफा दावा करने का कोई कानूनी आधार नहीं है। 

कोरोना वायरस के मोर्चे पर संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ते जाने से चिंता बढ़ रही है। दुनियाभर में 1.30 करोड़ लोग इससे संक्रमित हैं जबकि भारत में यह आंकड़ा 9.06 लाख तक पहुंच चुका है। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट कच्चे तेल का वायदा भाव 2.06 प्रतिशत गिरकर 41.84 डालर प्रति बैरल रह गया।
ट्राई ने एयरटेल, वोडाफोन आइडिया के तेज स्पीड का वादा करने वाले तरजीही प्लान पर रोक लगाई

ट्राई ने एयरटेल, वोडाफोन आइडिया के तेज स्पीड का वादा करने वाले तरजीही प्लान पर रोक लगाई

नई दिल्ली। दूरसंचार नियामक ट्राई ने भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया से उन खास दूरसंचार प्लानों को रोकने के लिए कहा है, जिसके तहत कुछ तरजीही उपयोगकर्ताओं को तेज स्पीड देने का वादा किया था। दरअसल सवाल उठ रहे थे कि क्या अन्य ग्राहकों की सेवाओं में गिरावट की कीमत पर तरजीही नेटवर्क तैयार किया गया है। एक सूत्र ने कहा कि भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने दोनों परिचालकों से अंतरिम अवधि के लिए इन विशेष प्लान को वापस लेने के लिए कहा है। ट्राई ने इस बारे में दोनों परिचालकों- एयरटेल और वोडाफोन आइडिया को लिखा है और उनसे उनके प्लान के बारे में सवाल किए हैं, जिसमें कुछ तरजीही उपयोगकर्ताओं को तेज गति देने का वादा किया है। नियामक ने पूछा है कि क्या उन विशिष्ट प्लानों में अधिक भुगतान वाले ग्राहकों को तरजीह, अन्य ग्राहकों के लिए सेवा में गिरावट की कीमत पर आई है। ट्राई ने परिचालकों से पूछा है कि वे दूसरे सामान्य ग्राहकों के हितों की रक्षा कैसे कर रहे हैं। इस बारे में संपर्क करने पर एयरटेल के एक प्रवक्ता ने कहा, ''हम अपने सभी ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ नेटवर्क और सेवा मुहैया कराने के लिए उत्साह से भरे हैं।'' एयरटेल के प्रवक्ता ने कहा कि इसके साथ ही कंपनी पोस्ट-पेड ग्राहकों के लिए सेवा और जवाबदेही को बढ़ाना चाहती है। ट्राई ने एयरटेल को जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया है। वोडाफोन आइडिया के प्रवक्ता ने इस बारे में पूछने पर कहा, ''वोडाफोन रेडएक्स प्लान हमारे मूल्यवान पोस्टपेड ग्राहकों के लिए असीमित डेटा, कॉल, प्रीमियम सामग्री, अंतरराष्ट्रीय रोमिंग पैक सहित कई फायदे मुहैया कराता है।'' उन्होंने कहा कि कंपनी अपने ग्राहकों को सर्वश्रेष्ठ और उच्च गति की 4जी डेटा सेवाएं मुहैया करने के लिए प्रतिबद्ध है।

 शेयर बाजार की तेज शुरूआत, 36900 के ऊपर सेंसेक्स, निफ्टी में भी तेजी

शेयर बाजार की तेज शुरूआत, 36900 के ऊपर सेंसेक्स, निफ्टी में भी तेजी

मुंबई। मजबूत विदेशी संकेतों से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरूआत तेजी के साथ हुई और शुरूआती कारोबार में सेंसेक्स 300 अंकों से ज्यादा की उछाल के साथ 36,900 के ऊपर चला गया और निफ्टी भी 100 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ 10,862 पर कारोबार कर रहा था। सुबह 9.24 बजे सेंसेक्स पिछले सत्र 320.55 अंकों यानी 0.88 फीसदी की तेजी क साथ 36,914.88 पर कारोबार कर रहा था जबकि निफ्टी पिछले सत्र से 94.10 अंकों यानी 0.87 फीसदी की बढ़त के साथ 10,862.15 पर बना हुआ था।
 
कोरोना के कहर के बीच आर्थिक गतिविधियों के पटरी पर लौटने की उम्मीदों से शेयर बाजारों में तेजी का रुख बना हुआ है। प्रमुख कंपनियों द्वारा बीती तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी किए जाने पहले शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी का रुझान लौटी है। बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 286.33 अंकों की बढ़त के साथ 36880.66 पर खुला और आरंभिक कारोबार के दौरान 36,963.38 तक उछला।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सत्र के मुकाबले 83.80 अंकों की बढ़त के साथ 10,851.85 पर खुला और आरंभिक कारोबार के दौरान 10,874.75 तक उछला। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों से सकारात्मक संकेत मिलने से एशियाई बाजारों में सोमवार को सप्ताह की शुरूआत मजबूती के साथ हुई।

बाजार के जानकार बताते हैं की चीन, जापान समेत एशिया के अन्य बाजारों से मिले मजबूत संकेतों से घरेलू शेयर बाजार में तेजी लौटी है। इस सप्ताह कई प्रमुख कंपनियां कोरोना काल में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अपने वित्तीय नतीजे जारी करेंगी।
डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन बढ़े, राजधानी में 81 रुपये लीटर के पार

डीजल के दाम लगातार दूसरे दिन बढ़े, राजधानी में 81 रुपये लीटर के पार

नईदिल्ली। डीजल के दाम में सोमवार को लगातार दूसरे दिन बढ़ोतरी हुई, जबकि पेट्रोल की कीमत लगातार 14वें दिन स्थिर रही। देश की राजधानी दिल्ली में डीजल का भाव 81.05 रुपये लीटर हो गया है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पेट्रोल के मुकाबले डीजल 62 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में डीजल की कीमत बढ़कर क्रमश: 81.05 रुपये, 76.17 रुपये, 79.27 रुपये और 78.11 रुपये प्रति लीटर हो गई। वहीं, पेट्रोल का भाव चारों महानगरों में बिना किसी बदलाव के क्रमश: 80.43 रुपये, 82.10 रुपये, 87.19 रुपये और 83.63 रुपये प्रति लीटर बना हुआ है।

तेल विपणन कंपनियों ने सोमवार को डीजल का दाम दिल्ली में 11 पैसे, कोलकाता में 12 पैसे जबकि मुंबई और चेन्नई में 10 पैसे प्रति लीटर बढ़ा दिया। उधर, वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के दाम में फिर नरमी देखी जा रही है। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज ; आईसीई पर बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड के सितंबर वायदा अनुबंध में सोमवार को पिछले सत्र से 0.74 फीसदी की कमजोरी के साथ 42.92 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था।

वहींए न्यूयार्क मर्केंटाइल एक्सचेंज ; नायमैक्स पर अमेरिकी लाइट क्रूड वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट ; डब्ल्यूटीआई के अगस्त वायदा अनुबंध में पिछले सत्र से 0.79 फीसदी की कमजोरी के साथ 40.52 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। 
बहुत जल्द एक्सचेंज मार्केट पर हो सकती है पेट्रोल-डीज़ल की ट्रेडिंग,पढ़े ये खबर

बहुत जल्द एक्सचेंज मार्केट पर हो सकती है पेट्रोल-डीज़ल की ट्रेडिंग,पढ़े ये खबर

नई दिल्ली, बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड बहुत जल्द ही देश में पेट्रोल-डीज़ल की फ्यूचर ट्रेडिंग को मंजूरी दे सकता है. SEBI की इस अनुमति के बाद कंज्यूमर्स को बाजार में अचानक आने वाले तेज उतार-चढ़ाव से निपटने में आसानी हो सकेगी. सूत्रों ने बताया है कि पेट्रोलियम मंत्रालय ने पेट्रोलियम उत्पादों की फ्यूचर ट्रेडिंग को लेकर एक प्लान को मंजूरी दे दी है. ऐसे में अगर सेबी अंतिम मंजूरी दे देता है तो डेरिवेटिव मार्केट और कमोडिटी एक्सचेंज पर पेट्रोल और डीज़ल का वायदा कारोबार हो सकेगा.

फ्यूचर ट्रेडिंग एक तरह का फाइनेंशियल कॉन्ट्रैक्ट होता है, जिसमें खरीदार व विक्रेता भविष्य की किसी एक तारीख पर पहले से तय किए गए भाव पर ट्रेडिंग करते हैं. पेट्रोल-डीज़ल के मामले में, डेरिवेटिव प्रोडक्ट को भविष्य के किसी एक तय तारीख पर डिलीवरी के लिए खरीदा जा सकेगा.
कैसे मिलेगा फायदा?

मौजूदा समय में, जब ईंधन के दाम लगातार बढ़ रहे हैं, फ्यूचर प्रोडक्ट की मदद से खरीदार या विक्रेता को नुकसान नहीं होगा क्योंकि इन फाइनेंशियल प्रोडक्ट से जोखिम कम होगा. साथ ही, कमोडिटी की यूनिफॉर्म प्राइसिंग भी सुनिश्चित हो सकेगी. ऑयल सेक्टर के एक एनलिस्ट का कहना है कि यह एक सही दिशा में उठाया गया कदम साबित हो सकता है, क्योंकि इंडस्ट्रियल और बल्क कंज्यूमर्स के लिए जोखिम कम होगा. लेकिन बाजार की मौजूदा परिस्थिति में, पिक अप के नदारद होने की वजह से तेल की कीमतों में या तो कम हैं या फिर गिर रही हैं. ऐसे में हेजिंग पार्टिसिपेंट्स की रुचि के विपरित काम करेगा. इससे उनके हेजिंग का कॉस्ट बढ़ जाएगा.

क्या है वर्तमान में व्यवस्था?

वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग केवल क्रुड ऑयल के लिए की जाती है, जिसमें रिफाइनर्स के पास मौका होता है कि वो तेल की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव से खुद को होने वाले नुकसान को कम कर सकें. ऐसे में, अब पेट्रोल-डीज़ल में भी फ्यूचर ट्रेडिंग शुरू होने पर उनके पास अपनी रिफाइनिंग मार्जिन को हेज करने का एक और तरीका मिल सकेगा.

सूत्रों ने यह भी कहा कि पेट्रोलिमय उत्पादों के लिए बाजार की मौजूदा स्थिति उचित नहीं है. ऐसे में इन नये प्रोडक्ट्स को देर से भी लाया जा सकता है.

 

अब ईमेल, फैक्स और वॉट्सऐप से भी भेजे जा सकेंगे सम्मन

अब ईमेल, फैक्स और वॉट्सऐप से भी भेजे जा सकेंगे सम्मन

नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने मौजूदा कोविड-19 के हालात को देखते हुए न्यायिक कार्यवाही में प्रौद्योगिकी का और अधिक उपयोग करने का फैसला किया और निर्देश दिया कि अब अदालत के सम्मन तथा नोटिस लोगों को 'ईमेल, फैक्स और वॉट्सऐप जैसे एप्लीकेशन के माध्यम से भेजे जा सकते हैं।

शीर्ष अदालत ने इससे पहले वकीलों और वादियों को लॉकडाउन के दौरान आ रही मुश्किलों का स्वत: संज्ञान लिया था और मध्यस्थता कार्यवाही शुरू करने तथा चैक बाउंस होने के मामलों के लिए कानून के तहत निर्दिष्ट समयसीमा की अवधि 15 मार्च से अगले आदेश तक बढ़ाने का फैसला किया था। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे और न्यायमूर्ति आर सुभाष रेड्डी तथा न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना की पीठ ने मामले में अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल की याचिका पर आदेश जारी किया।

पीठ ने कहा नोटिस और सम्मन जारी करने में देखा गया है कि लॉकडाउन के दौरान डाकघरों में जाना संभव नहीं है। हम निर्देश देते हैं कि इस तरह की सेवाएं ईमेल, फैक्स या इन्स्टेंट मैसेंजर सर्विस के माध्यम से की जा सकती हैं। हालांकि पीठ ने आदेश में वॉट्सऐप का नाम नहीं लिया। पीठ ने जिरोक्स का उदाहरण दिया और कहा कि कंपनी के नाम का इस्तेमाल फोटो स्टेट के लिए किया जाता रहा है। शीर्ष अदालत ने वेणुगोपाल की इन आशंकाओं का निराकरण किया कि वह वॉट्सऐप से सम्मन और नोटिस भेजने में सहज महसूस नहीं करते।
शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 173 अंक गिरा, लाल निशान में आए वित्तीय शेयर

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 173 अंक गिरा, लाल निशान में आए वित्तीय शेयर

मुंबई। वैश्विक बाजारों से नकारात्मक संकेतों के बीच वित्तीय शेयरों में गिरावट के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 173 अंकों से अधिक गिर गया। सेंसेक्स शुरुआती सत्र में 36,526.22 के निचले स्तर तक गया और फिलहाल 173.77 अंक या 0.47 प्रतिशत टूटकर 36,563.92 पर कारोबार कर रहा था। एनएसई निफ्टी 39.05 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,774.40 पर था। सेसेंक्स में दो प्रतिशत के साथ इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक गिरावट हुई। इसके अलावा टेक महिंद्रा, एचडीएफसी, टाइटन, एक्सिस बैंक, एमएंडएम, एचडीएफसी बैंक और आईसीआईसीआई बैंक गिरने वाले शेयरों में शामिल थे। दूसरी ओर सन फार्मा, भारती एयरटेल, एसबीआई, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचयूएल, बजाज ऑटो और इंफोसिस बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। पिछले सत्र में बीएसई सेंसेक्स 408.68 अंक या 1.12 प्रतिशत बढ़कर 36,737.69 पर, और एनएसई निफ्टी 107.70 अंक या 1.01 प्रतिशत चढ़कर 10,813.45 पर बंद हुआ था। विदेशी संस्थागत निवेशक गुरुवार को पूंजी बाजार में शुद्ध खरीदार थे और शेयर बाजार के अनंतिम आंकड़ों के मुताबिक उन्होंने सकल आधार पर 212.77 करोड़ रुपये की इच्टिी खरीदी। व्यापारियों के अनुसार घरेलू बाजार, वैश्विक बाजारों के नकारात्मक रुख से प्रभावित हुए और साथ ही कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर भी निवेशकों में चिंता बनी हुई है।
एयर इंडिया के लिए अब तक केवल एक कंपनी ने लगाई बोली, पढ़ें पूरी खबर

एयर इंडिया के लिए अब तक केवल एक कंपनी ने लगाई बोली, पढ़ें पूरी खबर

नई दिल्ली | सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को खरीदने के लिए कतार में टाटा समूह एक मात्र बोलीदाता है, जबकि अंतिम बोली की तिथि मात्र एक महीने दूर रह गई है। एयरलाइन कारोबार में पहले से मौजूद टाटा समूह ने एयर इंडिया को खरीदने में रुचि दिखाई है, जो किसी समय टाटा के पास ही थी। अन्य बोलीदाताओं के बारे में आगे उचित प्रक्रिया के जरिए पता चल पाएगा। हालांकि वैश्विक स्तर पर विमानन कंपनियां कोविड-19 महामारी और उसके परिणामस्वरूप हवाई यात्रा व पर्यटन में आए व्यवधानों के कारण गंभीर संकट में हैं। टाटा समूह बोली के लिए आगे बढ़ सकता है, जबकि इसकी संयुक्त उद्यम एयरलाइन, सिंगापुर एयरलाइंस ने कोविड-19 की चिंताओं के कारण एयर इंडिया की बोली से जुडऩे से इंकार कर दिया है। समूह फिलहाल एयरलाइंस को उचित महत्व दे रहा है।

बोली की अंतिम तिथि 31 अगस्त है और सरकार इस तिथि को आगे बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। एयर इंडिया कोविड-19 से काफी पहले से गंभीर वित्तीय संकट का सामना कर रही है। महामारी के असर ने, खासतौर से उड्डयन क्षेत्र में, कोढ़ में खाज का काम किया है और इसकी वित्तीय स्थिति और खराब हो गई है। टाटा एयरलाइंस और एयर इंडिया से लेकर विस्तारा और एयरएशिया इंडिया तक टाटा समूह भारत में विकसित हो रहे उड्डयन क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
टाटा एयरलाइंस एयरएशिया बरहाद और सिंगापुर एयरलाइंस के साथ क्रमश: एयरएशिया इंडिया और विस्तारा चला रही है। दोनों संयुक्त उद्यम एयरलाइंस अपने-अपने बिजनेस मॉडल -कम लागत की एयरएशिया और पूर्ण सेवा वाली विस्तारा-पर स्वतंत्र रूप से संचालित होती हैं। विस्तारा ने 2019 में अपने बेड़े में नौ बोइंग 737-800एनजी विमानों को शामिल कर अपने संचालन का काफी विस्तार किया है और इसके साथ उसके विमानों की संख्या 31 हो गई है, जिससे कंपनी को अपने नेटवर्क में 50 प्रतिशत से अधिक का विस्तार करने में मदद मिली है।
 
   शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 200 अंकों से अधिक की तेजी, निफ्टी 10,750 के पार

शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स में 200 अंकों से अधिक की तेजी, निफ्टी 10,750 के पार

मुंबई। वैश्विक बाजारों से मिले सकारात्मक संकेतों के बीच वित्तीय शेयरों में तेजी के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स में गुरुवार को शुरुआती कारोबार के दौरान 200 अंकों से अधिक की तेजी देखने को मिली। शुरुआती सत्र में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 36,541.53 के उच्च स्तर को छूने के बाद 190.57 अंकों या 0.52 प्रतिशत की तेजी के साथ 36,519.58 पर कारोबार कर रहा था। एनएसई निफ्टी 54.70 अंक या 0.51 प्रतिशत बढ़कर 10,760.45 पर था। सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की तेजी टाटा स्टील में हुई। इसके अलावा इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, एमएंडएम, एसबीआई और एक्सिस बैंक भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। दूसरी ओर मारुति, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और टाइटन में गिरावट हुई। पिछले सत्र में बीएसई सेंसेक्स 345.51 अंक या 0.95 प्रतिशत गिरकर 36,329.01 पर बंद हुआ था और निफ्टी 93.90 अंक, या 0.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10705.75 पर बंद हुआ था।
 एसबीआई का अपने ग्राहकों को एक बड़ा तोहफा: फिर घटाई ब्याज दरें, कम होगी आपकी ईएमआई

एसबीआई का अपने ग्राहकों को एक बड़ा तोहफा: फिर घटाई ब्याज दरें, कम होगी आपकी ईएमआई

नईदिल्ली। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने करोड़ों ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। एसबीआई ने लोन की ब्याज दरें घटाने का ऐलान किया है। छोटी अवधि की एमसीएलआर दरें 0.05 प्रतिशत से 0.10 फीसद तक घट गई हैं। अब एसबीआई की दर घटकर 6.65 प्रतिशत पर आ गई है। बैंक का दावा है कि मौजूदा समय में उनकी एमसीएलआर दरें देश में सबसे कम हैं। ये नई दरें 10 जुलाई से लागू होंगी।
 
अब ग्राहकों को 30 साल के लिए लिए गए 25 लाख रुपए के लोन पर एमसीएलआर के तहत मासिक किस्त करीब 421 रुपए घट जाएगी। इसी तरह ईबीआर व आरएलएलआर के तहत मासिक किस्त 660 रुपए घट जाएगी, लेकिन यह फायदा नए ग्राहकों के साथ साथ सिर्फ उन्हीं ग्राहकों को मिलेगा, जिन्होंने अप्रैल 2016 के बाद लोन लिया है। क्योंकि उसके पहले लोन देने के लिए तय मिनिमम रेट बेस रेट कहलाती थी। यानी इससे कम दर पर बैंक वोन नहीं दे सकते थे।

एसबीआई के जारी वक्तव्य में कहा गया है कि एमसीएलआर में यह कटौती तीन माह तक के लिए दिए जाने वाले कर्ज पर लागू होगी। इसका मकसद कर्ज उठाव और मांग को बढ़ावा देना है।  एमसीएलआर में की गई इस कटौती के बाद तीन माह तक की अवधि के कर्ज पर बैंक की ब्याज दर घटकर 6.65 प्रतिशत वार्षिक रह जाएगी। यह दर बैंक की बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) के बराबर हो गई है। 

बता दें इससे पहले 10 जून को एसबीआई की एमसीएलआर दरें 0.25 प्रतिशत घटकर 7 फीसद पर आ गई थी।आरबीआई ने 22 मई को रेपो रेट को 0.40 फीसद घटकर 4 फीसद कर दिया था। इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक ने रेपो और एमसीएलआर से जुड़ी अपनी लोन दरें पहले ही घटा दी हैं।
 
एसबीआई एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लेंडिंग रेट (ईबीआर) और रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) की दरें भी घटा चुका है। दोनों दरों में एक जुलाई से 0.40 प्रतिशत की कटौती लागू हुई है। अब सालाना ईबीआर 7.05 प्रतिशत से घटकर 6.65 प्रतिशत पर आ गई है। आरएलएलआर 6.65 प्रतिशत से घटकर 6.25 प्रतिशत पर आ गई है।
 सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ा, निफ्टी 10,800 अंक के पार

सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 100 अंक से अधिक चढ़ा, निफ्टी 10,800 अंक के पार

मुंबई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स बुधवार को कारोबार के शुरुआती दौर में 100 अंक से अधिक बढ़कर 36,775.60 अंक पर पहुंच गया। इस दौरान विदेशी मुद्रा प्रवाह जारी रहने और लिवाली निकलने से एचडीएफसी बैंक, एचडीएफसी लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई। बीएसई का 30 कंपनी शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक कारोबार के शुरुआती दौर में 101.08 अंक यानी 0.28 प्रतिशत ऊंचा रहकर 36,775.60 अंक पर पहुंच गया। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक 34.60 अंक यानी 0.32 प्रतिशत बढ़कर 10,834.25 अंक पर पहुंच गया। बढ़त पाने वाले शेयरों में इंडसइंड सबसे ज्यादा लाभ वाले शेयरों में रहा। इसका शेयर चार प्रतिशत तेजी में रहा। इसके बाद स्टेट बैंक, टाटा स्टील, बजाज आटो, आईटीसी, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक तथा रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में तेजी का रुख रहा। इसके विपरीत इन्फोसिस, एचसीएल टेक, अल्ट्रा टेक सीमेंट, मारुति और एक्सिस बैंक के शेयरों में गिरावट का रुख रहा। इससे पहले मंगलवार को बीएसई सेंसेक्स 187.24 अंक बढ़कर 36,674.52 अंक और एनएसई का निफ्टी 36 अंक यानी 0.33 प्रतिशत बढ़कर 10,799.65 अंक पर बंद हुआ। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को बाजार में 829.90 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की। हालांकि, देश दुनिया में कोविड- 19 के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता ने बाजार की तेजी पर लगाम लगा दी। पूरी दुनिया में कोविड- 19 से संक्रमित मामलों की संख्या 1.17 करोड़ के पार चली गई है जबकि मरने वालों का आंकड़ा 5.43 लाख पर पहुंच गया है। भारत में कोविड- 19 से संक्रमित लोगों की संख्या 7.42 लाख हो गई है जबकि 20,642 लोगों की इससे मौत हो गई। कोरोना वायरस के संक्रमितों के बढ़ते आंकड़ों से निवेशकों में चिंता है। शंघाई और हांग कांग के बाजारों में बाजार तेजी में रहे वहीं तोक्यों और सोल के बाजार गिरावट में रहे। वॉल स्ट्रीट का बाजार कल गिरावट में बंद हुआ। इस बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड तेल का वायदा भाव 0.16 प्रतिशत गिरकर 43.01 डालर प्रति बैरल रहा।
कोरोना के चलते पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की समय सीमा बढ़ी

कोरोना के चलते पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की समय सीमा बढ़ी

नईदिल्ली, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने वैश्विक महामारी कोविड-19 से उत्पन्न स्थिति को ध्यान में रखते हुए पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करवाने की समय सीमा बढ़ाकर अगले वर्ष 31 मार्च 2021 तक कर दी है। आयकर विभाग ने सोमवार को यह जानकारी दी। विभाग के अनुसार अब 31 मार्च 2021 तक पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराया जा सकता है। इससे पहले भी कई बार तारीख बढ़ाई जा चुकी है। इस बार कोरोना महामारी और उन लोगों को ध्यान में रखते हुए समय सीमा बढ़ाई गई है जो किसी कारण से अभी तक पैन कार्ड को आधार कार्ड से लिंक नहीं करवा पाए थे।पहले ये समय सीमा 30 जून थी और लिंक नहीं कराने वाले पैनकार्ड धारक पर 10 हजार रुपये जुर्माना का प्रावधान था।

 

रिलायंस का मार्केट कैप 11.5 लाख करोड़ रुपये के पार

रिलायंस का मार्केट कैप 11.5 लाख करोड़ रुपये के पार

नईदिल्ली। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड का बाजार पूंजीकरण आज 11.5 लाख करोड़ रुपये के स्तर को पार कर गया। बीएसई पर सोमवार को कंपनी के शेयर का भाव 2.55 फीसदी की बढ़त के साथ 1833.10 अंक के रेकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया। एनएसई पर कंपनी का शेयर 2.55 फीसदी की बढ़त के साथ 1833.50 के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। इससे सुबह के कारोबार में कंपनी का बाजार पूंजीकरण 26150.05 करोड़ रुपये बढ़कर 1159318.60 करोड़ रुपये हो गया। देश की सबसे मूल्यवान कंपनी आरआईएल ने पिछले महीने 11 लाख करोड़ रुपये के बाजार पूंजीकरण की उपलब्धि हासिल की थी और इस मुकाम पर पहुंचने वाली देश की पहली कंपनी बनी थी। आरआईएलके शेयर सोमवार को 1801.15 अंक के स्तर पर खुले और दिन के कारोबार के दौरान 1,833.10 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। यह कंपनी के शेयरों का पिछले 52 हफ्तों का सबसे शानदार प्रदर्शन है। कंपनी का शेयर शुक्रवार को करीब दो फीसदी की तेजी के साथ 1787.50 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। इंटेल कैपिटल के जियो प्लेटफॉर्म्स में 0.39 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा के बाद कंपनी के शेयर में उछाल आया था। 


शुक्रवार को अमेरिका की कंपनी इंटेल कैपिटल द्वारा जियो प्लेटफार्म्स में 1,894.50 करोड़ रुपये में 0.39 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के सौदे की घोषणा हुई। जियो प्लेटफॉर्म्स में अप्रैल से अब तक विभिन्न वैश्विक कंपनियों को अलग-अलग हिस्सेदारी बेचकर रिलायंस इंडस्ट्रीज कुल 1.17 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटा चुकी है।

जियो प्लेटफॉर्म्स में सबसे पहले 22 अप्रैल को फेसबुक ने हिस्सेदारी खरीदी थी। उसके बाद सिल्वर लेक, विस्टा इच्टिी, जनरल अटलांटिक, केकेआर, मुबाडला ने निवेश किया। सिल्वर लेक ने एक बार की खरीदारी के बाद अतिरिक्त निवेश भी किया। बाद में अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए), टीपीजी, एल कैटरटन और पीआईएफ ने जियो प्लेटफार्म्स में हिस्सेदारी खरीदी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने इसके साथ ही 53,124 करोड़ रुपये के राइट्स इश्यू भी जारी किया। इस निवेश से प्राप्त राशि के बाद कंपनी कर्जमुक्त बन गई।
सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 अंक से अधिक चढ़ा, निफ्टी 10,700 अंक के पार

सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 300 अंक से अधिक चढ़ा, निफ्टी 10,700 अंक के पार

मुंबई। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का संवेदी सूचकांक 'सेंसेक्सÓ सोमवार को शुरुआती कारोबार में 300 अंक से अधिक चढ़कर 36,331.71 अंक पर पहुंच गया। विदेशी कोषों का प्रवाह बढऩे और एशियाई बाजारों में खरीदारी का जोर रहने से कारोबार की शुरुआत तेजी के साथ हुई।बीएसई सेंसेक्स कारोबार खुलने के साथ ही 36,389.01 अंक की ऊंचाई छूने के बाद शुरुआती दौर में 310.29 अंक यानी 0.86 प्रतिशत बढ़कर 36,331.71 अंक रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक इस दौरान 99.70 अंक यानी 0.94 प्रतिशत बढ़कर 10,707.05 अंक पर रहा।सेंसेक्स में शामिल शेयरों में इंडसइंड बैंक करीब चार प्रतिशत वृद्धि के साथ सबसे तेज बढ़त वाला शेयर रहा। इसके बाद एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, टेक महिन्द्रा, स्टेट बैंक, एक्सिस बैंक, आईटीसी और टेक महिन्द्रा के शेयरों में भी बढ़त का रुख रहा। इसके विपरीत बजाज आटो, पावर ग्रिड, टाइटन और हिन्दुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में गिरावट रही। बीएसई सेंसेक्स इससे पिछले सत्र में यानी बीते शुक्रवार को कारोबार की समाप्ति पर 177.72 अंक बढ़कर 36,021.42 अंक पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 55.65 अंक की वृद्धि के साथ 10,607.35 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बाजार में शुद्ध खरीदारी की। शुरुआती आंकड़ों के मुताबिक विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को 857.29 करोड़ रुपये की लिवाली की। कारोबारियों का कहना है कि कोविड- 19 की दवा जल्द आने, वृहद आर्थिक परिवेश में सुधार दिखने और प्रमुख वैश्विक बाजारों में खरीदारी तेज होने से घरेलू बाजार में तेजी का रुख बना हुआ है। हालांकि, कोविड-19 के बढ़ते मामलों से चिंता भी बरकरार है। शंघाई, हांग कांग, टोक्यो और सोल के बाजारों में चार प्रतिशत की तेजी रही। उम्मीद की जा रही है कि सरकार आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने के लिये और प्रोत्साहन दे सकती है। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड तेल का वायदा भाव 0.63 प्रतिशत बढ़कर 43.07 डालर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत सेंसेक्स की टॉप-10 कंपनियों का मार्केट कैप 1.37 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

रिलायंस इंडस्ट्रीज समेत सेंसेक्स की टॉप-10 कंपनियों का मार्केट कैप 1.37 लाख करोड़ रुपये बढ़ा

नईदिल्ली। सेंसेक्स की टॉप-10 कंपनियों के मार्केट कैप में बीते सप्ताह 1,37,508.61 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ। सबसे अधिक फायदे में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और रिलायंस इंडस्ट्रीज रहीं। बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 850.15 अंक या 2.41 प्रतिशत के लाभ में रहा।


समीक्षाधीन सप्ताह में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 31,294.89 करोड़ रुपये बढ़कर 8,25,149.40 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसी तरह रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन 28,464.11 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 11,33,168.55 करोड़ रुपये रहा। एचडीएफसी की बाजार हैसियत 20,519.86 करोड़ रुपये बढ़कर 3,27,120.52 करोड़ रुपये और आईटीसी की 15,057.98 करोड़ रुपये बढ़कर 2,54,879.41 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। 

सप्ताह के दौरान भारती एयरटेल का बाजार मूल्यांकन 11,347.56 करोड़ रुपये की वृद्धि के साथ 3,17,022.44 करोड़ रुपये पर और एचडीएफसी बैंक का 10,211.92 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 5,89,765.72 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इसी तरह आईसीआईसीआई बैंक का बाजार पूंजीकरण 7,780.46 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी के साथ 2,33,782.89 करोड़ रुपये रहा।

इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण 6,154.48 करोड़ रुपये बढ़कर 3,24,803.13 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हिंदुस्तान यूनिलीवर की बाजार हैसियत 4,193.95 करोड़ रुपये बढ़कर 5,10,392.76 करोड़ रुपये पर और कोटक महिंद्रा बैंक की 2,483.4 करोड़ रुपये बढ़कर 2,67,831.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शीर्ष दस कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही। उसके बाद क्रमश टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी, इन्फोसिस, भारती एयरटेल, कोटक महिंद्रा बैंक, आईटीसी और आईसीआईसीआई बैंक का स्थान रहा।
कोरोना के दबाव में आ सकता है शेयर बाजार, पढ़े पूरी खबर

कोरोना के दबाव में आ सकता है शेयर बाजार, पढ़े पूरी खबर

मुंबई। घरेलू शेयर बाजारों में लगातार तीन सप्ताह की मजबूती के बाद तेजी से बढ़ते कोरोना संकट के कारण आने वाले सप्ताह में दबाव देखा जा सकता है।

आर्थिक गतिविधियाँ दुबारा शुरू होने से पिछले सप्ताह निवेशक लिवाल रहे जिससे बीएसई का सेंसेक्स करीब चार महीने बाद 36 हजार अंक के पार बंद होने में सफल रहा। यह लगातार तीसरा सप्ताह था जब शेयर बाजार में तेजी रही लेकिन पिछले दो-तीन दिन में देश में कोरोना वायरस के नये मामले जिस तेजी से बढ़े हैं, यदि यही क्रम जारी रहा तो आने वाले सप्ताह में बाजार की तेजी पर ब्रेक लग सकता है।

गत सप्ताह सेंसेक्स 850.15 अंक यानी 2.42 फीसदी की मजबूती के साथ सप्ताहांत पर 36,021.42 अंक पर पहुँच गया। सप्ताह के पहले दो दिन बाजार में गिरावट रही जबकि आखिरी के तीन दिन तेजी देखी गई।
 
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 224.35 अंक यानी 2.16 प्रतिशत की साप्ताहिक तेजी के साथ 10,607.35 अंक पर पहुँच गया। दिग्गज कंपनियों के विपरीत मझौली कंपनियों में निवेशकों का विश्वास जहाँ कम रहा वहीं छोटी कंपनियों में उन्होंने शुद्ध रूप से बिकवाली की। सप्ताह के दौरान बीएसई का मिडकैप 0.23 प्रतिशत चढ़कर सप्ताहांत पर 13,288.70 अंक पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 0.22 फीसदी की गिरावट में 12,603.02 अंक पर बंद हुआ।
सोना आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान घटकर 7.914 करोड़ डॉलर रहा

सोना आयात चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-मई के दौरान घटकर 7.914 करोड़ डॉलर रहा

नई दिल्ली। चालू खाता घाटा (सीएडी) पर असर डालने वाले, सोने का आयात वित्त वर्ष 2020-21 के पहले दो महीनों के दौरान उल्लेखनीय रूप से घटकर 7.914 करोड़ डॉलर का रह गया। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस गिरावट का कारण कोविड-19 महामारी के मद्देनजर मांग में भारी कमी का होना है। वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में सोने का आयात 8.75 अरब डॉलर का हुआ था। सोने के आयात में गिरावट से देश के व्यापार घाटे ? (आयात और निर्यात के बीच के अंतर) को कम करने में मदद मिली है। आयात और निर्यात के बीच का अंतर, उक्त अवधि के दौरान घटकर 9.91 अरब डॉलर रह गया जो साल भर पहले 30.7 अरब डॉलर का था। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा कि व्यापार घाटे के कम होने की वजह से, भारत ने जनवरी-मार्च तिमाही में 0.6 अरब डॉलर अथवा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 0.1 प्रतिशत के बराबर चालू खाता अधिशेष बचा है जबकि वर्ष भर पहले समान अवधि में 4.6 अरब डॉलर अथवा जीडीपी का 0.7 प्रतिशत का घाटा दर्ज किया गया था। पिछले वर्ष दिसंबर से सोने के आयात में गिरावट आ रही है। मार्च, अप्रैल और मई में यह गिरावट क्रमश: 62.6 प्रतिशत, 99.93 प्रतिशत और 98.4 प्रतिशत रही। भारत सोने का सबसे बड़ा आयातक है, जो मुख्य रूप से आभूषण उद्योग की मांग को पूरा करता है। मात्रा के संदर्भ में, देश सालाना 800-900 टन सोने का आयात करता है। अप्रैल-मई 2020 में रत्न और आभूषण निर्यात 82.46 प्रतिशत घटकर 1.1 अरब डॉलर रहा। इसी तरह, 2020-21 के पहले दो महीनों के दौरान चांदी का आयात भी 30.7 प्रतिशत घटकर 43.789 करोड़ डॉलर रहा|

Reliance Jio का JioMeet वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप लॉन्च, Zoom को देगा टक्कर

Reliance Jio का JioMeet वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप लॉन्च, Zoom को देगा टक्कर

Reliance Jio ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप Zoom को टक्कर देने के लिए JioMeet सर्विस लॉन्च की है। मुकेश अंबानी की टेलीकॉम कंपनी ने गुरुवार रात अपने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप को थोड़ी धूमधाम से लॉन्च किया और अब यह सर्विस ऐप के रूप में Google Play और App Store पर उपलब्ध है। रिलायंस जियो ने पिछले कुछ महीनों में लगातार फंडरेज़ के बाद अपना पहला नया प्रोडक्ट जारी किया है और यह Zoom, Google Meet, Microsoft Teams और अन्य लोकप्रिय वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग टूल्स के खिलाफ अखाड़े में उतर रहा है।

JioMeet डायरेक्ट कॉल (1: 1 कॉलिंग) के साथ-साथ 100 प्रतिभागियों के साथ मीटिंग आयोजित करने की क्षमता रखता है। Reliance Jio के अनुसार, ऐप एंटरप्राइज़-ग्रेड होस्ट कंट्रोल देत है। आप अपने फोन नंबर या ईमेल आईडी के साथ साइन-अप कर सकते हैं और एचडी क्वालिटी में अपनी मीटिंग्स कर सकते हैं। इसे इस्तेमाल करना मुफ्त है और आप प्रति दिन असीमित मीटिंग्स कर सकते हैं। इसके अलावा इसमें मीटिंग्स पासवर्ड से सुरक्षित भी हो सकती हैं और यह ज़ूम जैसे वेटिंग रूम फीचर का समर्थन भी करता है।

Reliance Jio ने अप्रैल से लेकर जून तक लगातार फंडरेज़ किया, जिसमें कंपनी ने Facebook के साथ डील से शुरुआत की और सोशल मीडिया दिग्गज को जियो में 9.99 प्रतिशत हिस्सेदारी मिली। JioMeet को न केवल ब्राउज़र (केवल Chrome या Firefox) से इस्तेमाल किया जा सकता है, बल्कि यह ऐप के रूप में Windows, Mac, iOS और Android पर भी उपलब्ध है। आप इनके लिंकJio की वेबसाइट में देख सकते हैं।

इस प्लेटफॉर्म का इंटरफेस बहुत ही सरल है, जो वास्तव में ज़ूम की तरह ही दिखता है, लेकिन एक क्विक रिव्यू से पता चला है कि यह अन्य प्रमुख वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐप्स की तरह ही काम करता है। JioMeet का कहना है कि ऐप पांच डिवाइसों पर मल्टी-डिवाइस लॉग-इन सपोर्ट करता है और कॉल पर रहते हुए आप डिवाइसों के बीच आसानी से स्विच कर सकते हैं। इसमें सेफ ड्राइविंग मोड नाम का एक फीचर भी है और साथ ही स्क्रीन शेयरिंग जैसी बेसिक सुविधाएं भी हैं।

भले ही अब यह ऐप जनता के लिए उपलब्ध है, लेकिन Jio कुछ महीनों से इसका टेस्ट कर रहा था और आप Google Play पर कमेंट को देख सकते हैं कि यह कैसे एक इनविटेशन कोड के साथ ही काम करता था। लेकिन अब आपको केवल JioMeet के लिए साइन-अप करना है और आप इसे मुफ्त में इस्तेमाल कर सकते हैं।