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 बरातियों से खचा-खच भरी पिकप वाहन अनियंत्रित होकर पलटी, मौके पर पहुंची 112 की टीम...

बरातियों से खचा-खच भरी पिकप वाहन अनियंत्रित होकर पलटी, मौके पर पहुंची 112 की टीम...

बिलासपुर| छत्तिसगढ़ के बिलासपुर जिले से एक खबर सामने आ रही है जहां बीती रात बरातियों से भरी पिकप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। उसमें सवार 30 लोगों को मामूली चोट आई। डायल 112 की टीम ने सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गई जहां उपचार के बाद सबको वापस भेज दिया गया।

पढ़े पूरी खबर-
 मिली जानकारी के अनुसार ग्राम औराबंधा निवासी शादी कार्यक्रम में पिकप क्रमांक सीजी-10-एजे -3608 में सवार होकर ग्राम बेलसरा गए थे। शादी का कार्यक्रम निपटाने के बाद सभी बाराती पिकप में सवार होकर वापस अपने घर आ रहे थे। पिकप में बच्चे-बूढ़े मिलाकर 30 लोग सवार थे। सवारी अधिक होने के कारण ग्राम दर्री के पास गाड़ी अनियंत्रित होकर पलट गई। किसी घटना की सूचना डायल 112 को दी। जानकारी मिलते ही डायल 112 की टीम दो निजी व एक पेट्रोलिंग सहित घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने तत्काल सभी घायलों को उपचार हेतु तखतपुर स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गई। घटना में मामूली चोंट आने के कारण उपचार कर सभी को वापस भेज दिया गया|
किराया न पटाने के चलते 11 दुकानों पर लगा निगम का ताला, जाने कहा की है यह खबर

किराया न पटाने के चलते 11 दुकानों पर लगा निगम का ताला, जाने कहा की है यह खबर

कोरबा। निगम के भवनों व दुकानों का बकाया किराया समय पर निगम कोष में जमा न करने पर आयुक्त  राहुल देव के निर्देश पर निगम अमले ने कड़ी कार्यवाही करते हुए आज 11 दुकानों, कमरे व हाल पर ताला लगाकर सील कर दिया, निगम की इस कार्यवाही से बकायादारों के बीच हड़कंप मच गया।

यहां उल्लेखनीय है कि नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर भवनों व दुकानों का निर्माण कर इन्हें निर्धारित मासिक किराए व लीज शर्तो पर लोगों को आबंटित किया गया था, बकायादारों द्वारा भवन दुकान का किराया समय पर जमा न करने के कारण निगम को एक बड़ी राशि किराए के रूप में वसूल करनी है। भवनों, दुकानों व कमरों के किराये के बकायादारों को समय-समय पर आगाह किए जाने के बावजूद किराये की राशि नही पटायी जा रही है, परिणाम स्वरूप निगम द्वारा  इस दिशा में कड़ी कार्यवाही करते हुए तालाबंदी की कार्यवाही की जा रही है। इसी कड़ी में आज दर्री जोनांतर्गत सरदार वल्लभभाई पटेल नगर में स्थित 11 दुकानों पर निगम ने ताला लगा दिया, जिन दुकानों में ताला लगाया गया है, वह सरदार वल्लभभाई पटेल नगर स्थित दुकान क्र. 05, 06, 09, 10, 11, 18, 19, 20, 22, 25 एवं 26 आदि दुकान शामिल हैं। 

निगम के राजस्व अधिकारी  अशोक बनाफर ने बताया कि इसके पूर्व नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा कोरबा शहर के विभिन्न स्थानों में स्थित 22 दुकानों में ताला लगाकर उन्हें सील किया गया था, जिसके परिणाम स्वरूप इन बकायादारों द्वारा तत्काल लाखों रूपये की बकाया राशि निगम कोष में जमा कराई गई थी। उन्होने बताया कि किराया न पटाने वाली दुकानों में ताला लगाने की यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी। महापौर  राजकिशोर प्रसाद एवं आयुक्त  राहुल देव ने निगम के भवनों, दुकानों आदि के किरायेदारों से अपील करते हुए कहा है कि वे भवनों व दुकानों का किराया निर्धारित समय पर अनिवार्य रूप से निगम कोष में जमा कराएं, उन्होने कहा है कि निगम के भवनों व दुकानों के जिन किरायेदारों द्वारा समय पर किराया राशि नहीं पटायी जाएगी, उन दुकानों, भवनों पर निगम द्वारा लगातार ताला लगाने की कार्यवाही जारी रहेगी, अत: पूर्व बकाया सहित वर्तमान माह का किराया भी निगम कोष में समय पर जमा कराएं तथा तालाबंदी से होने वाली असुविधा से बचे। इसी प्रकार महापौर  राजकिशोर प्रसाद एवं आयुक्त  राहुल देव ने निगम के करदाताओं से भी अपील करते हुए कहा है कि निगम को देय करों का भुगतान वे समय पर करें, निर्धारित छूट का लाभ उठाएं, साथ ही शहर के विकास में अपना सहयोग दें।
 सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए खास मौका, महिला एवं बाल विकास विभाग में निकली इन पदों पर नौकरी, ऐसे करे आवेदन...

सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवाओं के लिए खास मौका, महिला एवं बाल विकास विभाग में निकली इन पदों पर नौकरी, ऐसे करे आवेदन...

रायपुर। युवाओं के लिए सरकारी नौकरी पाने का एक बहेतरीन मौका है आपको बता दे की छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में 6 पदों पर संविदा भर्ती निकली है। मजे की बात यह है कि आवेदन नि:शुल्क होगा। इच्छुक उम्मीदवार को अंग्रेजी एवं हिंदी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। इसके साथ ही कम्प्यूटर ज्ञान प्राप्ता विद्यार्थी ही आवेदन करें। लिखित परीक्षा और इंटरव्यू में पास होने के बाद ही उम्मीदवार का चयन होगा।

पढ़े इससे जुडी पूरी खबर-
इच्छुक उम्मीदवार भर्ती से जुड़ी और अधिक जानकारी के लिए ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं और नोटिफिकेशन डाउनलोड कर जान सकते हैं।

                    पदों का विवरण-
 
पदों का नाम                         पदों की संख्या       संविदा वेतन
संरक्षण अधिकारी                    -1 पद अनारक्षित     -21,000
विधिक सह परिवीक्षा अधिकारी      -1 पद अनारक्षित     -21,000
आउटरीच वर्कर                       -3 (02 अनारक्षित, 1 महिला, 1 पुरुष, 1 ओबीसी ) - 8,000
सहायक सह कम्प्यूटर ऑपरेटर     -1 अनारक्षित          -9,000
              कुल                                6 पद

आयु सीमा निर्धारित-
उम्मीदवार की आयु (01.03.2020)की स्थिति में न्यूनतम 21 और अधिकतम 45 वर्ष निर्धारित की गई है।

निःशुक्ल आवेदन -
आवेदन के लिए कोई शुल्क निर्धारित नहीं है। स्पीड पोस्ट या खुद कार्यालय में जाकर आपको फॉर्म जमा होगा।

ऐसे करें आवेदन-
इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन पत्र तय दिनांक के अंतर्गत 13.03.2020 के शाम 5 बजे तक कार्यालय जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग संयुक्त कलेक्टर परिसर कक्ष क्रमांक 45 प्रथम तल जिला बालोद में जमा करें।

विज्ञापन की संपूर्ण जानकारी म​हिला एवं बाल विकास विभाग जिला बालोद के सूचना पटल पर एवं जिले के वेबसाइट www.balod.gov.in पर देखी जा सकती है।

आवेदन की अंतिम तारीख-
आवेदन के लिए अंतिम तिथि- 13 मार्च, 2020

ये योग्यता- 
इच्छुक उम्मीदवार को अंग्रेजी एवं हिंदी भाषा का ज्ञान होना जरूरी है। कम्प्यूटर ज्ञान आवश्यक है। उम्मीदवार अनिवार्य रूप से विभाग की वेबसाइट www.balod.gov.in में जाकर पढ़ें।

इस तरह होगी चयन प्रक्रिया-
लिखित और इंटरव्यूव के जरिए उम्मीदवार का चयन होगा। लिखित परीक्षा के लिए 100 अंक निर्धारित किया है। अधिक जानकारी के​ लिए नोटिफिकेशन अच्छी तरह से पढ़कर दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार आवेदन प्रक्रिया को पूरी करे|
भूपेश सरकार के नये बजट में कोई नया टैक्स नहीं, पढ़े पूरी खबर...

भूपेश सरकार के नये बजट में कोई नया टैक्स नहीं, पढ़े पूरी खबर...

रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा में अपनी सरकार के आगामी वित्तीय वर्ष 2020-21 का बजट अनुमान प्रस्तुत किया। उनके प्रथम कार्यकाल के इस दूसरे वार्षिक बजट में कोई नया टैक्स प्रस्तावित नहीं किया गया है। आगामी एक अपै्रल से शुरू होने वाले नए वित्तीय वर्ष के इस बजट में कुल 96 हजार 091 करोड़ रूपए की कुल आय और 95 हजार 650 करोड़ रूपए का कुल व्यय अनुमानित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी वित्तीय वर्ष 2020-21 के बजट अनुमानों के अनुसार कुल राजस्व प्राप्तियां 83 हजार 831 करोड़ रूपए अनुमानित है। इसमें राज्य का राजस्व 35 हजार 370 करोड़ रूपए और केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि 48 हजार 461 करोड़ रूपए शामिल हैं। वर्ष 2020-21 के लिए अनुमानित सकल व्यय एक लाख 2 हजार 907 करोड़ रूपए का है। सकल व्यय से ऋणों की अदायगी और पुनप्र्राप्तियों को घटाने पर शुद्ध व्यय 95 हजार 650 करोड़ रूपए, राजस्व व्यय 81 हजार 400 करोड़ रूपए और पूंजीगत व्यय 13 हजार 814 करोड़ रूपए अनुमानित है। यह पूंजीगत व्यय कुल व्यय का 14.44 प्रतिशत होगा। 

मुख्यमंत्री ने बजट भाषण में कहा कि इन वित्तीय संव्यवहारों के फलस्वरूप नए वर्ष के बजट में 441 करोड़ रूपए की बचत और 2 हजार 431 करोड़ रूपए का राजस्व आधिक्य अनुमानित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के एक लाख 31 हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो चुका है। शेष 16 हजार शिक्षाकर्मियों में से 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों का संविलियन एक जुलाई 2020 से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बजट मुख्य रूप से गढ़बो नवा छत्तीसगढ़-स्वस्थ एवं सुपोषित नई युवा पीढ़ी के निर्माण के भावना के अनुरूप है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी परिवार सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली में शामिल किए गए हैं। इसके अंतर्गत 65 लाख 22 हजार राशन कार्ड धारक परिवारों को राशन कार्डों पर चावल प्रदान करने के लिए 3 हजार 410 करोड़ रूपए का प्रावधान नए बजट में किया गया है। इससे इन राशनकार्ड धारक परिवारों के 2 करोड़ 43 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर से प्रारंभ मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री सुपोषण योजना शुरू की जा रही है। इसके लिए 60 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत प्राथमिकता और अंत्योदय राशन कार्ड धारक परिवारों को 5 लाख रूपए और सामान्य राशनकार्ड वाले परिवारों को 50 हजार रूपए तक कैशलेस इलाज की सुविधा देने का प्रावधान किया गया है। इसके तहत लगभग 65 लाख परिवारों को इलाज की पात्रता होगी। इसके लिए नए बजट में 550 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा गया है। मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए मरीजों को 20 लाख रूपए सहायता देने के लिए नए बजट में 50 करोड़ रूपए रखे गए हैं। उन्होंने बेमेतरा, जशपुर, धमतरी और अर्जुंदा में उद्यानिकी महाविद्यालय और लोरमी में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए नवीन मद में 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किए जाने की जानकारी दी। श्री बघेल ने बताया कि नरवा गरूवा घुरवा बारी कार्यक्रम के तहत 912 नालों पर नरवा उपचार के लिए 20 हजार 810 कार्य मंजूर किए गए हैं और 1 हजार 900 गौठानों का निर्माण पुरा किया गया है। घुरवा का उपयोग कर 3 लाख 16 हजार मीटरिक टन जैविक खाद का उत्पादन किया गया है और 1 लाख 50 हजार बाडिय़ों को पुनर्जीवित करने का कार्य हुआ है। इन कार्यों के लिए मनरेगा योजना के अभिसरण से राशि मंजूर की गई है। नए बजट में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के लिए 400 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत अब तक 7 लाख 22 हजार मकानों का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। इस योजना के लिए नए बजट में राज्य सरकार ने एक हजार 600 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। मुख्यमंत्री ने अपने बजट भाषण में किसानों को उनके श्रम का उचित लाभ देने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना शुरू करने की घोषणा करते हुए कहा कि इस योजना का लाभ वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए भी दिया जाएगा। इस योजना के लिए नए बजट में 5 हजार 100 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए 366 करोड़ रूपए, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के लिए 370 करोड़ रूपए एकीकृत बागवानी मिशन के लिए 205 करोड़ रूपए, जैविक खेती मिशन के लिए 20 करोड़ रूपए, वाटर शेड प्रबंधन कार्यक्रम के लिए 200 करोड़ रूपए और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए 110 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि महान संत गुरू घासीदास जी की जन्म स्थली गिरौदपुरी में गुरूकुल विद्यालय की स्थापना की जाएगी। सुकमा, कोण्डागांव, नारायणपुर, बीजापुर और तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खोले जाएंगे। इसके अलावा सुकमा जिले के तोंगपाल और जिला दंतेवाड़ा के कुआकोंडा में छात्रावास की सुविधा सहित नए कॉलेज खोले जाएंगे। महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन की याद में धमतरी जिले के ग्राम कंडेल में भी कॉलेज खोला जाएगा। स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन की पूर्ति के लिए औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी, नगरनार और तिल्दा में नए आईटीआई खोले जाएंगे। दंतेवाड़ा में मल्टी स्किल सेंटर की स्थापना के लिए बजट में 3 करोड़ 85 लाख रूपए का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री पॉलीटेक्निक गुणवत्ता विकास योजना के तह 9 पॉलीटेक्निक संस्थानों के उन्नयन के लिए 5 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। निराश्रितों, बुजुर्गांें, विधवा महिलाओं और नि:शक्त व्यक्तियों को समय पर सहायता दिलाने के लिए सामाजिक सुरक्षा और कल्याण मद में 352 करोड़, वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए 185 करोड़ रूपए, मुख्यमंत्री पेंशन योजना के लिए 150 करोड़ रूपए, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना में 68 करोड़ रूपए और सुखद सहारा योजना में 100 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के रायपुर स्थित निवास स्थान डे-भवन को स्वामी विवेकानंद स्मृति संस्थान के रूप में विकसित किया जाए। राजीव युवा मितान क्लब योजना के लिए नवीन मद में 50 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि समाज में बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के लिए 1 साइबर पुलिस थाने की भी स्थापना की जाएगी। जेलों की व्यवस्था में सुधार के लिए सुझाव प्राप्त करने जेल सुधार आयोग का गठन किया जाएगा। 
प्रेस वार्ता- श्रमिक नेता की जमकर हुई पिटाई, पुलिस पर सरकार का नहीं है नियंत्रण-ललित मिश्रा

प्रेस वार्ता- श्रमिक नेता की जमकर हुई पिटाई, पुलिस पर सरकार का नहीं है नियंत्रण-ललित मिश्रा

रायपुर। छत्तीसगढ़ में शासन व्यवस्था लगातार लचर होती जा रही है। पुलिस प्रशासन पर सरकार का नियंत्रण नहीं होने के कारण पुलिस बेलगाम हो गई है। बेगुनाह लोगों के साथ नृशंसता पूर्वक मारपीट कर सारे नियम कायदों को दर किनार कर पुलिस मनमानी पर उतर गई है। सिलतरा क्षेत्र के श्रमिक नेता राजेश सिसोदिया को सिलतरा पुलिस चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक अमित तिवारी हवलदार नागेन्द्र सिंह सिपाई राजेश यादव ने वंदना चौक सिलतरा से  27 फरवरी की रात्रि साढ़े 8 से 9 बजे के बीच अवैध रूप से पुलिस गाड़ी में बैठाकर चौकी ले जाकर श्रमिक नेता से दो लाख रूपये की मांग की। उक्त मांग पूर्ण नहीं होने पर सिसोदिया को जमकर मारा गया। जिसके चलते उनके नाजुक अंगों एवं हाथ की हड्डी टूट जाने के कारण वे व्हील चेयर पर बैठने पर मजबूर हो गये है। उक्त आरोप प्रेस क्लब रायपुर में आयोजित पत्रकारवार्ता में सिलतरा पुलिस चौकी प्रभारी एवं अन्य पर बेटी बचाओं मंच के प्रदेशाध्यक्ष ललित मिश्रा ने लगाया। पत्रकारवार्ता में ललित मिश्रा के साथ उनकी पत्नी देवकी सिसोदिया एवं पीडि़त की मां पार्वती बाई ने बताया कि थाने जाने पर उक्त अधिकारियों ने उनके साथ गंदी-गंदी अश्लील गालियां दी एवं सिसोदिया की पत्नी के समक्ष अश्लील इशारे कर उसकी इज्जत पर हाथ डालने की बात की। उक्त मामले में पुलिस के डंडे से राजेश का हाथ तोड़ा गया। सिगरेट से उसके शरीर को जलाया गया। कान में चोट पहुचाई गई, मुंह तोड़ दिया गया। उक्त मामले को लेकर बेटी बचाओं मंच की पदाधिकारी भारती रामअवतार शर्मा ने कहा कि इस मामले को लेकर संस्था द्वारा पुलिस अधीक्षक रायपुर आईजी रायपुर रेंज एवं डीजीपी से आरोपी पुलिस अधिकारियों की बरखास्तगी की मांग की गई है। ललित मिश्रा ने कहा कि उक्त मामले को लेकर वे कड़ी कार्यवाही के लिए विधानसभा के बजट सत्र में मामला उठवाकर दोषी अधिकारियों की बरखास्तगी करवाएंगे। 


वर्सन
अमित तिवारी प्रभारी उप पुलिस निरीक्षक सिलतरा चौकी रायपुर- इस संबंध में सिलतरा चौकी के प्रभारी उपनिरीक्षक अमित तिवारी से चर्चा करने पर उन्होंने बताया कि राजेश सिसोदिया मूलत: अपराधी प्रवृत्ति का है। उससे मौके पर 192 पव्वा शराब जब्त की गई है। उनके साथ साघांतिक मारपीट नहीं की गई है। उन पर अदालत में अपराधिक प्रकरण चल रहे हैं। 
 
नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर...

नाबालिक का अपहरण कर दुष्कर्म करने वाले तीन आरोपी गिरफ्तार, पढ़े पूरी खबर...

दंतेवाड़ा। जिले में नाबालिग लड़की के अपहरण के बाद दुष्कर्म के आरोप में मनकू मरकाम, अंकित कश्यप और रवि मरकाम तीनों आरोपी निवासी गीदम को पुलिस ने  गिरफ्तार कर लिया है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बचेली में नाबालिग लड़की के अपहरण की रिपोर्ट 01 मार्च को नाबालिग लड़की के परिजनों ने दर्ज करवाया था, मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल एसडीओपी देवांश सिंह राठौर किरंदुल के नेतृत्व में उप निरीक्षण प्रवीण चौहान एवं थाना बचेली की एक विशेष टीम गठित की गई, साथ ही साइबर सेल दंतेवाड़ा की मदद से कॉल लोकेशन ट्रेस कर आरोपियों का पता लगाकर पुलिस की टीम नाबालिग की बरामदगी के साथ ही तीनों आरोपियों को 02 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया। अपहरित नाबालिक ने मनकू मरकाम, अंकित कश्यप और रवि मरकाम निवासी गीदम पर अनाचार का आरोप लगाया है। तीनों पर अपराध क्रमांक 14/2020 धारा 363,376,34 भादवि 04,06 पास्को एकट के तहत न्यायालय के समक्ष पेश कर जेल भेजा दिया गया।
पैसो से भरा बैग लेकर दो युवक हुए फरार, एक ने मुंह पर बांधा था कपड़ा, दूसरे ने पहन रखा था हेलमेट...

पैसो से भरा बैग लेकर दो युवक हुए फरार, एक ने मुंह पर बांधा था कपड़ा, दूसरे ने पहन रखा था हेलमेट...

महासमुंद। शहर के बीच महिला के हाथ से रूपए का थैला छिनकर भागने का मामला सामने आया है। महिला बैंक से रूपए निकालकर घर जा रही थी, उसी दौरान दो युवकों ने घटना को अंजाम दिया है। एक ने मुंह पर कपड़ा बांधा था, तो दूसरा हेलमेट लगाया था। इधर, घटना के बाद महिला चिल्लाई, लेकिन युवक वहां से फरार हो चुके थे। घटना सरायपाली का है। सरायपाली थाना प्रभारी मल्लिका बैनर्जी ने बताया कि गरेदरहा सरायपाली निवासी कुंवरबाई सहकारी बैंक से 50 हजार रूपये निकालकर घर जा रही थी।, दो युवक इसका पीछा कर रहे थे। जैसे ही महिला अघरिया छात्रावास के पास पहुंची, दोनों युवक सुनेपन का फायदा उठाकर महिला के हाथ से रूपए का थैला छिनकर फरार हो गए। एक महीने के अंदर दूसरी घटना एक महीने के अंदर रूपए छिनकर भागने की यह दूसरी घटना है। 18 फरवरी को रमनटोला, मचेवा गौरीशंकर मंदिर के पास हुई। महासमुंद निवासी संतराम दीवान पिता धनऊराम दीवान पुलिस विभाग में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के पद पद पदस्थ थे। वह पेंशन राशि निकालने के लिए अपनी मोटर साइिकल से भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा, बस स्टैण्ड महासमुंद गए थे। पेंशन राशि एक लाख 20 हजार रूपए को निकालकर थैले में रखे। इसके अलावा थैले में पास बुक, चेक बुक, फोटो, सनग्लास पावर व चश्मा कवर भी था। वह थैले को लेकर बरोण्डा चौक स्थित एक होटल में नाश्ता कर रहा था। प्लेट को डस्टबिन में डालने गए तभी एक अज्ञात युवक थैले को लेेकर अपने साथी के साथ बाइक से फरार हो गया। कोतवाली प्रभारी राकेश खुटेश्वर ने बताया कि आरोपी की तलाश की जा रही है।
1 साल में छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया 17729 करोड़ ऋण, इसका ब्याज पटाया 582.25 करोड़....

1 साल में छत्तीसगढ़ सरकार ने लिया 17729 करोड़ ऋण, इसका ब्याज पटाया 582.25 करोड़....

रायपुर | विधानसभा में विधायक बृजमोहन अग्रवाल के सवाल पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया जवाब।

छत्तीसगढ़ सरकार ने बीते 1 वर्ष में 17729 करोड रुपये विभिन्न संस्थाओं से कर्ज लिया हैं, जिस पर  582.25 करोड रुपए ब्याज चुकाये गए है।यह जानकारी छत्तीसगढ़ विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल द्वारा चाही गई जानकारी  पर लिखित जवाब में दी है।
 बृजमोहन अग्रवाल ने जानना चाहा कि 1 दिसंबर 2018 से 31 जनवरी 2020 तक राज्य सरकार ने किन किन संस्थाओं व बैंकों से कितना- कितना ऋण और कब कब लिया है? लिए गए ऋण पर प्रश्नांकित अवधि तक ब्याज की कितनी राशि चुकाई गई है? उन्होंने यह भी पूछा कि उक्त ऋण के भुगतान के लिए राज्य शासन ने क्या उपाय किए हैं। इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि प्रश्नांकित अवधि में भारतीय रिजर्व बैंक से 16400 करोड़ रुपए, राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक से 934.38 करोड रुपये, केंद्र सरकार के माध्यम से एशियन डेवलपमेंट व विश्व बैंक से 394.74 करोड़ ऋण लिए गए है। उक्त कर्ज पर 31 जनवरी 2020 तक 582.25 करोड़ ब्याज चुकाया जा गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि ऋण के भुगतान के लिए बजट में प्रावधान किए गए हैं।
विकास की योजनाओं का लाभ समाज के सबसे कमजोर लोगों तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

विकास की योजनाओं का लाभ समाज के सबसे कमजोर लोगों तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

रायपुर | छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी सरकार का दूसरा बजट प्रस्तुत किया। इसके पूर्व अपने बजट भाषण में उन्होंने कहा कि-आधुनिकता तथा परम्परा का साम्य हमारे विकास का बुनियादी दर्शन है। यही कारण है कि हमारे विकास के मॉडल में यदि हम राज्य के नदी-नालों, धरती-जंगल और तीज-त्यौहारों को शामिल करते हैं तो दूसरी ओर किसानों के खातों को अपडेट करने के लिये जियो-रिफ रेंशिंग जैसी आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हैं।  हमारा विकास का मॉडल समावेशी भी है। विकास की योजनाओं का लाभ समाज के सबसे कमजोर लोगों तक पहुंचाना हमारी प्राथमिकता है। इसीलिये हम कर्ज से दबे किसानों और गरीबी के कारण कुपोषित महिलाओं और बच्चों के विकास की योजनाएं बनाते हैं। चिन्ता का विषय है कि राज्य बनने के 19 वर्षों के बाद भी हमारी महिलाओं और बच्चों के कुपोषण की स्थिति में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है।  राज्य के सुदूर ग्रामीण अंचलों से लेकर शहरी स्लम में रहने वाले परिवारों को हमने कुपोषण और बीमारियों से प्रतिदिन लड़ते देखा है। इसीलिये कुपोषण को दूर करने और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति सभी को जागरूक करने के लिये सुपोषण अभियान शुरू किया गया है। प्राथमिक बीमारियों की जांच एवं उपचार के लिये अब हमारी स्वास्थ्य टीम के सदस्य साप्ताहिक हाट बाजारों एवं शहरी स्लम क्षेत्रों में स्वत: पहुंच कर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रहे हैं और जरूरत के अनुसार परामर्श एवं उपचार किया जा रहा है। जब जनता का दर्द शासन अनुभव करने लगता है और जनता की जरूरत पर प्रशासन उसके पास पहुंचने लगता है तो समस्याओं का निदान आसान हो जाता है। हमारी मंशा केवल कुपोषण एवं बीमारियों को कम करने तक सीमित नहीं है। हम तो इसकी जड़ में जाकर इसके मुख्य कारण गरीबी को भी कम करना चाहते हैं। इसके लिये अब तक 17 लाख 24 हजार किसानों का कृषि ऋण माफ किया जा चुका हैं। ऋ ण माफी से धान पंजीयन में किसानों की संख्या बढ़ी है। 2019-20 में अब तक 82 लाख 81 हजार मैट्रिक टन धान की रिकार्ड खरीदी हो चुकी है।  

7. ग्राम सुराजी योजना के अंतर्गत नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी विकास के कार्यों में भी ग्रामीणों का बढ़-चढ़कर सहयोग प्राप्त हो रहा है। नरवा संरक्षण के कार्यों से भू-जल के स्तर में सुधार हो रहा है। गौठानों में पशुओं को चारा और स्वास्थ्य परीक्षण की सुविधा मिल रही है। घुरूवा के प्रोत्साहन से बायोगैस संयंत्र एवं जैविक खाद निर्माण के लिये लोग स्वत: सामने आ रहे हैं। बाडिय़ों के पुनर्जीवन से ग्रामीणों की आय और पोषण में वृद्धि हुई है। राज्य में गन्ने के रस से इथेनॉल बनाकर उसे शासकीय पेट्रोलियम कम्पनियों को विक्रय करने के लिये हमने सार्थक कदम उठाए हैं। इसी प्रकार धान से इथेनॉल निर्माण हेतु केन्द्र शासन से अनुमति प्राप्त करने के लिये निरंतर प्रयास जारी है। इन योजनाओं से किसानों को धान एवं गन्ने का अधिक मूल्य मिलेगा, युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा, उद्योग-व्यापार में वृद्धि होगी तथा पेट्रोलियम आयात पर राष्ट्र के विदेशी धन की भी बचत होगी। गरीबी में कमी लाने के लिये स्थानीय आवश्यकता के आधार पर जिलेवार कार्ययोजना बनाने का काम शुरू किया गया है। अति पिछड़ा जिला दंतेवाड़ा में गरीबी के प्रतिशत को राष्ट्रीय गरीबी औसत 22 प्रतिशत के बराबर लाने की मुहिम शुरू हो चुकी है। इसके लिये जिले में उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग करने के साथ-साथ राज्य बजट से भी रूपये 20 करोड़ दिया जायेगा। हमारा मानना है कि शासन-प्रशासन के प्रयास एवं जनता की सहभागिता से गरीबी के स्तर में प्रभावी कमी आएगी। सुपोषण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी शीघ्र ही हमारा राज्य राष्ट्रीय स्तर के मानव विकास सूचकांको के समकक्ष होगा।   
आर्थिक स्थिति :
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अब मैं राज्य की आर्थिक स्थिति का ब्यौरा सदन के सामने प्रस्तुत करता हूँ। राज्य के विगत वर्ष के आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार स्थिर दर पर वर्ष 2018-19 में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद मेंं 6.08 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान किया गया था किन्तु अद्यतन प्रस्तुत त्वरित अनुमान के अनुसार 7.06 प्रतिशत की वृद्धि संभावित है। मंदी के राष्ट्रीय आंकडों के बीच यह वृद्धि राज्य के लिये एक सुखद संकेत है।  वर्ष 2019-20 में स्थिर भाव पर राज्य में कृषि क्षेत्र में 3.31 प्रतिशत, औद्योगिक क्षेत्र में 4.94 प्रतिशत और सेवा क्षेत्र में 6.6 प्रतिशत की वृद्धि अनुमानित है। इस प्रकार कृषि एवं औद्योगिक क्षेत्रों में राज्य की अनुमानित वृद्धि दर राष्ट्रीय स्तर पर इन क्षेत्रों में अनुमानित वृद्धि दर क्रमश: 2.8 एवं 2.5 प्रतिशत की तुलना में अधिक है।  प्रचलित भाव पर राज्य का सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 2018-19 में 3 लाख 04 हजार करोड़ से बढ़कर वर्ष 2019-20 में 3 लाख 29 हजार करोड़ होना अनुमानित है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 8.26 प्रतिशत अधिक है। विगत वर्ष अनुमानित प्रति व्यक्ति आय 96 हजार 887 की तुलना में वर्ष 2019-20 में प्रति व्यक्ति आय 98 हजार 281 रूपये का अनुमान है, जो कि गत वर्ष की तुलना में 6.35 प्रतिशत अधिक है। वर्ष 2019-20 के केन्द्रीय बजट में राज्य के लिये अनुमानित केन्द्रीय करों में कमी आयी है। आगामी वर्ष में केन्द्र से प्राप्त होने वाली जीएसटी क्षतिपूर्ति में भी कमी संभावित है। इससे राज्य के राजस्व पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है किन्तु संतोष का विषय यह है कि राज्य सरकार की नीतियों एवं प्रयासों से राज्य के स्वयं के संसाधन 11 प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं। 
गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ : नयी पीढ़ी का निर्माण :-
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि-मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि यह बजट स्वस्थ और सुपोषित नयी युवा पीढ़ी के निर्माण को समर्पित है। नयी युवा पीढ़ी पर केन्द्रित इस बजट के कुछ महत्पूर्ण प्रावधानों की जानकारी देना चाहता हूँ। राज्य के सभी परिवारों को सार्वभौम सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत सम्मिलित किया जा चुका है।  राज्य में 65 लाख 22 हजार राशन कार्डधारी हैं तथा लाभान्वित जनसंख्या 2 करोड़ 43 लाख है। इन राशन कार्डों पर चावल प्रदाय के लिये 3 हजार 410 करोड़ का प्रावधान है। अनुसूचित जनजाति बाहुल्य इलाकों में प्रति परिवार 2 किलो चना वितरण के लिए 171 करोड़ का प्रावधान है। बस्तर संभाग में प्रति परिवार 2 किलो गुड़ वितरण के लिए 50 करोड़ का प्रावधान है। कोण्डागांव में आयरन एवं विटामिन युक्त फोर्टिफाईड चावल वितरण की पायलट परियोजना शुरू करने के लिये 5 करोड़ 80 लाख का नवीन मद में प्रावधान है। 02 अक्टूबर 2019 से राज्य में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान शुरू किया गया है। इसके तहत महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण एवं एनीमिया की पहचान एवं निदान का कार्य किया जा रहा है। चिन्हित हितग्राहियों के लिये गरम भोजन एवं अतिरिक्त पोषण आहार की व्यवस्था की जाती है। अबतक लगभग 4 लाख हितग्राही अभियान से लाभान्वित हो चुके हैं।  मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के प्रति हितग्राहियों की रूचि एवं सफ लता को देखते हुए कुपोषण एवं एनीमिया को जड़ से खत्म करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण योजना प्रारंभ की जा रही है। इसके लिए 60 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान है। आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के लिये ऊंचाई, लंबाई एवं भार मापक यंत्रों की व्यवस्था की जाकर पोषण के स्तर में सुधार की सतत निगरानी की जायेगी। इसके लिए नवीन मद में 25 करोड़ का प्रावधान है। विशेष पोषण आहार योजना में 766 करोड़, महतारी जतन योजना में 31 करोड़ का प्रावधान है। महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के उपलक्ष्य में 2 अक्टूबर 2019 को राज्य में स्वास्थ्य की दो बड़ी योजनाओं के साथ कुल 5 स्वास्थ्य योजनाओं का शुभारंभ किया गया। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना में प्राथमिकता एवं अंत्योदय राशन कार्डधारी परिवारों को 5 लाख रूपये एवं सामान्य राशन कार्ड वाले परिवारों को 50 हजार तक कैशलेस इलाज की सुविधा दी जायेगी। योजना में लगभग 65 लाख परिवारों को इलाज की पात्रता होगी। इसके लिए 550 करोड़ का प्रावधान है।  मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत गंभीर बीमारियों के उपचार पर 20 लाख तक के व्यय हेतु 50 करोड़ का प्रावधान है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना में दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के हाट बाजार में आने वाले लोगों को स्वास्थ्य परीक्षण एवं उपचार की सुविधा देने के लिये 13 करोड़ का प्रावधान है। 5 माह की अल्प अवधि में ही 11 लाख से भी अधिक मरीजों को लाभ प्राप्त हो चुका है।  मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के अंतर्गत 13 नगर निगमों के स्लम एरिया में निवासरत परिवारों को नि:शुल्क स्वास्थ्य परामर्श, जांच उपचार एवं दवाईयां उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। योजना के अंतर्गत अब तक 3 हजार 500 से भी अधिक स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाकर लगभग 17 लाख लोगों का इलाज किया जा चुका है। हमारी सरकार द्वारा मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत घर-घर जाकर अब तक 13 लाख 92 हजार लोगों के रक्त सैंपल की जांच की गई है। उल्लेखनीय यह है कि इसमें लक्षण रहित मलेरिया प्रभावित व्यक्तियों की भी पहचान की जाकर उपचार किया जा रहा है।  
मलेरिया संक्रमण से रक्त की कमी हो जाती है जिससे एनीमिया की स्थिति निर्मित होती है। अत: मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान मलेरिया से मुक्ति के साथ-साथ एनीमिया, कुपोषण, शिशु एवं मातृ-मृत्यु दर में कमी लाने में भी कारगर सिद्ध होगा। राज्य सिकलसेल संस्थान में उच्च स्तरीय प्रयोगशाला एवं सभी जिला अस्पतालों में सिकलसेल यूनिट की स्थापना की जायेगी। इससे चिरायु योजना अंतर्गत स्कूलों में चिन्हित किये गए सिकलसेल से पीडि़त बच्चों तथा सिकलसेल के अन्य मरीजों को उच्च स्तरीय जांच, उपचार एवं परामर्श की नि:शुल्क सुविधा मिल सकेगी।  
एम.सी.आई. के मापदण्डों के अनुरूप चिकित्सा महाविद्यालयों में चिकित्सा उपकरण और स्किल लैब की स्थापना हेतु नवीन मद में 75 करोड़ का प्रावधान है। युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी के रायपुर स्थित निवास स्थान डे-भवन को स्वामी विवेकानंद स्मृति संस्थान के रूप में विकसित किया जायेगा।  राज्य के विकास में युवाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए राजीव युवा मितान क्लब योजना शुरू की जायेगी। योजना में 15 हजार युवा मितान क्लब गठित करने का लक्ष्य है। इसके लिए नवीन मद में 50 करोड़ का प्रावधान है।  युवाओं में अन्र्तनिहित बहुआयामी प्रतिभा को अवसर प्रदान करने के लिए इस वर्ष बहुस्तरीय युवा महोत्सव का आयोजन किया गया। आयोजन में पहली बार छत्तीसगढ़ के पारम्परिक लोक गीत, नृत्य, खेल और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को शामिल किया गया। आयोजन की सफलता को देखते हुए प्रतिवर्ष युवा महोत्सव आयोजित किये जाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए नवीन मद में 5 करोड़ का प्रावधान है। आईआईटी, आईआईएम एवं एम्स जैसे राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश लेने वाले राज्य के युवाओं के शिक्षण शुल्क का भार शासन द्वारा वहन किया जायेगा। ऐसे युवाओं की प्रतिभा का राज्य के विकास में उपयोग करने के लिये शासकीय, अद्र्धशासकीय संस्थानों में सीधे चयन की पात्रता दी जायेगी। खेल संबंधी नीतिगत निर्णय, विभिन्न विभागों से समन्वय, खेल अधोसंरचनाओं का रख-रखाव तथा आवासीय खेल अकादमी के संचालन हेतु छत्तीसगढ़ खेल विकास प्राधिकरण का गठन किया गया है।  मुख्यमंत्री खिलाड़ी प्रोत्साहन योजना के तहत प्रतिभावान खिलाडिय़ों को उच्च स्तर का प्रशिक्षण, खेल-सामग्री एवं राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने हेतु आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जायेगी। इसके लिए नवीन मद में 10 करोड़ का प्रावधान है।   
कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य पालन :-
धान उत्पादन पर प्रोत्साहन एवं कृषि ऋणों की माफी से राज्य की ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। नरवा, गरूवा, घुरवा, बाड़ी को जन अभियान के रूप में परिवर्तित करने का निर्णय ग्रामीणों के लिये वरदान सिद्ध हो रहा है। हमारी इन दूरदर्शी योजनाओं का परिणाम है कि जब सारा देश मंदी के दौर से गुजर रहा है, तब छत्तीसगढ़ में ऑटोमोबाईल सेक्टर में बिक्री में ग्रोथ दर्ज हो रही है। केन्द्र सरकार द्वारा पिछली सरकार को बोनस वितरण के साथ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की विशेष छूट दी गई थी किन्तु इस वर्ष केन्द्र से राज्य को यह छूट प्राप्त नही हो सकी। अन्नदाता को उनके श्रम का उचित लाभ देने के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना प्रारंभ की जायेगी। योजना का लाभ वर्ष 2019-20 के लिये भी दिया जायेगा। इसके लिए 5 हजार 100 करोड़ का प्रावधान है। प्रधानमंत्री फ सल बीमा योजना में 366 करोड़, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना में 370 करोड़, एकीकृत बागवानी मिशन में 205 करोड़, जैविक खेती मिशन के लिए 20 करोड़, वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम में 200 करोड़ एवं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना में 110 करोड़ का प्रावधान है। कृषक जीवन ज्योति योजना के तहत 5 एच.पी. तक के कृषि पंपों के लिये नि:शुल्क विद्युत प्रदाय का प्रावधान है। वर्तमान में योजना में 5 लाख 26 हजार कृषकों को 2 हजार 164 करोड़ की छूट प्राप्त हो रही है। इसके लिये 2 हजार 300 करोड़ का प्रावधान है। गोठानों के संचालन हेतु गौठान समितियों को प्रतिमाह 10 हजार का अनुदान तथा पशुओं के  चारे के लिये धान के पैरे की व्यवस्था की जायेगी। पैरा के रख-रखाव को सरल बनाने हेतु चैकोर बेलर क्रय करने के लिए नवीन मद में 6 करोड़ का प्रावधान है।  बेमेतरा, जशपुर, धमतरी एवं अर्जुन्दा, जिला बालोद में उद्यानिकी महाविद्यालय तथा लोरमी में कृषि महाविद्यालय की स्थापना के लिए नवीन मद में 5 करोड़ का प्रावधान है।  इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर में खाद्य प्रौद्योगिकी संस्थान की स्थापना की जायेगी। इसके प्रारंभ होने से कृषि एवं सम्बद्ध उत्पादों का प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन एवं पोस्ट हार्वेस्ट हानि को कम करने में कुशल मानव संसाधनों का सृजन होगा। बेमेतरा एवं तखतपुर में डेयरी डिप्लोमा महाविद्यालय की स्थापना की जायेगी। इसके लिए 2 करोड़ का प्रावधान है।  मछली पालन के क्षेत्र में रोजगार की संभावना को देखते हुए युवाओं को डिप्लोमा पाठ्यक्रम के अध्यापन हेतु ग्राम राजपुर (धमधा) में फिशरीज पॉलिटेक्निक की स्थापना की जायेगी।  पशु औषधालयों को पशु चिकित्सालय में उन्नयन, 12 नवीन पशु औषधालय तथा 5 विकास खंडों में मोबाईल पशु चिकित्सा इकाई स्थापित की जायेगी। 
सिंचाई :-
सृजित सिंचाई क्षमता के विरूद्ध वास्तविक सिंचित क्षेत्र 13 लाख हेक्टेयर को वर्ष 2028 तक 32 लाख हेक्टेयर तक किये जाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में सिंचाई सुविधा बढ़ाने के लिये हमारी सरकार विशेष प्रयास कर रही है। बस्तर संभाग में बोधघाट बहुद्देशीय परियोजना से 2 लाख 66 हजार हेक्टेयर क्षेत्र सिंचित करने का लक्ष्य रखा गया है। आदिवासी एवं पिछड़े क्षेत्रों में इस सुविधा से खेती से आय में वृद्धि होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि और खुशहाली से इस क्षेत्र की नक्सलवाद की समस्या में भी कमी आयेगी।  
29. बाह्य सहायता प्राप्त परियोजना के अंतर्गत पैरी बांध एवं पैरी-महानदी इंटर लिंकिंग नहर परियोजना के लिए 20 करोड़, डांडपानी वृहत् जलाशय परियोजना, कुनकुरी के लिए 20 करोड़ एवं शेखरपुर वृहत् जलाशय, सरगुजा के लिए 20 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान है। नाबार्ड सहायित सिंचाई परियोजनाओं हेतु 697 करोड़, महानदी परियोजना हेतु 237 करोड़, लघु सिंचाई परियोजनाओं हेतु 610 करोड़ तथा एनीकट/स्टाप डैम निर्माण के लिए 173 करोड़ का प्रावधान है। कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई की पूर्ति हेतु भी 116 करोड़ का प्रावधान है।   
पंचायत एवं ग्रामीण विकास :-
बड़े भौगोलिक क्षेत्रफल एवं अधिक जनसंख्या वाले ग्राम पंचायतों की मांग पर विचार करते हुए राज्य में 704 नयी ग्राम पंचायतों का गठन किया गया है।  स्थानीय निकायों एवं पंचायती राज संस्थाओं को वित्तीय आत्मनिर्भरता प्रदान करने की दृष्टि से राज्य के शुद्ध कर राजस्व में से 8 प्रतिशत के स्थान पर 9 प्रतिशत राशि देने संबंधी तृतीय राज्य वित्त आयोग की अनुशंसा मान्य की गयी है।  नरवा गरूवा घुरूवा बारी कार्यक्रम के तहत 912 नालों पर नरवा उपचार के लिये 20 हजार 810 काम स्वीकृत किये गए हैं। 1 हजार 900 गोठानों का निर्माण पूर्ण हो चुका है। घुरूवा का उपयोग कर 3 लाख 16 हजार मैट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन किया गया है। 1 लाख 50 हजार बाडिय़ों को पुनर्जीवित करने का कार्य हुआ है। इन कार्यों के लिये महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अभिसरण से राशि की स्वीकृतियां दी गई हैं। योजना में 1 हजार 603 करोड़ का प्रावधान है। शासकीय विभागों को स्व-सहायता समूहों को द्वारा उत्पादित सामग्री क्रय करने का निर्देश दिया गया है। मनरेगा मजदूरी, पेंशन एवं अन्य बैंकिंग सुविधा ग्रामीणों तक पहुंचाने के लिए बीसी सखी की व्यवस्था की जा रही है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में 400 करोड का प्रावधान है। प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना में अब तक 7 लाख 22 हजार आवास पूर्ण हो चुके हैं। आगामी वर्ष में इस हेतु 1 हजार 600 करोड़ का प्रावधान है। ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत छूटे हुए घरों में निजी शौचालय निर्माण के साथ-साथ ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य शुरू हो चुके हैं। गोबर.धन योजना अंतर्गत 1 हजार 176 बायोगैस संयंत्र के स्थापना का भी लक्ष्य है। इस हेतु 450 करोड़ का प्रावधान है। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत निर्मित 6 हजार 959 सड़कों एवं 221 वृहद् पुलों के माध्यम से राज्य की 9 हजार 742 बसाहटों को सड़क मार्ग से जोड़ा जा चुका है। इस हेतु 2 हजार 70 करोड़ का प्रावधान है।  
स्वच्छ पेयजल :-
नल कनेक्शन के माध्यम से पेय जल हेतु प्रारंभ की गई जल जीवन मिशन योजना के लिये 225 करोड़ का प्रावधान है।  ग्रामीण क्षेत्रों में पाईप द्वारा ग्रामीण जल प्रदाय योजना के लिये 185 करोड़ तथा नलकूप खनन के लिये 70 करोड़ का प्रावधान है। नगरीय जल प्रदाय योजनाओं के लिये 124 करोड़ का प्रावधान है।  राज्य में निर्मित हो रहे गोठानों में जल प्रदाय हेतु नलकूप खनन के लिये 5 करोड़ का प्रावधान है।  
शैक्षणिक विकास-स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा :- 
राज्य के 1 लाख 31 हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन हो चुका है। शेष बचे 16 हजार शिक्षाकर्मियों में से 2 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों का 1 जुलाई 2020 से संविलियन किया जायेगा। महान संत गुरू घासीदास की जन्मस्थली ग्राम गिरौदपुरी में गुरूकुल विद्यालय की स्थापना की जायेगी। दूरस्थ आदिवासी अंचल के ग्राम तोंगपाल, जिला सुकमा एवं कुआकोंडा, जिला दंतेवाड़ा में छात्रावास की सुविधा सहित नवीन महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा। सुुकमा, कोण्डागांव, नारायणपुर, बीजापुर एवं तखतपुर में कन्या महाविद्यालय खोले जाएंगे। 
महात्मा गांधी के छत्तीसगढ़ आगमन की स्मृति में ग्राम कंडेल, जिला धमतरी में महाविद्यालय प्रारंभ किया जायेगा।  स्थानीय उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन की पूर्ति हेतु औद्योगिक क्षेत्र सिरगिट्टी, नगरनार एवं तिल्दा में नवीन आई.टी.आई. खोले जाएंगे। दंतेवाड़ा में मल्टी स्किल सेंटर की स्थापना के लिए 3 करोड़ 85 लाख का प्रावधान है। मुख्यमंत्री पॉलीटेक्निक गुणवत्ता विकास योजना के तहत 9 पॉलीटेक्निक कॉलेज के उन्नयन हेतु 5 करोड़ का प्रावधान है।  राज्य के 3 इंजीनियरिंग कॉलेज एवं 5 पॉलीटेक्निक कॉलेजों में नव विकसित तकनीकों के अध्ययन एवं शोध हेतु इंटरनेट ऑफ थिंग्स एवं रोबोटिक्स की प्रयोगशालाएं स्थापित की जाएंगी।  
श्रम एवं समाज कल्याण :-
निराश्रितों, बुजुर्गों, विधवा महिलाओं एवं नि:शक्त व्यक्तियों को समय पर सहायता उपलब्ध कराना कल्याणकारी राज्य का प्राथमिक दायित्व है। 
इन दायित्वों की निर्बाध पूर्ति के लिये सामाजिक सुरक्षा और कल्याण  मद में 352 करोड़, वृद्धावस्था पेंशन योजना में 185 करोड़ और मुख्यमंत्री पेंशन योजना मेें 150 करोड़ का प्रावधान है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना में 68 करोड़ तथा सुुखद सहारा योजना में 100 करोड़ का प्रावधान है।  दिव्यांगजनों के लिये नि:शक्तजन पुनर्वास केन्द्र, मादक द्रव्यों एवं पदार्थों की रोकथाम एवं नशामुक्ति केन्द्र का संचालन तथा तृतीय लिंग समुदाय से संबंधित योजनाओं हेतु 5 करोड़ 30 लाख का प्रावधान है। असंगठित श्रमिक सुरक्षा एवं कल्याण मण्डल हेतु 38 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है।  ठेका मजदूर, घरेलू कामकाजी महिला एवं हम्माल कल्याण मण्डल हेतु 15 करोड़ का प्रावधान है। 
औद्योगिक विकास :-
नई औद्योगिक नीति 2019 का मुख्य उद्देश्य समावेशी विकास, आत्मनिर्भरता एवं परिपक्व अर्थव्यवस्था का निर्माण करना है। नई औद्योगिक नीति में नवीन तकनीकों पर आधारित रोबोटिक्स, एयरक्राफ्ट रिपेयरिंग, धान से जैव ईंधन अथवा इथेनॉल निर्माण, सब्जी एवं फल प्रसंस्करण तथा इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण/मरम्मत में लगने वाले उपकरणों के निर्माण से संबंधित उद्योगों को उच्च प्राथमिकता दी गई है। उद्योगों के लिये आबंटित किये जाने वाले भू-खण्ड की दरों में 30 प्रतिशत तथा लीज रेन्ट की दर में 33 प्रतिशत कमी की गई है। राज्य में उत्पादित होने वाले हर्बल, वनौषधि तथा लघु वनोपज आधारित उद्योगों को अधिकतम ब्याज अनुदान, नेट एसजीएसटी क्षतिपूर्ति, स्टाम्प ड्यूटी छूट एवं विद्युत शुल्क में छूट देने की व्यवस्था है। स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा देने के लिये शासकीय खरीदी सीएसआईडीसी के पोर्टल ई-मानक पर पंजीकृत स्थानीय इकाईयों से किया जाना अनिवार्य किया गया है। राज्य के हस्तशिल्पियों, बुनकरों, मिट्टी तथा कांसा धातुओं के लघु उद्यमियों/कलाकारों के उत्पादों को भी ई-मानक के द्वारा विपणन सुविधा देने का निर्णय लिया गया है।  
अनुसूचित जनजाति बाहुल्य बस्तर क्षेत्र में निजी निवेश को प्रोत्साहित करने के लिये 20 एकड़ तक के निजी औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।  राज्य में उत्पादित सब्जी, फल एवं मोटे अनाजों को प्रसंस्कृत कर मूल्य संवर्धन वाले उद्योगों की स्थापना को प्रोत्साहित करने के लिए नये फूड पार्क की स्थापना हेतु नवीन मद में 50 करोड़ का प्रावधान है। नये औद्योगिक क्षेत्रों के लिए 15 करोड़ एवं जेम ज्वेलरी पार्क की स्थापना के लिए 1 करोड़ का प्रावधान है।  उद्योगों की स्थापना पर दी जाने वाली लागत पूंजी अनुदान के लिये 100 करोड़ एवं ब्याज अनुदान के लिये 39 करोड़ का प्रावधान है।  
नगरीय प्रशासन एवं विकास :-
13 नगर निगम क्षेत्र के निवासियों के लिये मुख्यमंत्री मितान योजना प्रारंभ की जा रही है। इसके तहत नगरीय प्रशासन, राजस्व, श्रम एवं स्वास्थ्य आदि विभिन्न विभागों की 100 से अधिक सेवाओं का लाभ नागरिकों को उनके घर पर मितान के माध्यम से उपलब्ध कराने की योजना है। इस हेतु 10 करोड़ का प्रावधान है।  शहरी नागरिकों की बुनियादी समस्याओं का निराकरण वार्ड स्तर पर करने के लिये मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय योजना प्रारंभ की गई है। वार्ड कार्यालयों के द्वारा सड़क एवं नालियों का निर्माण एवं साफ -सफाई, उद्यानों एवं सामुदायिक भवनों का रख-रखाव तथा पेयजल से संबंधित समस्याओं का निराकरण किया जा सकेगा। साथ ही, भवन अनुज्ञा, दुकान पंजीयन, विद्युत अनापत्ति प्रमाण पत्र संबंधी आवेदन पत्र एवं अन्य जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी। इस हेतु 5 करोड़ का प्रावधान है। साप्ताहिक हाट-बाजार एवं पौनी-पसारी छत्तीसगढ़ी संस्कृति का अभिन्न अंग है। बढ़ते शहरीकरण के परिणामस्वरूप पौनी-पसारी के परम्परागत व्यवसाय एवं व्यवसायी धीरे-धीरे खतम हो रहे हैं। इसके लिये सभी 166 नगरीय निकायों में पौनी-पसारी योजना प्रारंभ की गई है। प्रति इकाई 30 लाख की लागत से 255 पौनी-पसारी बाजारों का निर्माण किया जायेगा। इसके लिए 30 करोड़ का प्रावधान है।  नगरीय क्षेत्र में अधोसंरचना विकास के लिए 489 करोड़, स्मार्ट सिटी योजना के लिए 396 करोड़, अमृत मिशन के लिए 300 करोड़ एवं राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के लिए 50 करोड़ का प्रावधान है। 
वन संपदा :-
राज्य में वन तथा वनेत्तर क्षेत्र में वन आवरण वृद्धि करते हुए पर्यावरण एवं वनोपज आधारित विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। प्राकृतिक पुनरोत्पादन की कार्य योजना के आधार पर वनों के विदोहन की अनुमति प्राप्त होती है। इस योजना में 200 करोड़ का प्रावधान है। इससे 60 लाख मानव दिवस रोजगार का सृजन होगा तथा राज्य की सालाना आय में 400 करोड़ की वृद्धि संभावित है। लघु वनोपज के प्रसंस्करण हेतु 50 करोड़ का प्रावधान है। इसके अंतर्गत न्यूनतम समर्थन मूल्य पर लघु वनोपज संग्रहण तथा हाट-बाजार उन्नयन एवं गोदाम निर्माण के कार्य किये जाएंगे। इसका लाभ स्थानीय ग्रामीणों को प्राप्त होगा। राज्य में उद्योग तथा व्यापार के लिये प्रतिस्पर्धात्मक दर पर काष्ठ की पर्याप्त उपलब्धता के प्रयास किये जा रहे हैं। इसके तहत किसानों की निजी भूमि पर वृक्ष लगाने, काटने तथा परिवहन की प्रक्रिया को सरल करने का भी प्रयास किया गया है।  छत्तीसगढ़ अभिवहन वनोपज में संशोधन कर वृक्षों की कुछ प्रजातियों को चयनित 9 जिलों में तथा कुछ प्रजातियों को समस्त जिलों में अभिवहन पास से मुक्त किया गया है। 
अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं अन्य पिछड़े वर्गों का कल्याण :-
अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों के लिये 61 नये छात्रावास खोलना प्रस्तावित है। नये छात्रावास खोलने सहित कुल छात्रावास/आश्रमों के संचालन के लिये 378 करोड़ का प्रावधान है। नवीन मद में 100 भवन विहीन छात्रावास/आश्रमों के भवन निर्माण सहित कुल छात्रावास/आश्रम निर्माण कार्यों के लिये विवेकानंद गुरूकुल उन्नयन योजना में 303 करोड़ का प्रावधान है। जनजाति सलाहकार परिषद् के कामकाज के लिये पृथक सचिवालय की स्थापना का निर्णय लिया गया है। बहुरंगी और समृद्ध आदिवासी संस्कृति को नजदीक से जानने एवं समझने का सशक्त मंच देने के उद्देश्य से देश के सबसे बड़े आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन 27 से 29 दिसंबर 2019 तक राजधानी रायपुर में किया गया। इसमें आसाम से अंडमान तक और अरूणाचल से गुजरात तक के 24 राज्य और केन्द्रशासित प्रदेशों के आदिवासियों ने भाग लिया। साथ ही, थाईलैण्ड, युगांडा, बेलारूस, मालदीव और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों के भी आदिवासी कलाकारों की प्रतिभागिता रही। आयोजन की सफलता को देखते हुए आदिवासी अस्मिता एवं संस्कृति के उत्कर्ष के लिये प्रतिवर्ष राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आदिवासी नृत्य महोत्सव का आयोजन किया जायेगा। राज्य में निवासरत अन्य पिछड़ा वर्ग एवं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के अनुरूप विकास योजनाओं में लाभ दिलाने के लिये समुचित आंकड़े तैयार करने हेतु इन वर्गों का सर्वेक्षण करने के लिये सेवानिवृत्त जिला एवं सेशन जज की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया गया है।  नक्सल प्रभावित जिलों के भ्रमण में मैंने देखा है कि इन क्षेत्रों में रहने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग के परिवारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति भी कमोबेश आदिवासी परिवारों के समान ही है। अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा के दौरान नि:शुल्क आवासीय सुविधा के लिये 10 पोस्ट मैट्रिक छात्रावासों की स्थापना की जायेगी।  सरगुजा एवं बस्तर संभाग एवं कोरबा जिले के लिये जिला संवर्ग के तृतीय और चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती के लिये विशेष कनिष्ठ कर्मचारी चयन बोर्ड का गठन किया गया है। 
शिल्प, कला, संस्कृति एवं पर्यटन :-
छत्तीसगढ़ी कृषि एवं हस्तशिल्प उत्पादों के लिये पहली बार अंतर्राष्ट्रीय क्रेता विक्रेता सम्मेलन के आयोजन ने राज्य के हजारों परिवारों के लिये आजीविका के नये रास्ते खोल दिये हैं। छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की पहचान का केन्द्र बन चुके रायपुर के गढ़-कलेवा की अन्य 27 जिला मुख्यालयों में स्थापना के लिये स्व-सहायता समूहों को 10 लाख का रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया जायेगा।  मुख्यमंत्री लोक कलाकार प्रोत्साहन योजना शुरू की जायेगी। इसके अंतर्गत परंपरागत नृत्य, गायन, रंगमंच एवं लेखन कार्य के लिये समर्पित लोक कलाकारों एवं उनके आश्रितों को पेंशन, छात्रवृत्ति, वाद्य यंत्र क्रय तथा लोक महोत्सव के आयोजन हेतु आर्थिक सहायता दी जायेगी। इस हेतु 25 करोड़ का प्रावधान है। राज्य की समृद्ध विरासत को संजोने-संवारने तथा पुरालेख सामग्रियों के प्रदर्शन हेतु नवा रायपुर में अभिलेखागार एवं संग्रहालय का निर्माण तथा जगदलपुर एवं बिलासपुर के संग्रहालयों का उन्नयन किया जायेगा।  राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये विभाग के बजट में 75 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए इस वर्ष 103 करोड़ 50 लाख का प्रावधान किया गया है।  राज्य के पर्यटन केन्द्रों को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के अनुरूप विकसित करने के लिये निजी निवेशकों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से पर्यटन प्रोत्साहन एवं अनुदान योजना तैयार की गई है। राम वन गमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत वनवास के दौरान  श्रीराम.जानकी द्वारा उपयोग किये गये मार्ग पर स्थित 9 पर्यटन केन्द्रों पर अधोसंरचना विकास एवं निर्माण कार्यों के लिये 10 करोड़ का प्रावधान है।    
राजस्व प्रशासन:-
राज्य के भू-नक्शों का जियो-रिफरेंशिंग कराने का निर्णय लिया गया है। इससे छोटे भू-खण्डों के बटांकन एवं सीमांकन में सुविधा होगी। भूमि कब्जा संबंधी विवादों में कमी आयेगी तथा गिरदावरी कार्य की विश्वसनीयता बढ़ेगी।  नगर निगम क्षेत्रों के लिये 1 अनुपात 500 के बड़े स्केल वाले नक्शे तैयार किये जाएंगे। नगर निगम क्षेत्रों के सर्वेक्षण कार्य हेतु नवीन मद में 25 करोड़ का प्रावधान है। भूमि व्यपवर्तन की प्रक्रिया का सरलीकरण करते हुए अनुविभागीय राजस्व अधिकारी को पूर्ण अधिकार दिया गया है। 15 वर्ष का निर्धारित भू-भाटक एक साथ भुगतान करने पर आगामी 15 वर्ष के वार्षिक भू-भाटक के भुगतान में छूट दी गई है। 
कालोनी अथवा टाउनशिप के विकास की अनुज्ञा हेतु सभी प्रकार की अनुमति एवं अनापत्ति देने के लिये ''सिंगल विण्डोÓÓ प्रणाली विकसित की गई है। तहसील कार्यालयों में आने वाले लोगों की सुविधा के लिये 5 तहसील कार्यालयों के मॉडल भवन बनाये जाएंगे तथा 25 नये तहसील कार्यालय एवं 4 नये राजस्व अनुविभाग की स्थापना की जायेगी। नवीन जिला गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 17 करोड़ की लागत से जिला कार्यालय भवन निर्माण किया जायेगा। इन कार्यों हेतु 11 करोड़ 80 लाख का प्रावधान है।  
पुलिस प्रशासन :- 
समाज में बढ़ते हुए साइबर अपराधों की संख्या को देखते हुए इनसे संबंधित प्रकरणों में त्वरित कार्रवाई हेतु प्रत्येक पुलिस महानिरीक्षक रेंज में 1 साइबर पुलिस थाना की स्थापना की जायेगी। 03 स्मार्ट पुलिस थाना भवन, 5 नवीन थाना, 10 चैकी एवं 5 पुलिस अनुविभाग कार्यालय भवन, रायपुर एवं दुर्ग में पुलिस ट्रांजिट भवन तथा बस्तर रेंज में पुलिस कर्मचारियों के लिये 1 हजार आवास गृहों के निर्माण  हेतु 22 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है। 5 नये थाने तथा 10 नयी चैकियां स्थापित की जाएंगी। 10 चैकियों का थाने में उन्नयन किया जायेगा। नवा रायपुर में झीरम घाटी के शहीदों की स्मृति में शहीद स्मारक का निर्माण किया जायेगा।  बेमेतरा, गरियाबंद, संजारी बालोद, बलौदाबाजार, सूरजपूर, मुंगेली, सुकमा एवं पेण्ड्रारोड के उपजेल को जिला जेल में उन्नयन किया जायेगा।  जेलों की व्यवस्था में सुधार हेतु सुझाव प्रस्तुत करने के लिये जेल सुधार आयोग का गठन किया जायेगा। 
एकीकृत ई-शासन परियोजना :-
वर्तमान प्रणाली में पृथक-पृथक सेवाओं के लिये नागरिकों को बार-बार पहचान पत्र एवं अन्य दस्तावेज जमा करने पड़ते हैं। उक्त परेशानियों को दूर करने के लिये आधुनिक सूचना और संचार तकनीक का उपयोग कर सक्रिय एवं कुशल नागरिक सेवा वितरण प्रणाली का निर्माण किया जायेगा। योजना में नागरिक को केवल एक बार पहली सेवा के लिये अपने दस्तावेज जमा करने होंगे। इसके पश्चात पात्रता अनुसार आवेदन किये बिना भी विभिन्न पेंशन, स्कॉलरशिप, जन्म प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र आदि शासकीय सेवाओं की प्रदायगी की जायेगी। इस योजना में आवेदक के लिये वेब पोर्टल, मोबाइल एप्प एवं हेल्पलाइन जैसी सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। 
विधि एवं एवं संसदीय कार्य :-
माननीय उच्च न्यायालय एवं सभी सिविल जिलों में लंबित मामलों में पक्षकारों के बीच समझौता कराने के लिये मध्यस्थता केन्द्र स्थापित करने के लिये बजट प्रावधान किया गया है। नवा रायपुर अटल नगर के सेक्टर 25 में खेल परिसर, बहुउद्देशीय हॉल एवं अन्य सुविधायुक्त नवीन विधायक विश्राम गृह 95 एकड़ भूमि पर निर्मित किया जायेगा। पांचवी विधानसभा के विधायकों को राष्ट्रीयकृत एवं सहकारी बैंकों से वाहन क्रय हेतु ऋण की सुविधा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दी गई है।  
अधोसंरचना विकास :-
एशियन विकास बैंक की सहायता से राज्य में सड़क विकास परियोजना (फेज़-3) के अंतर्गत कुल 3 हजार 535 करोड़ के लागत की 25 नवीन सड़कों हेतु 710 करोड़ का प्रावधान है। वर्ष 2020-21 में एडीबी सहायित सड़क विकास योजना की चैथे चरण की स्वीकृति भी प्राप्त की जायेगी। 
106. नवीन वृहद पुल निर्माण हेतु 240 करोड़ 50 लाख एवं नवीन मध्यम पुल निर्माण की जवाहर सेतु योजना के अंतर्गत 151 करोड़ का प्रावधान है।  सड़क एवं पुल निर्माण के नवीन कार्यों के लिए 600 करोड़ का नवीन मद में प्रावधान है। इनमें 434 ग्रामीण सड़कें, 88 मुख्य जिला मार्ग, 50 राज्य मार्ग एवं 31 शहरी मार्गों का निर्माण किया जायेगा। 
108. 500 एवं 750 सीट की क्षमता वाले 11 नवीन ऑडिटोरियम का निर्माण किया जायेगा। इसके अतिरिक्त संभागीय मुख्यालयों दुर्ग, जगदलपुर एवं अम्बिकापुर में 3 हजार 500 सीटर क्षमता के 3 नवीन इन्डोर स्टेडियम का निर्माण किया जायेगा। इनके लिये नवीन मद में 54 करोड़ 50 लाख का प्रावधान है। जगदलपुर, अंबिकापुर एवं बिलासपुर एयरपोर्ट में आटोमेटेड एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर की स्थापना हेतु 7 करोड़ 20 लाख का प्रावधान है।  बैकुण्ठपुर (कोरिया) में एयर स्ट्रीप के निर्माण हेतु 1 करोड़ का प्रावधान है। 
परिवहन :-
वाहनों में ओवर लोडिंग की जांच के लिये वे-ब्रिज की स्थापना हेतु 9 करोड़ का प्रावधान है। इससे वाहनों में ओवर लोडिंग पर रोक के साथ-साथ राज्य के राजस्व में भी वृद्धि होगी। सार्वजनिक परिवहन में महिलाओं की सुरक्षा के लिये वाहनों की जीपीएस से ट्रैकिंग हेतु व्हीकल टैऊकिंग प्लेटफार्म का निर्माण किया जायेगा। इस हेतु 14 करोड़ 40 लाख का प्रावधान है। 
विद्युतीकरण :-
मुुख्यमंत्री विद्युत अधोसंरचना विकास योजना प्रारंभ की जाएगी। नवीन सबस्टेशन का निर्माण, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि अथवा अतिरिक्त ट्रांसफार्मर की स्थापना एवं लाइन विस्तार के कार्यों के लिये 25 करोड़ का प्रावधान है।  घरेलू विद्युत उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक के बिजली बिल की राशि में 50 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। 35 लाख 96 हजार परिवारों को माह अप्रैल से नवंबर 2019 तक लगभग 461 करोड़ की छूट का लाभ दिया गया है। वर्ष 2020-21 में 850 करोड़ का प्रावधान है।  
116. मुख्यमंत्री शहरी विद्युतीकरण योजना में 135 करोड़ का प्रावधान है।   
वर्ष 2019-20 का पुनरीक्षित एवं 2020-21 का बजट अनुमान :- 
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अब मैं वर्ष 2019-20 का पुनरीक्षित एवं 2020-21 का बजट अनुमान सदन के समक्ष प्रस्तुत करता हूं।  
(1) वर्ष 2019-20 में राजस्व प्राप्ति के बजट अनुमान 79 हजार 746 करोड़ की तुलना में पुनरीक्षित अनुमान 75 हजार 696 करोड़ है। व्यय का बजट अनुमान 90 हजार 909 करोड़ से बढ़कर पुनरीक्षित अनुमान 97 हजार 68 करोड़ है। 
(2) वर्ष 2020-21 हेतु कुल राजस्व प्राप्तियां 83 हजार 831 करोड़ अनुमानित है। इसमें राज्य का राजस्व 35 हजार 370 करोड़ एवं केन्द्र से प्राप्त होने वाली राशि 48 हजार 461 करोड़ है।  
(3) वर्ष 2020-21 के लिए अनुमानित सकल व्यय 1 लाख 02 हजार 907 करोड़ का है। सकल व्यय से ऋणों की अदायगी एवं पुर्न प्राप्तियों को घटाने पर शुद्ध व्यय 95 हजार 650 करोड़ अनुमानित है। राजस्व व्यय 81 हजार 400 करोड़ एवं पूंजीगत व्यय 13 हजार 814 करोड़ है। वर्ष 2020-21 में पूंजीगत व्यय कुल व्यय का 14.44 प्रतिशत है। 
(4) प्रदेश में अनुसूचित जनजाति एवं अनुसूचित जाति वर्ग के विकास के लिए अनुसूचित जनजाति उपयोजना मद में 34 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति उपयोजना मद में 12 प्रतिशत का बजट प्रावधान है। 
(5) वर्ष 2020-21 के बजट में सामाजिक क्षेत्र के लिए 38 प्रतिशत, आर्थिक क्षेत्र के लिए 40 प्रतिशत एवं सामान्य सेवा क्षेत्र के लिए 22 प्रतिशत का प्रावधान है।  
राजकोषीय स्थिति :-
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि स्थापना व्यय एवं आवर्ती व्यय वाली विकास योजनाओं के कारण राजस्व व्यय में निरंतर वृद्धि को देखते हुए राज्य की राजस्व प्राप्तियों में वृद्धि के लिये सतत प्रयास किया जा रहा है। जमीन की गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत कमी करने संबंधी नीतिगत निर्णय के कारण माह अगस्त 2018 से फरवरी 2019 की तुलना में माह अगस्त 2019 से फरवरी 2020 के दौरान राज्य के राजस्व प्राप्ति में 88 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इस निर्णय को वर्ष 2020-21 में भी जारी रखा जायेगा। साथ ही अन्य विभागों में भी इसी प्रकार की राजस्व वृद्धि के उपायों को लागू करने पर विचार किया जायेगा। 
(1) राज्य का सकल वित्तीय घाटा 11 हजार 518 करोड़ अनुमानित है, जो राज्य के सकल घरेलू उत्पाद का 3.18 प्रतिशत है।  
(2) वर्ष 2020-21 हेतु कुल प्राप्तियां 96 हजार 91 करोड़ के विरूद्ध शुद्ध व्यय 95 हजार 650 करोड़ अनुमानित है। इन वित्तीय संव्यवहारों के फलस्वरूप 441 करोड़ की बचत अनुमानित है।  
(3) वर्ष 2020-21 में 2 हजार 431 करोड़ का राजस्व आधिक्य अनुमानित है ।   
कर प्रस्ताव :-   
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि 2020-21 के लिए कोई नया कर प्रस्ताव नहीं है।  जैसा कि मैंने पहले ही कहा था कि हमारी सरकार जनता को सीधे लाभ पहुंचाने वाली योजनाओं में विश्वास रखती है। इसीलिये हम प्रदेश के किसानों के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना बनाते हैं, माताओं और बच्चों के लिये पोषण की व्यवस्था करते हैं, और प्रदेश के युवाओं के चहुंमुखी विकास का प्रबंध करते हैं। मैं पुन: सदन को आश्वस्त करता हूं कि हमारी इन्हीं योजनाओं से गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का सपना साकार किया जा सकेगा।  इन्ही शब्दों के साथ मैं वर्ष 2020-21 का वार्षिक वित्तीय विवरण तथा अनुदान की मांगे सदन में प्रस्तुत करता हंूं। 
 
एक बार फिर बदल रहा मौसम का मिजाज, फिर दिखने लगे बारिश के आसार...

एक बार फिर बदल रहा मौसम का मिजाज, फिर दिखने लगे बारिश के आसार...

अंबिकापुर। मौसम के बदलते मिजाज से किसानो के साथ साथ आम लोगो की जिनगी भी हलाकान हो गई है| ओलावृष्टि व् तेज बारिस से किसानो को कई परेशानियो का सामने भी करना पड रहा है| इसी कड़ी में एक और खबर सामने आ रही है की सरगुजा जिले में बीते 24 घंटों में मौसम का मिजाज बदला नजर आ रहा है। तेज हवा के साथ तेज बारिश शुरु हो गई है। ठंड का असर कम होते ही एक बार फिर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। 


छत्तीसगढ़ में जोरदर बारिश की संभावना-
छत्तीसगढ़ राज्य में आगामी चौबीस घंटों के दौरान भी जोरदार बारिश की आशंका बनी रहेगी। इधर मौसम विभाग ने राज्य के सरगुजा संभाग में आगामी 48 घंटों के दौरान एक-दो स्थानों पर मेघ-गर्जना के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना जताई है।

सरगुजा सहित आसपास के इलाकों में-
आगामी चौबीस घंटों के दौरान सरगुजा सहित आसपास के इलाकों में आसमान के सामान्यत: मेघमय बने रहने तथा एक-दो बार गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी अथवा बारिश की संभावना बनी हुई है। 
भूपेश सरकार ने पेश किया छत्तीसगढ़ बजट 2020, जानिए सीएम ने क्या बड़ी सौगाते दी है बजट में

भूपेश सरकार ने पेश किया छत्तीसगढ़ बजट 2020, जानिए सीएम ने क्या बड़ी सौगाते दी है बजट में

रायपुर | छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) सरकार ने अपने दूसरे बजट में युवाओं और किसानों पर विशेष फोकस किया है। शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों को लाभ देने की विशेष योजना है।

बतौर वित्तमंत्री बजट पेश करते हुए भूपेश बघेल ने युवाओं के लिए कई ऐलान किए। भूपेश बघेल ने बताया कि इस सत्र में आयोजित राष्ट्रीय युवा महोत्सव को खासी सफलता मिली। इसे देखते हुए अब हर साल प्रदेश में युवा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए विशेष प्रावधान किया गया है।

आइए जानते है सीएम ने क्या बड़ी बातें कहीं…

2020-21 के लिए कोई नए कर का प्रस्ताव नहीं

11 नए ऑडिटोरियम का निर्माण होगा

आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए 25 करोड़ का प्रावधान

छात्रावास योजना के लिए 378 करोड़

महानदी परियोजना के लिए 237 करोड़ का प्रावधान

ननि क्षेत्रों के सर्वेक्षण के लिए 25 करोड़

पर्यटन के लिए 103 करोड़

स्मार्ट सिटी योजना के लिए 396 करोड़

विशेष पोषण आहार योजना के लिए 766 करोड़

सुपोषण योजना के लिए 60 करोड़

लोरमी में खुलेगा कृषि कॉलेज

एनीकट स्टॉप डैम के लिए 173 करोड़ का प्रावधान

सिंचाई परियोजनाओं के लिए 697 करोड़ का प्रावधान

जन्म, जाती प्रमाणपात्र के लिए मोबाइल App, हेल्प डेस्क

स्वास्थ्य योजनाओं के लिए 550 करोड़

जिला अस्पतालों में सिकेल सेल यूनिट की स्थापना की जाएगी

गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला कार्यालय के लिए 17 करोड़

दुर्ग जगदलपुर में नए इंडोर स्टेडियम की स्थापना

शहरी विद्युतीकरण के लिए 135 करोड़ का प्रावधान

ATC के लिए 7 करोड़ 20 लाख का प्रावधान

नरवा, गरवा, घुरुआ, बाड़ी के लिए 1 हजार 603 करोड़ का प्रावधान

गोठान संचालन के लिए 6 करोड़ का प्रावधान

छत्तीसगढ़ में बनेगा राम वन गमन पथ, 10 करोड़ का प्रावधान

नल-नल योजना के लिए 225 करोड़

5 तहसील भवन को मॉडल भवन बनाया जाएगा

लघु वनोपज संरक्षण के लिए 50 करोड़

झीरम के शहीदों की याद में स्मारक बनेगा, रायपुर में बनेगा शहीद स्मारक

3 उप जेल को जिला जेल बनाया जाएगा

नए फ़ूड पार्क के लिए 50 करोड़ का प्रावधान

10 चौकी को थाने में तब्दील किया जाएगा

छत्तीसगढ़ में बनेगा राम वन गमन पथ, 10 करोड़ का प्रावधान

10 पोस्ट मैट्रिक छात्रावास की स्थापना की जाएगी

27 जिलों के गढ़ कलेवा की स्थापना के लिए फंड

9 पॉलिटेक्निक कॉलेज का उन्नयन होगा

बेमेतरा में दूध डेयरी कि स्थापना होगी

तिल्दा समेत 5 जगहों पर आईटीआई

धमतरी के कंडेल में खुलेगा कॉलेज

स्वास्थ्य योजनाओं के लिए 950 करोड़ का प्रावधान

मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के लिए 60 करोड़ का प्रावधान

किसानों को समर्थन मूल्य की अंतर की राशि जल्द मिलेगी

विशेष पोषण आहार योजना के लिए 766 करोड़

नगरीय जल योजना के लिए 125 करोड़

16 हजार शिक्षाकर्मियों में 2 वर्ष पूरा कर चुके शिक्षकों का होगा संविलियन

राजीव मितान युवा क्लब खोले जाएंगे

जैविक खेती के लिए 20 करोड़ का प्रावधान

गोठानों को 10 हजार रूपए प्रतिमाह का अनुदान

गोठान संचालन के लिए 6 करोड़ का प्रावधान

राजीव गाँधी किसान न्याय योजना का ऐलान, योजना के लिए 5100 करोड़ का प्रावधान

4 लाख लोगों का इलाज किया जा चुका है

एनिमिया निदान के लिए काम किया जा रहा है

महतारी जतन योजना में 30 करोड़ का प्रावधान

मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान चलाया जा रहा है

गंभीर बीमारी के इलाज के लिए 20 लाख का प्रावधान

17 लाख 34 हजार किसानों का कर्ज माफ किया

हाट बाजार में स्वास्थ्य सुविधा के लिए 13 करोड़

जिला अस्पताल में सिकल सेल यूनिट स्थापित की जाएगी

हर साल युवा महोत्सव के आयोजन के लिए 5 करोड़ का प्रावधान

महतारी जतन योजना के लिए 31 करोड़

मैनपाट महोत्सव से लौटते वक्त घाट पर पलटी बस, 25 छात्राएं घायल, 3 की हालत नाज़ुक

मैनपाट महोत्सव से लौटते वक्त घाट पर पलटी बस, 25 छात्राएं घायल, 3 की हालत नाज़ुक

अंबिकापुर | मैनपाट महोत्सव के समापन समारोह से वापस लौट रही सिटी बस घाट में टर्निंग काटते समय बस अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में करीब 25 छात्राएं घायल हुई हैं, जिनमें तीन की हालत गंभीर है। सभी घायलों को एम्बुलेंस व अन्य वाहनों से अम्बिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

दरअसल मैनपाट महोत्सव में शामिल होने के बाद कॉलेज की छात्राएं वापस लौट रहीं थी, इसी दौरान घाट पर ये हादसा हो गया। सभी छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। कलेक्टर और एसपी ने मौके पर पहुंच घायल छात्राओं से हालचाल पूछा, और डॉक्टरों को उचित उपचार का निर्देश दिया है।
 
बचे भ्रष्ट अधिकारी के विरुद्ध आईटी और ईडी की केंद्रीय टीम ने की कार्यवाही, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर...

बचे भ्रष्ट अधिकारी के विरुद्ध आईटी और ईडी की केंद्रीय टीम ने की कार्यवाही, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर...

कोरबा। छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने आयकर और आबकारी विभाग की छापेमारी कार्यवाही को प्रदेश कि भूपेश बघेल सरकार द्वारा बदलापुर का नाम दिए जाने पर अपना विरोध दर्ज किया है और कहा है की पूर्ववर्ती सरकार में जो भ्रष्ट अधिकारी कार्यवाही से बच गए थे उनके विरुद्ध आईटी और ईडी की केंद्रीय टीम ने कार्यवाही की है उन्होंने इन दागी अफ सरों पर केंद्रीय योजनाओं में बंदरबांट कर करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार किए जाने की भी बात कही।
 
 

जिले के रामपुर क्षेत्र से भाजपा विधायक ननकीराम कंवर ने एक प्रेस विज्ञप्ति में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं उनके मंत्रीमंडल को इंगित करते हुए यह भी कह डाला कि यदि केंद्र को बदलापुर की कार्यवाही करनी होती तो केंद्र सरकार द्वारा पारित विधेयक सी ए ए नागरिक संशोधन कानून पारित किए जाने के बावजूद आपके एवं अन्य मंत्रियों द्वारा से लागू न किए जाने संबंधी बयान देने पर राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया जा सकता था, लेकिन नरेंद्र मोदी एवं केंद्र सरकार की उदारता ही है की देश के लिए बनाए गए कानून के विरुद्ध टिप्पणी किए जाने के बाद भी कोई बदलापुर की कार्यवाही नहीं की गई।
प्रदेश में आयकर विभाग की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र...

प्रदेश में आयकर विभाग की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने प्रधानमंत्री को लिखा पत्र...

रायपुर। छत्तीसगढ़ में आयकर विभाग की कार्रवाई के मामलें में सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीएम नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। प्रधानमंत्री को लिखे 3 पेज के पत्र में सीएम बघेल ने कहा कि इनकम टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा की गई इस कार्रवाई में राज्य सरकार को विश्वास में नहीं लिया गया। इस बारे में स्थानीय पुलिस को भी सूचना भी नहीं दी गई। आयकर विभाग की यह पूरी कार्रवाई संघीय ढांचों की परिकल्पना के विपरीत है।

मुख्यमंत्री बघेल ने लिखा है कि राज्य सरकार को किसी भी केन्द्रीय एजेंसी की जांच को लेकर आपत्ति नहीं है, लेकिन सरकार को इस पूरी प्रक्रिया में शामिल नहीं करना आपत्तिजनक है।सीएम ने इनकम टैक्स छापों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए इस कार्रवाई में केंद्रीय बल के इस्तेमाल को दुर्भाग्यपूर्ण और असंवैधानिक बताया। भूपेश बघेल ने गुजरात के सीएम रहते पीएम मोदी के वक्तव्य की याद भी दिलाई।
शराबी पति की प्रताडऩा से विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज

शराबी पति की प्रताडऩा से विवाहिता ने फांसी लगाकर की आत्महत्या, आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज

रायपुर | शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट करने की घटनाएं लगातार बढ़ते जा रही है। शराब घरों में तनाव पैदा करने का काम कर रही है। खमतराई थाने से मिली जानकारी के अनुसार  कंचन शुक्ला पति अतुल शुक्ला आयु 34 वर्ष पिता उमेश कुमार शुक्ला निवासी धनलक्ष्मी नगर भनपुरी खमतराई द्वारा अपनी पत्नी को शराब पीकर आये दिन मानसिक प्रताडऩा के साथ ही मारपीट कर शारीरिक प्रताडऩा दी जाती थी। पत्नी कंचन शुक्ला द्वारा अनेकों बार अपने पति को शराब नहीं पीने की हिदायत देने के बावजूद भी अतुल शुक्ला के व्यवहार में किसी प्रकार का परिवर्तन नहीं हुआ जिसके चलते कंचन शुक्ला ने अपने आवास में गले में दुपट्टा लपेटकर पंखे के हुक से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उक्त मामले में मृतिका के पिता गोमती प्रसाद मिश्रा आयु 56 वर्ष पिता स्व. शंकर प्रसाद मिश्रा, मृतिका की माता रमा मिश्रा एवं भाई आदर्श मिश्रा ने आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी है उक्त रिपोर्ट के आधार पर खमतराई पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 306 के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों के परिजनों एवं आरोपी से पूछताछ प्रारंभ कर जांच शुरू कर दी है।

 

 
छत्तीसगढ़ बजट 2020 में सीएम भूपेश बघेल ने दी शिक्षाकर्मियों को बड़ी सौगात, पढ़ें पूरी खबर

छत्तीसगढ़ बजट 2020 में सीएम भूपेश बघेल ने दी शिक्षाकर्मियों को बड़ी सौगात, पढ़ें पूरी खबर

रायपुर | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज विधानसभा में बजट 2020-2021 प्रस्तुत कर रहे है | छत्तीसगढ़ के बजट में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शिक्षाकर्मियों को बड़ी सौगात दी है। बजट में सीएम बघेल ने ऐलान किया कि संविलियन से वंचित रह गए 16 हजार शिक्षाकर्मियों में जिन्होंने 2 वर्ष की अवधि पूरी कर ली है उनका संविलियन किया जाएगा। यह संविलियन जुलाई से लागू होगा। 

निगम ने सुन्दरनगर कालोनी में डेढ़ एकड़ निजी भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग पर लगाई रोक

निगम ने सुन्दरनगर कालोनी में डेढ़ एकड़ निजी भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग पर लगाई रोक

रायपुर | नगर निगम रायपुर के जोन 5 नगर निवेष विभाग के अमले ने जनशिकायत मिलते ही जोन 5 कमिश्नर अरूण धु्रव के नेतृत्व एवं जोन सहायक अभियंता  आरएन पटेल, नगर निवेष उपअभियंता  सैय्यद जोहेब की उपस्थिति में जोन 5 के तहत आने वाले पंडित सुन्दरलाल शर्मा वार्ड क्रमांक 66 के सुन्दर नगर कालोनी क्षेत्र में एक नागरिक द्वारा लगभग डेढ एकड क्षेत्र निजी भूमि में की जा रही अवैध प्लाटिंग के कार्य की वस्तुस्थिति को प्रत्यक्ष देखा । इस दौरान जनषिकायते सही मिलने पर जोन 5 नगर निवेश अमले ने अवैध प्लाटिंग करने हेतु की जा रही प्लाट कटिंग सहित अवैध मुरम रोड को तत्काल थ्रीडी स्थल पर बुलवाकर कटवाया एवं अवैध प्लाटिंग के कार्य पर तत्काल कारगर रोक स्थल पर लगायी। 

जोन 5 कमिश्नर धु्रव ने बताया कि नगर निगम जोन 5 नगर निवेश विभाग द्वारा रायपुर तहसीलदार को पत्र लिखकर संबंधित निजी भूमि के वास्तविक भूमि स्वामी की जानकारी शीघ्र निगम जोन 5 को उपलब्ध करवाने अनुरोध किया गया है। नागरिको से प्राप्त जानकारी के अनुसार संबंधित नागरिक को नोटिस देकर उनसे दस्तावेज जांच हेतु प्रस्तुत करने कहा गया है। निजी भूमि के वास्तविक भूमि स्वामी की जानकारी मिलने पर अवैध प्लाटिंग के प्रकरण में निगम जोन 5 नगर निवेष विभाग के माध्यम से संबंधित व्यक्ति के खिलाफ संबंधित पुलिस थाना में नियमानुसार कानूनी कार्यवाही करने नामजद एफआईआर दर्ज करवायी जायेगी। 
 
भगवान महावीर जन्मोत्सव की तैयारी बैठक में अध्यक्ष ललित पटवा ने भरा युवाओ में जोश

भगवान महावीर जन्मोत्सव की तैयारी बैठक में अध्यक्ष ललित पटवा ने भरा युवाओ में जोश

रायपुर,सम्पूर्ण भारत वर्ष में एक मात्र रायपुर में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाने वालीं भगवान महावीर जन्मोत्सव 2619 की महवपूर्ण तैयारी व सुझाव हेतु रविवारीय दिन में आज जैन श्री संघ विवेकानंद नगर टेगौर नगर रायपुर क्षेत्र , सकल जैन श्रीसंघ पाम रेसीडेंसी, सकल जैनश्री संघ गुढियारी , सकल जैन श्रीसंघ भैरव सोसायटी, सकल जैन श्रीसंघ श्रीनगर खमतराई के वरिष्ठजनो वं युवा टीम सौजन्य भेट कर उन्हें 16 दिवसीय प्रभातफेरी एवं संभवित कार्यक्रमों के लिए सुझाव व जानकरी प्रदान की ।
समिति 2020 के अध्यक्ष ललित पटवा ने अपने उध्बोधन से युवाओ में नए जोश का संचार किया और भगवान महावीर के संदेशों को घर घर तक पहुचने का संकल्प दिलवाया ,कोशाध्यक्ष लोकेश चन्द्रकान्त जैन ने सहयोग रशीद बुक का वितरण कर उपस्थित सदस्य गण से निवेदन किया किया हर वर्ष कि तरह इस वर्ष भी इस पुनीत कार्य मे बढचढ कर हिस्सा लेवे और अधिक से अधिक सहयोग राशी का सँग्रहण करने में समिती को सहयोग करे।
समिति के राजेश गोलछा , महावीर कोचर , कन्हैया लुणावात , आलोक ओस्तवाल , अंकित निमाणी, विपुल जैन, गौतम बोथरा, जितेंद्र सेठीया ,प्रचार प्रसार प्रभारी राजेंद्र पारेख उपस्थित रहे।
 

केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुये राष्ट्रपति श्री कोविंद

केन्द्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल हुये राष्ट्रपति श्री कोविंद

बिलासपुरगुरू घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय परिसर बिलासपुर में आज राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने 8वें दीक्षांत समारोह में शिरकत की और 74 उत्कृष्ट विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल तथा 75 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि प्रदान की। सुबह 11 बजे शुरू हुये इस दीक्षांत समारोह में 9 संकायों के श्रेष्ठ विद्यार्थियों को गोल्ड प्रदान किये गये। इससे पहले दीक्षांत समारोह शोभायात्रा निकाली गई और विद्यार्थियों के साथ राष्ट्रपति श्री कोविंद ने समूह फोटो भी खिंचाई। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उईके, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल, विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री अशोक मोडक, कुलपति प्रोफेसर अंजिला गुप्ता और कुलसचिव प्रोफेसर शैलेन्द्र कुमार भी मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह में 74 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिया गया। जिनमें 44 छात्राएं एवं 30 छात्र शामिल रहे। इसी प्रकार 75 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी गई। जिनमें 49 छात्र और 29 छात्राएं शामिल रही। दीक्षांत समारोह को राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने लगभग 13 मिनट तक संबोधित किया और संबोधन से उपस्थित विद्यार्थियों तथा शिक्षकों का उत्साहवर्धन किया।   

सोमवार शुभ दिन दीक्षांत समारोह होना सुखद संयोग- राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा कि बिलासपुर केन्द्रीय विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध समाज सुधारक और सतनाम पंथ के संस्थापक गुरू घासीदास जी के नाम पर स्थापित है। गुरूजी के अनुयायियों की मान्यता के आधार पर सोमवार शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि सन् 1756 में सोमवार के दिन ही गुरू घासीदास जी का अवतरण हुआ था और आज केन्द्रीय विश्वविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह का दिन भी सोमवार है। राष्ट्रपति ने इस शुभ दिन पर अपनी पढ़ाई पूरी कर दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि गुरू घासीदास जी ने हमेशा समाज के कमजोर वर्ग के उत्थान के लिये सदमार्ग सुझाया। गुरू घासीदास जी ने मनखे-मनखे एक समान के आदर्श पर चलकर समाज में मेलजोल, समरसता से रहने और सत्य के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि गुरू घासीदास जी कहते थे कि सत्य की सेवा ही मनुष्य की करूणा, चैतन्य, प्रेम, संयम तथा चरित्र का प्रतीक होता है। इसीलिये लोगों को सद्चरित्र निर्माण के लिये सतनाम का अनुसरण करना ही चाहिये और सभी धर्मों की अच्छी बातों-आदर्शों का अनुसरण करना चाहिये।

राष्ट्रपति भवन में लगी है गुरू घासीदास की फोटो
    अपने उद्बोधन के दौरान राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने अपने छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रवासों को भी याद किया और उनकी स्मृतियां उपस्थित विद्यार्थियों और जनसमुदाय से साझा की। राष्ट्रपति ने कहा कि छत्तीसगढ़ की इस पावन धरा पर पहले भी आया हूं। राष्ट्रपति ने बताया कि वे 6 नवंबर 2017 को गुरू घासीदास की जन्मस्थली गिरौदपुरी धाम भी गये हैं और उन्होंने पवित्र जैतखाम के दर्शन भी किये हैं। राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि गुरूजी की एक फोटो पिछले प्रवास के दौरान उन्हें भेंट की गयी थी। जिसे राष्ट्रपति भवन में सम्मान के साथ उचित स्थान पर लगाया गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि गुरू घासीदास की यह फोटो उन्हें समरसता के साथ राष्ट्र हित में काम करने की प्रेरणा देती है।

राष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ की विभूतियों को भी किया याद
    राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ को विकास पथ पर अग्रसर करने की सोच लेकर उसका निर्माण और जनकल्याण की भावना से काम करने वाले महान विभूतियों और स्वतंत्रता सेनानियों को भी याद किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में छत्तीसगढ़ को श्री जगन्नाथ प्रसाद भानु, श्री माधवराव सप्रे, श्री मुकुटधर पाण्डेय, वीर नारायण सिंह, श्री पदुम लाल पुन्नालाल बक्शी, श्री लोचन प्रसाद पाण्डेय, इंजीनियर श्री राघवेन्द्र राव, श्री रविशंकर शुक्ल, बैरिस्टर श्री छेदीलाल और श्रीमती तीजन बाई की कर्मभूमि बताते हुए उन्हें याद किया।

दीक्षांत समारोह का समय परिवर्तन कर की परीक्षा देने वाले स्कूल बच्चों की सहायता
    दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने कहा कि दीक्षांत समारोह का समय बदलकर विश्वविद्यालय के सभी बड़े भाई, बहनों ने अपने छोटे भाई, बहनों की बड़ी मदद की है। उन्होंने कहा कि 10वीं तथा 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले बच्चों को इससे बड़ी सहूलियत मिली है और वे विश्वविद्यालय के सभी विद्यार्थियों को इसके लिये धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।

 

74 स्वर्ण पदकों में से 44 छात्राओं को, दो पदक पाने वाली क्वीनी बनी क्वीन
    राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने विश्वविद्यालय के अष्टम दीक्षांत समारोह में 74 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल और 75 विद्यार्थियों को पीएचडी की उपाधियां प्रदान की। उन्होंने 74 गोल्ड मेडल पाने वाले विद्यार्थियों में 44 छात्राओं के शामिल होने पर खुशी जाहिर की। उपस्थित विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि एक छात्रा ने दो पदक प्राप्त कर यह सिद्ध कर दिया है कि बेटियां किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के साथ-साथ पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के पालक भी गौरवान्वित होते हैं। राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के 9 टॉपर विद्यार्थियों को 10 गोल्ड मेडल प्रदान किये। राष्ट्रपति ने बीएससी ऑनर्स गणित संकाय की टॉपर कुमारी क्वीनी यादव के गुरू घासीदास स्वर्ण पदक एवं विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक से सम्मानित किये जाने पर भी छात्रा को बधाई दी और कहा कि इस छात्रा का नाम उसके माता-पिता ने कुमारी क्वीनी रखा है, परंतु उसने अपने श्रेष्ठ क्षमता प्रदर्शन से दो गोल्ड मेडल जीतकर अपने नाम को चरितार्थ करते हुए क्वीन का दर्जा पा लिया है।  राष्ट्रपति के कुमारी क्वीनी को क्वीन संबोधन पर कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट से उसका उत्साहवर्धन किया। राष्ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय के परिणामों और मेडल प्राप्त करने में बेटियों की संख्या को देखते हुए यह निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि बेटियां भी अवसर मिलने पर अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकती हैं। उन्होंने इसे नये भारत की नयी तस्वीर बताया और कहा कि इस नयी तस्वीर को हम आज गुरू घासीदास विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में जीवंत होता देख रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों की इस सफलता का श्रेय उनकी मेहनत के साथ-साथ शिक्षकों और पालकों को भी दिया। उन्होेंने विद्यार्थियों की इस सफलता में योगदान के लिये शिक्षकों और पालकों की भी सराहना की।

शिक्षा का उद्देश्य अच्छा इंसान बनना, केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं
    राष्ट्रपति श्री कोविंद ने दीक्षांत समारोह में कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री प्राप्त करना नहीं, बल्कि एक अच्छा इंसान बनना होना चाहिये। उन्होंने कहा कि एक अच्छा इंसान अपने व्यक्तिगत, सामाजिक और व्यवसायिक सभी क्षेत्रों में श्रेष्ठ होगा। अच्छा इंसान यदि डॉक्टर बनेगा तो अच्छा डॉक्टर बनेगा, यदि इंजीनियर बनेगा तो अच्छा इंजीनियर बनेगा। राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अच्छा इंसान सामाजिक जीवन में भी अपना श्रेष्ठ देता है। वह अच्छा बेटा, अच्छा भाई, अच्छा पति, अच्छा पिता बनता है तो वही बेटियां अच्छी बेटी, अच्छी बहन और अच्छी पत्नी, अच्छी मां बनकर देश और समाज के विकास में सहभागी होती है। उन्होंने कहा कि विद्या में नैतिक मूल्यों का समावेश बहुत जरूरी है क्योंकि नैतिक मूल्यों के बिना प्राप्त विद्या समाज के लिये कल्याणकारी नहीं हो सकती।

राष्ट्रपति ने शिक्षकों से आव्हान किया कि वे विद्यार्थियों को ईमानदारी, अनुशासन, सहिष्णुता तथा कानून के प्रति सम्मान और समय पालन जैसे जीवन मूल्यों को समझायें। ताकि वे एक लोकतांत्रिक देश के सच्चे नागरिक बन सके और कानून के शासन का मजबूत बना सके। उन्होंने कहा कि आज भारत की पहचान एक आधुनिक और उद्यमी देश के रूप में हो रही है और इसके लिये सभी देशवासी और परिश्रमी युवा बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि परिश्रमी युवाओं के कारण ही हम आज विश्व मेें सबसे बड़ा स्टार्टअप इको सिस्टम विकसित कर पाये हैं और आधुनिक प्रौद्योगिकी से लेकर अंतरिक्ष विज्ञान तक के क्षेत्र में विशेष उपलब्धियां हासिल करने में सफल हुए हैं।

राष्ट्रपति ने विश्वविद्यालय के शिक्षा एवं शोध नवाचारों की तारीफ की
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने गुरूघासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय में शिक्षा एवं शोध के लिये किये जा रहे नवाचारों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे आदिवासी बाहुल्य राज्य में केन्द्रीय विश्वविद्यालय में विलुप्त हो रही भाषाओं को संरक्षण देने और उनका संवर्धन करने के लिये इन डेंजर्ड लेंग्वेज सेंटर स्थापना की है। उन्होंने कहा कि इन भाषाओं का संरक्षण समाज के लिये बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इन भाषाओं को बचाने से हमारी परंपरा और संस्कृति की भी रक्षा होती है। राष्ट्रपति श्री कोविंद ने कहा कि विश्वविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों की मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन कर उन्हें श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये प्रेरित करने पूर्व सफल विद्यार्थियों को भी साल में कम से कम एक बार विश्वविद्यालय अवश्य आना चाहिये।

दंतेवाड़ा के हीरानार स्व-सहायता समूह और आस्था विद्यालय प्रवास को भी किया याद, राष्ट्रपति बोले-शिक्षा की रोशनी से ही खत्म होगा नक्सलवाद का दुष्प्रभाव
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में हुये अपने पूर्व प्रवास का उल्लेख भी आज दीक्षांत समारोह के उद्बोधन में किया। उन्होंने दंतेवाड़ा के हीरानार में महिला स्व-सहायता समूह द्वारा एक ही परिसर में एकीकृत खेती, पशुपालन, मुर्गीपालन, जैविक खेती और राईस मिल चलाने जैसे प्रयोग को एक मिसाल बताया। राष्ट्रपति ने नक्सल हिंसा से प्रभावित बच्चों की शिक्षा के लिये दंतेवाड़ा में स्थापित आस्था गुरूकुल के प्रवास की स्मृतियों को भी इस समारोह में उपस्थित लोगों के साथ साझा किया। उन्होंने कहा कि इस विद्यालय में जाने पर नक्सल हिंसा प्रभावित बच्चों के अनुभवों से रूबरू होने और उनकी संकल्प शक्ति से परिचित होने का मौका मिला। राष्ट्रपति ने कहा कि नक्सलवाद की विचारधारा से भ्रमित हुये कुछ लोगों द्वारा की जाने वाली हिंसा से पीड़ित परिवारों को शिक्षा की रोशनी के सहारे ही आगे बढ़ने का अवसर मिला है और शिक्षा से ही नक्सलवाद के दुष्प्रभावों को छत्तीसगढ़ और देश के अन्य भागों से खत्म किया जा सकेगा। उन्होंने नक्सलवाद के खात्मे के लिये राज्य सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों को भी सराहनीय बताया।

अगले दस वर्षों में गुरू घासीदास विश्वविद्यालय देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में हो शामिल
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के इस केन्द्रीय विश्वविद्यालय द्वारा अब तक शिक्षा और शोध के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों और नवाचारों की सराहना की और कहा कि विश्वविद्यालय को आगे बढ़ने के लिये कुछ लक्ष्य निर्धारित करने चाहिये। विस्तृत कार्ययोजना बनाकर उन लक्ष्यों को पाने का प्रयास करना चाहिये। राष्ट्रपति ने कहा कि इस गुरू घासीदास विश्वविद्यालय को आने वाले 10 वर्षों में देश के सर्वोत्तम विश्वविद्यालयों में शामिल होने का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिये। राष्ट्रपति ने कहा कि लक्ष्य ऊँचा हो, संकल्प मजबूत हो तो लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये अपने आप ही प्रयास तेज हो जाते हैं और ऐसे कामों में निश्चित सफलता मिलती है।

संसाधनों से अधिक युवाओं की प्रतिभा पर विश्वास जताने की जरूरत: मुख्यमंत्री श्री बघेल
दीक्षांत समारोह को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने भी संबोधित किया। उन्होंने इस समारोह में स्वर्ण पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। श्री बघेल ने कहा कि युवाओं की जितनी जरूरत नये संसाधनों की है, उससे अधिक जरूरत उनकी प्रतिभा पर विश्वास जताने की है। मुख्यमंत्री ने कहा अच्छी पढ़ाई का अपना अलग महत्व है। लेकिन गुण, कौशल, विशेषतायें भी युवाओं के लिये कई रास्ते खोलती हैं, जिससे उन्हें अपने आप को सिद्ध करने का अवसर मिलता है। श्री बघेल ने कहा कि विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम और शोध सुविधाओं को आज की मांग के अनुसार मानव संसाधन तैयार करने वाली होना चाहिये। उन्होंने स्थानीय संसाधनों के बेहतर उपयोग वेल्यू एडिशन और क्षेत्रीय विसंगतियों को दूर करने के लिये उच्च शिक्षा के क्षेत्र में व्यवहारिक बदलावों की जरूरत पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ की अस्मिता, संस्कृति, विरासत और लोक रंगों से युवाओं को जोड़ने और उन्हें आगे बढ़ाने की भी जरूरत बताई।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी की परिकल्पना पर उच्च शिक्षा के साथ-साथ हर एक विद्यार्थी को अपने गांव के विकास, पशुधन संरक्षण और कृषक जीवन के विषय को अध्ययन, अध्यापन से जोड़ने की जरूरत है, ताकि उच्च शिक्षा जीवन के सभी पहलुओं से जुड़ सके और हमारे विद्यार्थी छत्तीसगढ़ की संस्कृति और अस्मिता को विश्व पटल पर नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के महाविद्यालयों में लगभग 1500 शैक्षणिक और खेल अधिकारी के पदों पर भर्ती की जा रही है। खेल प्रतिभाओं को संवारने के लिये छत्तीसगढ़ खेल प्राधिकरण बनाया गया है। हर ग्राम पंचायत में राजीव गांधी युवा मितान क्लब बनाये जा रहे हैं। खेल एवं विभिन्न विधाओं की प्रतिभाओं को गांव से लेकर राज्य तक चिन्हांकित करने के लिये पिछले दिनों युवा महोत्सव का आयोजन किया गया था और अब यह आयोजन हर साल होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं के प्रेरणास्त्रोत स्वामी विवेकानंद के रायपुर प्रवास की स्मृतियों को सहेजने के लिये उनके प्रवास स्थल को स्मारक के रूप में विकसित किया जा रहा है।

समारोह को विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रोफेसर अशोक मोडक ने भी संबोधित किया। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि दीक्षांत समारोह का दिन छात्र जीवन का महत्वपूर्ण दिन होता है। आज के दिन विद्यार्थियों का एक सोपान पूरा और दूसरा सोपान शुरू होता है। श्री मोडक ने कहा कि विद्यार्थियों को अपने इस दूसरे सोपान में अब कई चुनौतियों का सामना करना होगा और सभी विद्यार्थियों ने इसके लिये विश्वविद्यालय से अच्छी तैयारी कर ली होगी।

 

इन्हें मिला गोल्ड मेडल
    कुमारी क्वीनी यादव बीएससी ऑनर्स गणित 94.49 प्रतिशत अंक, अर्पिता नायक एमएससी जुलाजी 92.3 प्रतिशत अंक, कुमारी चंद्रिका बीएससी ऑनर्स भौतिक शास्त्र 92 प्रतिशत अंक, दबारून दास भौमिक बीटेक मैकेनिकल 90.1 प्रतिशत अंक, किशोर कुमार कोठारी एमए अर्थशास्त्र 90.1 प्रतिशत अंक, कुमारी पूजा पटेल बीकॉम ऑनर्स 90 प्रतिशत अंक, विनोद कुमार खुंटे एमलिब 89.8 प्रतिशत अंक, कुमारी आयुषी सिंह डीफार्मा 88.1 प्रतिशत अंक, कुमारी माधुरी मरकाम बीकॉम एलएलबी 83 प्रतिशत अंक। कुमारी क्वीनी यादव को विश्वविद्यालय में सभी संकायों में से सर्वाधिक अंक प्राप्त करने के लिये गुरू घासीदास पदक से भी नवाजा गया।  

फसलों की क्षति होने पर किसानों को शीघ्र सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश...

फसलों की क्षति होने पर किसानों को शीघ्र सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश...

रायपुर। राज्य शासन ने पिछले दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में असमायिक वर्षा तथा ओला वृष्टि से फसलों को हुए नुकसान पर किसानों को तुरंत सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश जिलों के कलेक्टरों को दिए गए थे। कलेक्टरों को राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड 6-4 के अंतर्गत शीघ्र आर्थिक अनुदान सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए गए थे। अत: यदि किसी किसान को आर्थिक सहायता अब तक उपलब्ध नहीं हो पायी है तो शीघ्र ही उन्हें सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश राजस्व विभाग द्वारा दिए गए है। राजस्व विभाग की सचिव सु रीता शांडिल्य ने पत्र लिखकर कलेक्टरों को इस संबंध में आवश्यक निर्देश जारी किए है।

 आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली ने किया समर्पण, कई गम्भीर घटनाओं में था शामिल...

आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली ने किया समर्पण, कई गम्भीर घटनाओं में था शामिल...

बीजापुर। जिले में चलाये जा रहे नक्सल विरोधी अभियान से लगातार पुलिस को सफलताएँ मिल रही है वही शासन की पुनर्वास नीति से भी स्थानीय नक्सली प्रभावित होने लगे है। सोमवार को भी आठ लाख रुपये के इनामी नक्सली ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में एसपी दिव्यांग पटेल और डीआईजी सीआरपीएफ कोमल सिंह के समक्ष आत्म समर्पण कर मुख्य धारा से जुडऩे का निर्णय ले लिया है। आत्म समर्पित उक्त नक्सली को दस हजार रुपये का प्रोत्साहन राशि भी प्रदाय किया गया है।

जिले में लगातार नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, वही पुलिस और अर्ध सैनिक बलों द्वारा गांव गांव में जाकर नक्सलवाद से होने वाले नुकसान और शासन की पुनर्वास नीति, योजनाओ से होने वाले लाभ से ग्रामीणों को अवगत कराया जा रहा है, जिससे स्थानीय नक्सलियों में बाहर के नक्सलियों से मोह भंग होने लगा है और लगातार स्थानीय नक्सलियों द्वारा समर्पण किया जा रहा है। सोमवार को भी आठ लाख के इनामी नक्सली सोनू उर्फ डॉ प्रशांत मोडियम जो कि ओडिसा के एरिया में डीवीसी के पद पर तैनात था और ड्डद्म47 हथियार रखता था। संगठन में रहते हुए उक्त नक्सली ने छत्तीसगढ़ और ओडिसा में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
सास और बहू के बिच जमकर मारपीट, पति व सास पर जुर्म दर्ज, पढ़े पूरी खबर...

सास और बहू के बिच जमकर मारपीट, पति व सास पर जुर्म दर्ज, पढ़े पूरी खबर...

कोरबा। सीएसईबी चौकी पंप हाऊस निवासी एक महिला ने पति व सास के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पंप हाऊस निवासी किरन महंत का विवाद सास शीला बाई से हो गया। इसके बाद सास ने बहू से मारपीट की। किरन के पति पूरन दास ने भी मारपीट में सहयोग किया। किरन महंत ने बिना टिफिन के बच्चों को स्कूल जाने की बात कहने पर विवाद होना बताया है। मामले में पुलिस ने मारपीट के आरोपी मां-बेटे के विरूद्ध धारा 294, 323, 506, 34 के तहत कार्रवाई की है।

आयकर विभाग का छापा रहा सुपर फ्लॉप: बीजेपी के एक सक्रिय कार्यकर्ता के यहां ही मिली सबसे बड़ी राशि..

आयकर विभाग का छापा रहा सुपर फ्लॉप: बीजेपी के एक सक्रिय कार्यकर्ता के यहां ही मिली सबसे बड़ी राशि..

रायपुर। आयकर विभाग द्वारा पिछले चार दिनों से छत्तीसगढ़ में की गई छापेमार कार्यवाही का कुहासा अब छटने लगा है। कार्यवाही पूर्ण होने के बावजूद आयकर विभाग द्वारा इस संबंध में खुलासा नहीं करना यह बताता है यह पूरी कार्यवाही खोदा पहाड़ और निकली चुहिया जैसा ही साबित हुआ है। यह पूरा अभियान सुपर फ्लॉप रहा है। विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि इस पूरी कार्यवाही में बमुश्किल से तीन करोड़ रूपए ही बरामद हुए हैं जिसमें से बड़ी राशि भारतीय जनता पार्टी के एक चहेते सक्रिय कार्यकर्ता के यहां से प्राप्त हुई है। 


आयकर विभाग की छापेमार कार्यवाही में कुछ नहीं मिलना यह साबित करता है कि यह भूपेश सरकार को अस्थिर करने की सोची-समझी साजिश है। यदि यह सामान्य प्रक्रिया होती तो छापे के चार दिन बाद जब प्रक्रिया पूरी तरह पूर्ण हो गई है, तब भी किसी तरह का खुलासा न किया जाना, न ही प्रेस को किसी तरह की जानकारी देना यह बताता है कि यह पूरा प्रयोजित कार्यक्रम सुपर फ्लाफ रहा है। जबकि विश्वस्त सूत्रों से पता चला है कि इन छापों में सभी घरों से मिलाकार करीब तीन करोड़ रूपए ही बरामद हुआ है और इसमें भी सबसे बड़ी राशि भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता के यहां से प्राप्त हुई है।  

इन छापों में न तो सीबीआई आयी और न ही ईडी और न ही नोटो को गिनने की मशीनें लगायी गई। इन सबको लेकर भी स्थानीय स्तर पर जबदस्त दहशस्त फैलायी गई। इस छापे में सीआरपीएफ के इस्तेमाल को लेकर भी सवाल उठ रहे है कि जिस सीआरपीएफ को प्रदेश में नक्सल ऑपरेशन के लिए रखा गया है उसे राज्य सरकार की अनुमति के बिना कैसे इस अभियान में शामिल किया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने जिस तरह से पिछले करीब डेढ़ साल के कार्यकाल में उल्लेखनीय और ऐतिहासिक काम किए हैं और लगातार केन्द्र की नीतियों की आलोचना करते रहे है, जिसे देखते हुए भी उनकी सरकार को अस्थिर करने की यह एक सोची-समझी साजिश दिख रही है।
 
 
राजधानी में एक छात्रा ने परीक्षा से पहले फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या,  जाँच में जुटी पुलिस...

राजधानी में एक छात्रा ने परीक्षा से पहले फांसी लगाकर कर ली आत्महत्या, जाँच में जुटी पुलिस...

रायपुर| राजधानी रायपुर से एक खबर सामने आ रही है जहां एक छात्रा ने परीक्षा से पहले फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली| ऐसे भी कई मामले पहले भी सामने आ चुके है जिसमे कोई छात्रा या छात्र परीक्षा या फ़ैल होने के नाम पर आत्महत्या कर लेते है इसी कड़ी में एक खबर रायपुर के शांति नगर से सामने आई है जहां पेपर शुरू होने से पहले ही 12वीं की एक छात्रा ने देर रात अपने कमरे में फांसी लगा ली। बताया गया कि छात्रा 12 वीं कक्षा में पढ़ रही थी और सोमवार को उसका पहला पेपर था। आपको बता दे की छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल बोर्ड की परीक्षाएं आज से शुरू हाे गई हैं। 12वीं की परीक्षा के लिए सोमवार को पहले पेपर हिंदी का हुआ। 


पढ़े पूरी खबर-
मिली जानकारी के अनुसार राजधानी रायपुर के शांति नगर निवासी 12वीं की छात्रा ने लगाई फांसी लगा ली है। बताया जा रहा है कि छात्रा को 12वीं की परीक्षा देने जाना था सुबह जब परिजनों ने छात्रा को जगाने पहुंचे तो नाबालिग छात्रा पंखे से लटकी मिली। इस घटना के बाद परिजनों में चीख पुकार मच गई।
 
घटना के बाद मौके पर पहुंची सिविल लाइन थाना पुलिस ने मार्ग कायम कर मामले को जांच में लिया है। फिलहाल अब तक छात्रा के खुदकुशी का कारण पता नहीं चल सका है। छात्रा शंकर नगर स्थित विद्यामंदिर स्कूल में 12वीं कक्षाकी छात्रा थी।




 
अनियंत्रित पिकअप वाहन के पलटने से 5 की मौत, 25 से अधिक घायल, जाने कहा की है यह खबर...

अनियंत्रित पिकअप वाहन के पलटने से 5 की मौत, 25 से अधिक घायल, जाने कहा की है यह खबर...

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर रायकोट के पास ग्रामीणों से भरी एक पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में 05 ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई है, वहीं 25 से अधिक घायल हुए हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम मांडवा के 40 से अधिक ग्रामीण पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 17बी 4111 में बैठकर तोकापाल साप्ताहिक बाजार जाने के लिए निकले थे, तभी रायकोट के पास अनियंत्रित होकर पीकप पलट गई। इस हादसे में 05 ग्रामीणों की मौके पर ही मौत हो गई वहीं 25 से अधिक ग्रामीण घायल हुए हैं, जिन्हें डीमरापाल मेडि़कल कालेज अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। घायलों में कई ग्रामीणों की हालत गंभीर बनी हुई है। साप्ताहिक बाजार का दिन ग्रामीण क्षेत्रों में पीकप वाहन आवागमन का मुख्य साधन होता है, जिसमें एक गाड़ी में 50 से अधिक लोग सवार हो जाते हैं, अधिक लोग सवार होने के कारण कई बार ऐसे हादसे हो चुके हैं।